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गोरखपुर: बाढ़ से निपटने के लिए आपदा मित्रों को दिया गया प्रशिक्षण

आपदा से निपटने के लिए आरआरसी 11वीं एनडीआरएफ गोरखपुर की एक विशिष्ट प्रशिक्षित टीम और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में जनपद के समस्त तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें सभी को आपदा के विषय में प्रशिक्षण दिया गया.

गोरखपुर.
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Published : Jun 26, 2019, 2:29 PM IST

गोरखपुर: आपदा बहुत ही कम समय के लिए आती है, पर अपना असर लंबे समय तक छोड़ जाती है. आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करके इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. इन आपदाओं से निपटने के लिए आरआरसी 11वीं एनडीआरएफ गोरखपुर की टीम और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

सदर तहसील में आपदा मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया.
  • इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 आपदा मित्रों का चयन किया गया और उन्हें भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया.
  • आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के गौतम गुप्ता ने बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
  • साथ ही साथ इस आपदाओं में प्रयोग की जाने वाली विभिन्न बचाव तकनीक, फंसे हुए लोगों को निकालने व प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया.
  • इसमें बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा के लिए स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा भूकंप, भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया.

तहसील सदर में एनडीआरफ टीम द्वारा प्रशिक्षण व प्रदर्शनी लगाई गई थी. इसमें आपदा मित्रों की सहभागिता महत्वपूर्ण रही. आपदा मित्र का गठन किसी भी आपदा से निपटने के लिए किया गया है. पूरे प्रदेश के 2 जनपदों में आपदा मित्र टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है. आपदा मित्रों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है.
पीएल शर्मा, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ

एसडीआरएफ का गठन 2017 में किया गया, जो राज्य में विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए बनाई गई है. पिछले 2 वर्षों में सैकड़ों राहत बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस बार भी मानसून को देखते हुए एसडीआरएफ पूरी तरह से तैयार है.
अजय त्रिपाठी, एसआई, एसडीआरएफ

जनपद के समस्त तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें प्रमुख रूप से आरआरसी 11वीं एनडीआरफ, एसडीआरएफ, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े हुए छात्र-छात्राएं और आपदा मित्रों द्वारा आपदा विषय पर प्रशिक्षण दिया गया. इसमें तहसीलदार, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, आम नागरिकों को बाढ़ से पूर्व बचने के लिए प्रशिक्षित किया गया.
गौतम गुप्ता, प्रभारी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गोरखपुर

गोरखपुर: आपदा बहुत ही कम समय के लिए आती है, पर अपना असर लंबे समय तक छोड़ जाती है. आपदा को रोका नहीं जा सकता, लेकिन इसके प्रति आम लोगों को जागरूक करके इससे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है. इन आपदाओं से निपटने के लिए आरआरसी 11वीं एनडीआरएफ गोरखपुर की टीम और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

सदर तहसील में आपदा मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया.
  • इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 200 आपदा मित्रों का चयन किया गया और उन्हें भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया.
  • आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के गौतम गुप्ता ने बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
  • साथ ही साथ इस आपदाओं में प्रयोग की जाने वाली विभिन्न बचाव तकनीक, फंसे हुए लोगों को निकालने व प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया.
  • इसमें बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा के लिए स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा भूकंप, भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया.

तहसील सदर में एनडीआरफ टीम द्वारा प्रशिक्षण व प्रदर्शनी लगाई गई थी. इसमें आपदा मित्रों की सहभागिता महत्वपूर्ण रही. आपदा मित्र का गठन किसी भी आपदा से निपटने के लिए किया गया है. पूरे प्रदेश के 2 जनपदों में आपदा मित्र टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों को शामिल किया गया है. आपदा मित्रों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है.
पीएल शर्मा, 11वीं बटालियन एनडीआरएफ

एसडीआरएफ का गठन 2017 में किया गया, जो राज्य में विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए बनाई गई है. पिछले 2 वर्षों में सैकड़ों राहत बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस बार भी मानसून को देखते हुए एसडीआरएफ पूरी तरह से तैयार है.
अजय त्रिपाठी, एसआई, एसडीआरएफ

जनपद के समस्त तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसमें प्रमुख रूप से आरआरसी 11वीं एनडीआरफ, एसडीआरएफ, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े हुए छात्र-छात्राएं और आपदा मित्रों द्वारा आपदा विषय पर प्रशिक्षण दिया गया. इसमें तहसीलदार, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, आम नागरिकों को बाढ़ से पूर्व बचने के लिए प्रशिक्षित किया गया.
गौतम गुप्ता, प्रभारी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गोरखपुर

Intro:गोरखपुर। आपदा बहुत ही कम समय के लिए आती है, पर अपना असर लंबे समय तक छोड़ जाती है। आपदा को रोका नहीं जा सकता, बल्कि इसके प्रति जागरूक होकर आम लोगों को जागरूक करके आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। साथ ही कई महत्वपूर्ण जीवन को भी बचाया जा सकता है, इस प्रशिक्षण शिविर में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े हुए छात्र-छात्राएं, तहसीलदार, लेखपाल, आपदा मित्र आदि भारी संख्या में मौजूद रहे।

