गोरखपुर: कानपुर और गोंडा के बाद अब गोरखपुर में 14 साल के मासूम के अपहरण से सनसनी फैल गई है. 24 घंटे से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस और एसटीएफ के हाथ पूरी तरह से खाली हैं. हालांकि एसटीएफ ने पूछताछ के 6 से ज्यादा लोगों को उठाया है. इसके बावजूद अभी तक पुलिस या एसटीएफ के हाथ बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा है.
दरअसल जिले के पिपराइच इलाके के जंगल छात्रधारी के मिश्रौलिया का रहने वाला 14 साल का बलराम गुप्ता सुबह 10:00 बजे घर से दुकान के लिए निकला था. दोपहर 12 से 1 बजे के बीच वह दुकान से घर जाने के लिए निकला, लेकिन घर नहीं पहुंचा. इसके बाद बदाम गुप्ता के पिता महाजन गुप्ता के मोबाइल पर लगभग 1:00 बजे दोपहर में अपहरणकर्ता का फोन आया. अपहरणकर्ता ने फोन पर बच्चे का अपहरण कर लिए जाने के बारे में बताके हुए एक करोड़ की फिरौती की मांग की. बलराम के पिता को यह भी धमकी दी गई कि अगर एक करोड़ रूपया नहीं दिया, तो उसके बच्चे को मौत के घाट उतार दिया जाएगा. इस घटना के बाद बलराम की परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग हाथ नहीं लगा. देर शाम परिजनों ने पुलिस को बलराम के अपहरण की सूचना दी. इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. इसके बाद पिपराइच थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ हरकत में आईं और 6 से ज्यादा लोगों से पूछताछ शुरू की.
वहीं बलराम के गांव और घर में उसके अपहरण को लेकर रोना-पीटना मचा हुआ है. परिजनों की आंख में आंसू हैं तो वही मां अंबालिका का रो-रोकर बुरा हाल है. मां अंबालिका ने बिलखते हुए बताया कि उसके बच्चे का अपहरण कर लिया गया है, लेकिन पुलिस अभी तक कुछ पता नहीं लगा पाई है. 24 घंटे से अधिक समय बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक कुछ नहीं कर पा रही है. वहीं मां का कहना है कि उन्हें किसी भी सूरत में उनका बच्चा वापस चाहिए.
अपहृत बच्चे के पांच भाई-बहन हैं. चार बहनों का बलराम इकलौता भाई है. उसके इस तरह से अपहरण हो जाने के कारण बहनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है. बलराम की बहन विजयलक्ष्मी बताती हैं कि पिता महाजन गुप्ता के मोबाइल पर कल दोपहर एक बजे के करीब फोन आया था. फोन करने वाले ने बोला कि बलराम का अपहरण कर लिया गया है. एक करोड़ रुपये की रकम का इंतजाम कर लो, नहीं तो तुम्हारे बच्चे को मौत के घाट उतार दिया जाएगा. उसके बाद हम लोगों ने बलराम की तलाश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला. देर शाम पिता ने थाने में तहरीर दी, जिसके बाद पिपराइच थाने की पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. पुलिस सरगर्मी से अपहरणकर्ताओं और बच्चे की तलाश में जुटी है.
वहीं इस संबंध में पुलिस के आला अधिकारियों ने पूरी तरह से चुप्पी साध ली है. वहीं कोई भी अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.