ETV Bharat / state

सीएम सिटी में खुलेगा वेटनरी मेडिकल कॉलेज, फर्टिलाइजर कारखाना परिसर में जमीन चिह्नित

पूर्वांचल में पशुपालन व डेयरी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही सीएम सिटी यानी गोरखपुर में वेटनरी मेडिकल कॉलेज की स्थापना होगी. इसके लिए लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं.

वेटनरी मेडिकल कॉलेज
वेटनरी मेडिकल कॉलेज
author img

By

Published : Jul 15, 2022, 7:38 PM IST

गोरखपुर: पशु संपदा के लिहाज से बेहद संपन्न पूर्वांचल में पशुपालन और दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देकर योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों की स्थिति और सेहत दोनों सुधारेगी. इसी के दृष्टिगत सीएम सिटी गोरखपुर में वेटनरी मेडिकल कॉलेज की स्थापना होने जा रही है. इसके लिए सरकार ने बजटीय प्रावधान पहले ही कर दिया था, अब वेटनरी मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन भी फाइनल हो गई है. अगले एक-दो माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शिलान्यास कर सकते हैं. वेटनरी मेडिकल कॉलेज के बनने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के पशुपालकों, लघु एवं सीमांत किसानों, खेतिहर मजदूरों को अपनी आजीविका को बेहतर करने एवं पशुपालन आधारित व्यापार को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों की जानकारी आसानी से मुहैया होगी. एक दुधारू पशु किसी किसान के लिए रोज की नकदी जैसा होता है. इस लिहाज से पूर्वांचल के लिए यह पहल मील का पत्थर बनेगी.

48 एकड़ में बनेगा वेटनरी मेडिकल कॉलेज
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पशुपालन को नवीन तकनीक व अनुसंधान से लाभान्वित करने के लिए ही गोरखपुर में वेटनरी मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना अब साकार होने जा रही है. इसके लिए थोड़ी दिक्कत जमीन की थी लेकिन यह समस्या भी अब दूर हो गई है. फर्टिलाइजर कैंपस में लगभग 48 एकड़ जमीन वेटनरी मेडिकल कॉलेज (पशु चिकित्सा महाविद्यालय) के लिए देखी गई है. जिसे एक्सपर्ट कमेटी द्वारा स्वीकार भी कर लिया गया है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में इस कॉलेज के खुलने से पशुपालकों को न केवल इस सेक्टर की नवीन प्रविधियों का लाभ मिलेगा बल्कि पशुओं को बीमारियों से बचाने में भी काफी मदद मिलेगी. जानवरों से मनुष्य एवं मनुष्यों से जानवरों में फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु बीआरडी मेडिकल कॉलेज एनआईबी एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय मिलकर काम करेंगे ताकि इस क्षेत्र में जूनोटिक बीमारियों के प्रभाव को कम किया जा सके.

व्यय वित्त समिति से मिल चुकी है मंजूरी
वेटनरी मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पूर्व में ही इसके लिए 40 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान कर रखा है. लोक निर्माण विभाग की तरफ से इसके निर्माण के लिए बनाई गई 425 करोड़ रुपये की प्राथमिक डीपीआर को व्यय वित्त समिति की मंजूरी भी मिल चुकी है.

इसे भी पढ़ें-जानिए, जलकुंभी और मूंज ने कैसे बदल दी इन थारू महिलाओं की जिंदगी?


वेटनरी मेडिकल कॉलेज को भविष्य में विश्वविद्यालय बनाने की भी तैयारी
इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सदस्य शामिल डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि गोरखपुर के वेटनरी मेडिकल कॉलेज में शुरू के वर्षों में 100 सीट के साथ अंडर ग्रेजुएट कोर्स शुरू किए जाएंगे. बाद में यहां पोस्ट ग्रेजुएट एवं डॉक्टरेट के कोर्स भी चलेंगे. इस कॉलेज को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान केंद्र मथुरा से संबद्ध किया जाएगा. यहां आने वाले वर्षों में फिशरीज, फॉरेस्ट्री एवं डेयरी के कोर्स भी चलाए जाएंगे. वेटनरी मेडिकल कॉलेज का स्वरूप ऐसा रखा जाएगा कि भविष्य में यह विश्वविद्यालय का भी रूप ले सके. गोरखपुर का वेटनरी मेडिकल कॉलेज 'स्टेट ऑफ आर्ट' की तर्ज पर निर्मित होगा. चिह्नित जमीन का निरीक्षण कर निर्माण कार्य को हरी झंडी दिखाने के लिए जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं गो अनुसंधान केंद्र मथुरा के कुलपति का दौरा भी होगा.

