गोरखपुर: अयोध्या जमीन विवाद का फैसला तो सुप्रीम कोर्ट से आना है, लेकिन संभावनाओं और भावनाओं के आधार पर यहां पर निर्माण के प्रकल्प को आकार देने से लोग पीछे नहीं हट रहे. महाराणा प्रताप पॉलिटेक्निक कॉलेज में सोमवार को तकनीक के छात्रों ने प्रदर्शनी में खेती-किसानी और बिजली की समस्या को कम करने के ढेरों तरीके प्रदर्शित किए, लेकिन आर्किटेक्ट इंजीनियरिंग के छात्रों ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर का अद्भुत मॉडल बनाकर हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर लिया.
बेसिक शिक्षा मंत्री ने की छात्रों की तारीफ
आप घर में एक्सरसाइज करते हुए पसीना बहाएं, लेकिन पसीना बहाने के दौरान शरीर से जो ऊर्जा खर्च हो, उससे अगर बिजली बन जाए और आपका घर रोशन होने लगे तो फिर क्या कहना? यही नहीं सड़क पर चलते हुए आपकी गाड़ी स्पीड ब्रेकर पर अचानक चढ़ जाए और कोई दुर्घटना भी न हो, साथ ही आसपास के बिजली के खंभों की लाइट जल जाए तो यह सब अद्भुत खोज ही कही जाएगी, जिसका नजारा देखने के बाद प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन प्रतिभाओं को सहेजने और संवर्धन की जरूरत है, जिसका पूरा प्रयास होगा.
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जब सबकी नजरें थम सी गईं
प्रदर्शनी में कई ऐसे मॉडल थे, जो वास्तव में अद्भुत थे. दवा और कीटनाशक का छिड़काव भी किसान बिना भार सहन किए कर सकें, ऐसी खोज भी छात्रों ने की थी. कोहरे के मौसम में दुर्घटना न होने पाए. इसका भी उपाय छात्रों ने ढूंढ निकाला था, लेकिन जिस मॉडल पर जाकर हर कोई रुका और चेहरे पर खुशी अचानक दौड़ गई, वह मॉडल था राम मंदिर का. इसको बनाने वाले छात्र ने कहा कि अगर कोर्ट से फैसला राम के हक में आए तो मंदिर उसके मॉडल पर बनाया जाए. यही सोच कर उसने अपना मॉडल तैयार किया है.