गोरखपुर: औरंगाबाद गांव की टेराकोटा शिल्प कला 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' के तहत जिले की पहचान बन चुकी है. अब यह गांव की सरहद से निकलकर पूरे देश में अपने अनोखे रंग और डिजाइन से लोगों को आकर्षित कर रही है. वहीं, इस कला की पहचान बढ़ने से शिल्पकारों के रोजगार में वृद्धि होने लगी है.
सीएम योगी ने दिया प्रोत्साहन
उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालते ही सीएम योगी ने शिल्पकार को प्रोत्साहन देना शुरू किया और इनके रोजगार में बढ़ोतरी होने लगी. अब टेराकोटा के सामान देश-विदेश भी जाने लगे हैं. जिससे इन शिल्पकारों के रोजगार में वृद्धि हुई. पहले टेराकोटा के शिल्पकार कहीं सामान लेते थे तो उन्हें गाड़ी का आने-जाने का खर्चा भी देना पड़ता था, लेकिन आज इन्हें आने-जाने का पैसा नहीं देना पड़ता है, जिससे इनकी आमदनी बढ़ गई है. अब टेराकोटा शिल्प की प्रदर्शनी भी हर जगह लगाई जा रही है. इससे इन्हें फायदा भी मिल रहा है और इनकी रोजी-रोटी भी अब अच्छे से चलने लगी है.
यह भी पढ़ें: पीएम मोदी के चन्दौली दौरे का सपाइयों ने किया विरोध, पुलिस ने कार्यक्रम स्थल जाने से रोका
टेराकोटा की प्रदर्शनी में आए शिल्पकारों का कहना है कि सीएम के इस कला के प्रमोट किए जाने के बाद से अब उनके जीवन में भी बड़ा बदलाव आए हैं. कभी इस कला को संवारने वाले हाथ भुखमरी के कगार पर रहते थे, लेकिन आज इसी की बदौलत उनके परिवार में समृद्धि बढ़ गई है.