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आज बेहद करीब होंगे बृहस्पति और शनि ग्रह, दिखेगा अद्भुत नजारा

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Published : Dec 21, 2020, 8:57 AM IST

Updated : Dec 21, 2020, 1:59 PM IST

आज यानी सोमवार को दो बड़े ग्रह शनि और बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे. कमाल की बात बिना किसी दूरबीन या उपकरण के यह घटना सीधे देखी जा सकेगी. दोनों ग्रह 397 साल बाद इतनी करीब होंगे.

शनि और बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब
शनि और बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब

गोरखपुरः हमारे सौरमंडल के दो बड़े ग्रह शनि और बृहस्पति सोमवार को एक दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे. इससे पहले यह घटना 17वीं शताब्दी में महान खगोल विद गैलीलियो के जीवन काल में हुई थी. कमाल की बात यह घटना सोमवार को लोग सीधे देख सकेंगे. गोरखपुर नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अमरपाल का कहना है कि सोमवार की शाम सूर्यास्त के बाद लोग बिना किसी उपकरण की मदद से इस घटना को देख सकते हैं.

शनि और बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे

397 साल बाद एक बार फिर बृहस्पति और शनि ग्रह इतने करीब
अमरपाल ने बताया कि करीब 397 साल बाद बृहस्पति और शनि ग्रह इतने नजदीक आए हैं. इससे पहले जुलाई 1623 में दोनों ग्रह इतने करीब आए थे. तब सूर्य के काफी नजदीक होने की वजह से इसे देख पाना संभव नहीं था. ऐसा पहली बार हो रहा है जब इस खगोलीय घटना को देखा जा सकेगा. 21 दिसंबर 2020 को होने जा रही इस घटना के आधार पर यह साल का सबसे छोटा दिन भी माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना बार-बार नहीं होती और जिस व्यक्ति के भी नजर में यह नजारा कैद होगा वह उसके लिए अद्भुत क्षण होगा.

20 साल में एक बार पास से गुजरता है बृहस्पति
नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बृहस्पति ग्रह अपने पड़ोसी शनि ग्रह के पास से हर 20 साल में एक बार जरूर कर गुजरता है लेकिन पहली बार इसका इतना नजदीक आना खास हो गया है. दोनों ग्रहों के बीच की दूरी इस दौरान 0.1 डिग्री रह जाएगी. इसके साथ ही मौसम अनुकूल रहा तो यह आसानी से सूर्यास्त के बाद दुनिया भर में देखा जा सकता है.

द ग्रेट कंजेक्शन
राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि बृहस्पति व शनि सूर्य की परिक्रमा में कई साल का वक्त लगा देते हैं. इसी वजह से इन दोनों को साथ देखने का मौका भी कई साल बाद मिलता है. उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को यह सबसे बड़ी खगोलीय घटना द ग्रेट कंजक्शन होगी. वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव के मुताबिक इसके बाद दोनों ग्रहों में इतनी नज़दीकियां 15 मार्च 2080 में दिखाई देंगी. शनि और बृहस्पति का यह मिलन हर 20 साल बाद होता है, लेकिन इतनी नजदीकी हर बार नहीं होती. उन्होंने बताया कि सौरमंडल में पांचवा ग्रह बृहस्पति और छठवां ग्रह शनि निरंतर सूर्य की परिक्रमा करते हैं. बृहस्पति की एक परिक्रमा लगभग 12 साल में हो पाती है तो उसे शनि को लगभग 30 साल लग जाते हैं. परिक्रमा समय के इस अंतर के कारण लगभग हर 19.6 साल में यह दोनों ग्रह आकाश में साथ दिखते हैं. इसे ग्रेट कंजक्शन कहते हैं. अब आने वाले दिनों में ग्रेड कंजक्शन 5 नवंबर 2040, 10 अप्रैल 2060, 15 मार्च 2080 को होगा, लेकिन इस साल 21 दिसंबर की तरह रात में दिखाई देने वाला यह कंजक्शन 2080 में होगा.

गोरखपुरः हमारे सौरमंडल के दो बड़े ग्रह शनि और बृहस्पति सोमवार को एक दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे. इससे पहले यह घटना 17वीं शताब्दी में महान खगोल विद गैलीलियो के जीवन काल में हुई थी. कमाल की बात यह घटना सोमवार को लोग सीधे देख सकेंगे. गोरखपुर नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अमरपाल का कहना है कि सोमवार की शाम सूर्यास्त के बाद लोग बिना किसी उपकरण की मदद से इस घटना को देख सकते हैं.

शनि और बृहस्पति एक दूसरे के बेहद करीब नजर आएंगे

397 साल बाद एक बार फिर बृहस्पति और शनि ग्रह इतने करीब
अमरपाल ने बताया कि करीब 397 साल बाद बृहस्पति और शनि ग्रह इतने नजदीक आए हैं. इससे पहले जुलाई 1623 में दोनों ग्रह इतने करीब आए थे. तब सूर्य के काफी नजदीक होने की वजह से इसे देख पाना संभव नहीं था. ऐसा पहली बार हो रहा है जब इस खगोलीय घटना को देखा जा सकेगा. 21 दिसंबर 2020 को होने जा रही इस घटना के आधार पर यह साल का सबसे छोटा दिन भी माना जा सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना बार-बार नहीं होती और जिस व्यक्ति के भी नजर में यह नजारा कैद होगा वह उसके लिए अद्भुत क्षण होगा.

20 साल में एक बार पास से गुजरता है बृहस्पति
नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि बृहस्पति ग्रह अपने पड़ोसी शनि ग्रह के पास से हर 20 साल में एक बार जरूर कर गुजरता है लेकिन पहली बार इसका इतना नजदीक आना खास हो गया है. दोनों ग्रहों के बीच की दूरी इस दौरान 0.1 डिग्री रह जाएगी. इसके साथ ही मौसम अनुकूल रहा तो यह आसानी से सूर्यास्त के बाद दुनिया भर में देखा जा सकता है.

द ग्रेट कंजेक्शन
राजधानी लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि बृहस्पति व शनि सूर्य की परिक्रमा में कई साल का वक्त लगा देते हैं. इसी वजह से इन दोनों को साथ देखने का मौका भी कई साल बाद मिलता है. उन्होंने बताया कि 21 दिसंबर को यह सबसे बड़ी खगोलीय घटना द ग्रेट कंजक्शन होगी. वैज्ञानिक सुमित श्रीवास्तव के मुताबिक इसके बाद दोनों ग्रहों में इतनी नज़दीकियां 15 मार्च 2080 में दिखाई देंगी. शनि और बृहस्पति का यह मिलन हर 20 साल बाद होता है, लेकिन इतनी नजदीकी हर बार नहीं होती. उन्होंने बताया कि सौरमंडल में पांचवा ग्रह बृहस्पति और छठवां ग्रह शनि निरंतर सूर्य की परिक्रमा करते हैं. बृहस्पति की एक परिक्रमा लगभग 12 साल में हो पाती है तो उसे शनि को लगभग 30 साल लग जाते हैं. परिक्रमा समय के इस अंतर के कारण लगभग हर 19.6 साल में यह दोनों ग्रह आकाश में साथ दिखते हैं. इसे ग्रेट कंजक्शन कहते हैं. अब आने वाले दिनों में ग्रेड कंजक्शन 5 नवंबर 2040, 10 अप्रैल 2060, 15 मार्च 2080 को होगा, लेकिन इस साल 21 दिसंबर की तरह रात में दिखाई देने वाला यह कंजक्शन 2080 में होगा.

Last Updated : Dec 21, 2020, 1:59 PM IST

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