इसी सोच को साकार रूप देते हुए आपदा से निपटने के लिए है, आरआरसी 11वीं एनडीआरएफ गोरखपुर की एक विशिष्ट प्रशिक्षित टीम व आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में जनपद के समस्त तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सभी को आपदा के विषय में प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही पूरे प्रदेश में आपदा से निपटने के लिए 2 जनपदों में आपदा मित्र टीम का गठन किया गया। जिसमें गोरखपुर में 200 आपदा मित्रों का चयन किया गया और उन्हें भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया।


Body:आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के गौतम गुप्ता ने बाढ़ या भूकंप जैसी आपदा से बचाव के लिए आपदा से पूर्व दौरान और बाद में अपनाई जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसमें बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा हेतु स्थानीय संसाधनों से निर्मित रक्षक जैकेट व राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, सांप काटने पर किए जाने वाले उपचार तथा भूकंप, भूस्खलन और आग जैसी आपदाओं में घायल हुए व्यक्तियों को अस्पताल से पूर्व चिकित्सा के बारे में बताया गया।साथ ही साथ इस आपदाओं में प्रयोग किए जाने वाले विभिन्न बचाव तकनीक, फंसे हुए लोगों को निकालने एवं उन्हें प्राथमिक उपचार देने के बारे में बताया गया।

वही गोरखपुर जनपद में तैयार किए गए 200 आपदा मित्रों को भी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल किया गया, इन आपदा मित्रों का प्रशिक्षण इससे पूर्व एनडीआरएफ की 11वी बटालियन ने बनारस के गंगा घाट पर तैराकी, डूब रहे व्यक्तियों का बचाव के साथ ही कई अन्य प्रशिक्षण दिए गए थे। आपदा मित्रों का चयन तहसील स्तर से किया गया है, जहां पर बाढ़ की संभावना ज्यादा बनी रहती है। प्रदेश में पहली बार इस तरह की टीम का गठन किया गया है, जो किसी भी आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी, पुलिस के साथ मिलकर लोगों के जनों को बचाने का काम करेगी।

इसमें एनडीआरएफ द्वारा आपदा के समय उपयोगी विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे संचार व्यवस्था में क्यू. डी. ए. सेटेलाइट फोन, वीएचएफ, खोजी यंत्रों में वी एन एस, कटिंग उपकरण में रोटरी, रेस्क्यू सा, सर्कुलर सॉ, पेट्रोजैन टॉर्च, बाढ़ में उपयोगी इनफ्लैटेबल रबर बोट, डीप डाइवर सेट, घरेलू सामानों का उपयोग कर बनाए गए राफ्ट, लाइफ जैकेट, लाइफ बाय आदि आधुनिक उपकरणों की प्रदर्शनी लगाकर लोगों को अवगत कराया गया।


Conclusion:इस मौके पर 11वी एनडीआरएफ बटालियन के पीएल शर्मा ने बताया कि तहसील सदर में एनडीआरफ टीम द्वारा प्रशिक्षण व प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसमें आपदा मित्रों की सहभागिता महत्वपूर्ण रही, आपदा मित्र का गठन किसी भी आपदा से निपटने के लिए किया गया है। पूरे प्रदेश के 2 जनपदों में आपदा मित्र टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय व बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगो को शामिल किया गया है। आपदा मित्रों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया है, आपदा से निपटने के लिए।

बाइट पीएल शर्मा, 11वी बटालियन एनडीआरएफ

राज्य आपदा मोचन बल के एसआई अजय त्रिपाठी ने बताया कि एसडीआरएफ का गठन 2017 में किया गया है, जो राज्य में विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए बनाई गई है। पिछले 2 वर्षों में सैकड़ों राहत बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है, इस बार भी मानसून को देखते हुए एसडीआरएफ पूरी तरह से तैयार है।

बाइट - अजय त्रिपाठी, एसआई - एसडीआरएफ

वहीं आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर के प्रभारी गौतम गुप्ता ने बताया कि जनपद के समस्त तहसीलों में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें प्रमुख रुप से आरआरसी 11वी एनडीआरफ, एसडीआरएफ, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े हुए छात्र छात्राएं और आपदा मित्रों द्वारा आपदा विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें तहसीलदार, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, आम नागरिकों को बाढ़ से पूर्व बाढ़ से बचने के लिए प्रशिक्षित किया गया।

बाइट - गौतम गुप्ता, प्रभारी - आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोरखपुर

वहीं आपदा मित्रों ने बताया कि हम लोगों का चयन पूर्ण रूप से एनडीआरएफ टीम की देखरेख में किया गया है, हम लोगों को प्रशिक्षण के लिए बनारस के गंगा घाट पर तैराकी, बाढ़ के दौरान जीवन सुरक्षा, स्वनिर्मित रक्षक जैकेट, राफ्ट, दूषित जल को घर पर फिल्टर करने का तरीका, बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकालने एवं उन्हें प्राथमिक उपचार देने का प्रशिक्षण दिया गया है।

बाइट - चंद्रकांता, आपदा मित्र
बाइट - रामप्रकाश, आपदा मित्र




निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
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