गोरखपुर: अमिताभ बच्चन की फिल्म जादूगर ने लोगों के दिलों दिमाग पर राज किया था और इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर भी खूब वाहवाही मिली थी, लेकिन रील और रियल लाइफ में बहुत फर्क होता है. जहां जिले में लगे जादू के शो में दर्शकों की दरकार है. वहीं जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी कलाकार मुकाम हासिल करने में नाकाम हैं. वहीं आधुनिक समय के बदलते परिवेश में लोगों ने अपने मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन मोबाइल को बना लिया है. शायद यही वजह है कि उस वक्त 3 घंटे की फिल्म 'जादूगर' को जो सफलता मिली थी वह आज जादू के शो को नहीं मिल पा रही है.
इसे भी पढ़ें- हमीरपुर: बारिश से किसानों में जगी अच्छी फसल की उम्मीद, लेकिन सता रहा अन्ना पशुओं का डर
जादू के शो को नहीं मिल रहे दर्शक
पिछले 15 दिनों से शहर के बैंक रोड स्थित एक स्थानीय मैरिज हाल में जादूगर शहंशाह का शो लगा हुआ है, जो दिन में लगातार तीन शो दिखाकर लोगों का मनोरंजन कर रहा है. ऐसे में खाली पड़ी कुर्सियां और लोगों की उदासीनता जादूगर के शो को काफी निराश कर रही हैं. किसी शो में 15 तो किसी शो में 50 की संख्या में लोग पहुंच रहे हैं, ऐसे में प्रतिदिन का खर्च निकाल पाना भी जादूगर शहंशाह को महंगा पड़ रहा है.
क्या कुछ कहना है जादूगर शहंशाह का
मूलत: प्रयागराज के रहने वाले एलके मिश्रा जिनको इस क्षेत्र में लोग शहंशाह के नाम से जानते हैं, ये पिछले 5 साल से से जादूगरी का खेल दिखाकर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं. एक शो लगभग ढाई से 3 घंटे का होता है जिसमें 6 से अधिक हैरतअंगेज करतब देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं. एलके मिश्रा सरकारी उदासीनता और आधुनिक समाज में आम लोगों की रोजमर्रा की जरूरत बन चुके मोबाइल से काफी आहत हैं. उनका कहना है कि लोग 24 घंटे में 18 से 20 घंटे का समय अपने मोबाइल को देते हैं, ऐसे में खेल दिखाकर पेट पालना बड़ा ही मुश्किल हो गया है.
जादूगर शहंशाह की टीम में कुल 28 लोग अपने घर परिवार को छोड़कर आम लोगों का जादू के माध्यम से मनोरंजन कर रहे हैं. ये जिस भी शहर में जाते हैं, वहां पर एक दिन में तीन शो का आयोजन करते हैं. आयोजन से पहले घंटों मेहनत के बाद एक-एक शो को दिखाया जाता है. इनके हैरतअंगेज कर देने वाले शो में लड़की को हवा में उड़ाना, बाइक गायब करना, 12 फीट की स्टेचू ऑफ़ लिबर्टी को गायब कर देना, नशा मुक्ति पर विशेष करतब को दिखाना, कन्या भ्रूण हत्या जैसे तमाम शो शामिल हैं.
जादूगर शहंशाह ने कहा कि हम विभिन्न शहरों में जाकर अपने शो का आयोजन करते हैं, इस दौरान उन्हें तमाम समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है जैसे स्थानीय स्तर पर जिला प्रशासन का सहयोग ना मिलना, जनप्रतिनिधियों का सहयोग ना मिलना, साथ ही स्थानीय लोगों की उदासीनता भी एक बड़ा कारण है.