गोरखपुर: मानसून आने के बाद लगातार हो रही बरसात से ब्रह्मपुर ब्लॉक से हो जाने वाली नदियां उफान पर हैं. क्षेत्र में तटबन्धों की स्थिति सुदृढ़ न होने के कारण कछार क्षेत्र के 52 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. शनिवार को उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता के आदेश पर चौरी-चौरा की नायब तहसीलदार अलका सिंह ने वरिष्ठ बीजेपी नेता रविकांत तिवारी के साथ राप्ती नदी के पानी से घिरे छितहरी भरकच्छा गांव का दौरा कर वहां किए गए कार्य का रिपोर्ट उपजिलाधिकारी से अवगत कराया.
52 गांवों में बाढ़ का खतरा
गौरतलब है कि तहसील क्षेत्र के 52 गांव में इस समय बाढ़ के खतरा मंडरा रहा है, जिसके मद्देनजर उजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता लगातार बाढ़ राहत कार्य व बचाव कार्य का स्वयं निगरानी कर रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को नायब तहसीलदार अलका सिंह ने बरही, डीहघाट, रोहा, छितहरी, भरकच्छा गांव के तटबंधो पर राप्ती नदी की कटान का जायजा लिया. इस दौरान संवेदनसील तटबन्धों पर मिट्टी की बोरियों की व्यवस्था, बरसात से हुए रेनकट व रैंट होल्स को तुरंत दुरुस्त कराने का निर्देश दिया.
धीरे-धीरे बढ़ रहा जलस्तर
तहसील क्षेत्र में बहने वाली राप्ती व गोर्रा नदियों के अलावा फारेन नाला में जलस्तर की वृद्धि हो रही है. तटबन्धों के किनारे रहने वाले जानकारों का कहना है कि नदियों के जल में वर्तमान समय में धीमे गति से वृद्धि हो रही है. इस तरह की नदियों की जल स्तर में वृद्धि खतरनाक होता है.
पुलिस, राजस्व व सिंचाई विभाग की कर रहा निगरानी
इस संबंध में उपजिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने बताया है क्षेत्र में बाढ़ चौकियां बना कर 24 घण्टे तटबन्धों की निगरानी की जा रही है. पुलिस, राजस्व व सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम निगरानी कर रही है. छितहरी गांव में राप्ती के पानी को देखते हुए सुरक्षित आगमन के लिए नाव की व्यवस्था कराई गई है.