गोरखपुर: सहजनवां तहसील क्षेत्र के पाली ब्लॉक अंतर्गत कई ग्राम सभाओं में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इन गावों में सफाई कर्मी महीनों तक नहीं आते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि सफाई के नाम पर सिर्फ कागजों में खानापूर्ति होती है. गांव में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. इसकी शिकायत जिम्मेदारों से कई बार की जा चुकी है, लेकिन सफाई के नाम पर खानापूर्ती कर दी जाती है. इतना ही नहीं सरकार ने इस गांव को ओडीएफ घोषित किया है, लेकिन यहां पर शौचालयों का अभाव है. लोगों को शौचालय बनाने के लिए मिलने वाले रुपयों को अधिकारी और प्रधान मिलकर हड़प कर गए हैं.
ओडीएफ गांव में शौचालयों का अभाव
- पाली ब्लॉक के ग्राम सभा बनौली में गंदगी का अंबार देखने को मिला.
- गांव में कई शौचालय अधूरे बने मिले.
- सरकार ने इस गांव को खुले में शौच मुक्त यानी ओडीएफ घोषित किया है.
- ओडीएफ घोषित होने के बावजूद गांव में शौचालयों की व्यवस्था नहीं है.
- शौचालय के नाम पर इस गांव में केवल खानापूर्ति की गई है.
- गांव के अंदर जगह-जगह कूड़े के ढ़ेर लगे हुए हैं.
- गंदगी की वजह से लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं.
- जिम्मेदार भी किसी बड़ी बीमारी के होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
- गांव में नालियां पूरी तरह से जाम हैं और इंडिया मार्का हैण्ड पम्प वर्षों से खराब पड़े हैं.
ग्रामीणों ने कही ये बातें
ग्रामीण महिला ने बताया कि आने जाने के लिए रास्ता ठीक नहीं है. प्रधान से कहा जाता है तो कहते हैं कि बजट ही नहीं है. जो शौचालय हमारे यहां बना है, उसके लिए प्रधान ने मात्र 6000 रुपये दिये थे, शेष हमने अपने रुपये लगाकर बनवाया है. भगवान दास ने बताया कि एक वर्ष से अधिक हो गये पर शौचालय में प्रधान द्वारा दरवाजा नहीं लगवाया गया. संजू ने बताया कि हम आवास पाने के पात्र हैं फिर भी आवास नहीं मिला. कच्चे मकान में परिवार के साथ किसी तरह से जीवन यापन कर रहे हैं.
हमारा शौचालय नहीं बना है. पूरा परिवार खुले में शौच जाता है. जगह -जगह जलजमाव होने के कारण गंभीर बीमारी के होने का भी खतरा बना हुआ है. हमारे गांव में महीनों से सफाई कर्मी सफाई करने नहीं आये.
-दिलीप यादव, ग्रामीण