गोरखपुर: विगत 27 अक्टूबर को कैंट थाना क्षेत्र के सिंघाडिया मोहल्ले में 22 लाख रुपये की लूट हुई थी. लूट की सूचना 112 नंबर पर दिए जाने के बाद कैंट थाने की फोर्स के साथ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे. अब पुलिस ने इस वारदात का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से भारी मात्रा में लूट का माल भी बरामद हुआ है.
करीबी के वारदात में शामिल होने का शक
वारदात के बाद पुलिस घटना को संदिग्ध मानकर पहले ही दिन से छानबीन में लगी हुई थी. घटना के आठ दिनों बाद गोरखपुर पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए इस घटना में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से सोने की चेन, मोबाइल, नकदी के साथ ही वारदात में प्रयुक्त तमंचा-कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद किया है.
जेल में बनाई थी लूट की योजना
पुलिस लाइन के व्हाइट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने बताया कि इंस्टीट्यूट में कार्यरत एजेंट पवन सिंह अपने गांव में हुए विवाद के बाद धारा 307 के अंतर्गत सिवान जिला जेल में निरुद्ध था. जेल में ही पवन सिंह की मुलाकात अजय सिंह से हुई. दोनों ने अपने ही दोस्त के इंस्टीट्यूट में लूट की योजना बनाई और 27 तारीख की शाम को 7 बजे शातिर अपराधियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे दिया. पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.