गोरखपुर: पशु संपदा के लिहाज से बेहद संपन्न पूर्वांचल में पशुपालन और दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देकर योगी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों की स्थिति और सेहत दोनों सुधारेगी. इसी के दृष्टिगत सीएम सिटी गोरखपुर में वेटनरी मेडिकल कॉलेज की स्थापना होने जा रही है. इसके लिए सरकार ने बजटीय प्रावधान पहले ही कर दिया था, अब वेटनरी मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन भी फाइनल हो गई है. अगले एक-दो माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका शिलान्यास कर सकते हैं. वेटनरी मेडिकल कॉलेज के बनने से पूर्वी उत्तर प्रदेश के पशुपालकों, लघु एवं सीमांत किसानों, खेतिहर मजदूरों को अपनी आजीविका को बेहतर करने एवं पशुपालन आधारित व्यापार को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों की जानकारी आसानी से मुहैया होगी. एक दुधारू पशु किसी किसान के लिए रोज की नकदी जैसा होता है. इस लिहाज से पूर्वांचल के लिए यह पहल मील का पत्थर बनेगी.

48 एकड़ में बनेगा वेटनरी मेडिकल कॉलेज
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पशुपालन को नवीन तकनीक व अनुसंधान से लाभान्वित करने के लिए ही गोरखपुर में वेटनरी मेडिकल कॉलेज की परिकल्पना अब साकार होने जा रही है. इसके लिए थोड़ी दिक्कत जमीन की थी लेकिन यह समस्या भी अब दूर हो गई है. फर्टिलाइजर कैंपस में लगभग 48 एकड़ जमीन वेटनरी मेडिकल कॉलेज (पशु चिकित्सा महाविद्यालय) के लिए देखी गई है. जिसे एक्सपर्ट कमेटी द्वारा स्वीकार भी कर लिया गया है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में इस कॉलेज के खुलने से पशुपालकों को न केवल इस सेक्टर की नवीन प्रविधियों का लाभ मिलेगा बल्कि पशुओं को बीमारियों से बचाने में भी काफी मदद मिलेगी. जानवरों से मनुष्य एवं मनुष्यों से जानवरों में फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम हेतु बीआरडी मेडिकल कॉलेज एनआईबी एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय मिलकर काम करेंगे ताकि इस क्षेत्र में जूनोटिक बीमारियों के प्रभाव को कम किया जा सके.

व्यय वित्त समिति से मिल चुकी है मंजूरी
वेटनरी मेडिकल कॉलेज के निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने पूर्व में ही इसके लिए 40 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान कर रखा है. लोक निर्माण विभाग की तरफ से इसके निर्माण के लिए बनाई गई 425 करोड़ रुपये की प्राथमिक डीपीआर को व्यय वित्त समिति की मंजूरी भी मिल चुकी है.

इसे भी पढ़ें-जानिए, जलकुंभी और मूंज ने कैसे बदल दी इन थारू महिलाओं की जिंदगी?


वेटनरी मेडिकल कॉलेज को भविष्य में विश्वविद्यालय बनाने की भी तैयारी
इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के सदस्य शामिल डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि गोरखपुर के वेटनरी मेडिकल कॉलेज में शुरू के वर्षों में 100 सीट के साथ अंडर ग्रेजुएट कोर्स शुरू किए जाएंगे. बाद में यहां पोस्ट ग्रेजुएट एवं डॉक्टरेट के कोर्स भी चलेंगे. इस कॉलेज को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान केंद्र मथुरा से संबद्ध किया जाएगा. यहां आने वाले वर्षों में फिशरीज, फॉरेस्ट्री एवं डेयरी के कोर्स भी चलाए जाएंगे. वेटनरी मेडिकल कॉलेज का स्वरूप ऐसा रखा जाएगा कि भविष्य में यह विश्वविद्यालय का भी रूप ले सके. गोरखपुर का वेटनरी मेडिकल कॉलेज 'स्टेट ऑफ आर्ट' की तर्ज पर निर्मित होगा. चिह्नित जमीन का निरीक्षण कर निर्माण कार्य को हरी झंडी दिखाने के लिए जल्द ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा महाविद्यालय एवं गो अनुसंधान केंद्र मथुरा के कुलपति का दौरा भी होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.