गोरखपुर: सनातन धर्म की अलख जगाने और राष्टोत्कर्म अभियान यात्रा पर पिछले एक माह से निकले गोवर्धन मठ पुरी के जगतगुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का आगमन गुरुवार शाम 5:30 बजे गोरखपुर में हो रहा है. वह अपने दो दिवसीय यात्रा पर गोरखपुर पहुंच रहे हैं. जिसमें गुरु दीक्षा से लेकर धर्म सभा का कार्यक्रम भी उनका होना है. 29 अक्टूबर को दिन में 11:00 बजे वह लोगों को गुरु दीक्षा देंगे और संगोष्ठी के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करेंगे.
शाम 5:00 बजे विश्व प्रसिद्ध गीता वाटिका परिसर में वह धर्म सभा को संबोधित करेंगे. इस धर्म सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी शामिल होने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है. ऐसा माना जा रहा है कि इसमें शामिल होने के लिए योगी 29 तारीख को दिन में गोरखपुर नगर निगम परिसर में लगाए जा रहे दिवाली मेला उत्सव में भी आएंगे. वृंदावन से शुरू हुई निश्चलानंद महाराज की यात्रा नेपाल के करीब सिद्धार्थनगर जनपद में पहुंची है और महाराजगंज होते हुए 28 तारीख को गोरखपुर पहुंच रही है.
गोरखपुर में दो दिन रुकने के बाद शंकराचार्य की यात्रा बंगाल की ओर बढ़ जाएगी और फिर वह अपनी पूरी मटकी और लौट जाएंगे अपनी इस यात्रा में शंकराचार्य सनातन धर्म को लेकर धर्म आचार्य वेद आचार्य और प्रबुद्ध जनों से सीधा संवाद स्थापित करके उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे अपनी इस यात्रा के दौरान शंकराचार्य 25 अक्टूबर को नेपाल की भरावा में भी 2 दिन बिता कर गोरखपुर पहुंचेंगे उनके आगमन को लेकर आयोजन समिति से जुड़े हुए लोग सभी प्रकार की तैयारियों को पूर्णता प्रदान कर रहे हैं, जिससे इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं और लोगों को शंकराचार्य से मिलने और उनको सुनने में कोई परेशानी न हो धर्म सभा के दौरान शंकराचार्य से 8 से 10 लोगों को सवाल पूछने की अनुमति होगी जिससे लोगों की जिज्ञासा शांत होगी.
शंकराचार्य के स्वागत में आयोजकों ने पालकी का इंतजाम किया है जिस में बैठा कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा. इस दौरान बैंड बाजा की धुन में भी उनके स्वागत में बजरंगी शंकराचार्य की यात्रा कई मायनों में खास होगी. उनकी मौजूदगी और धर्म सभा से जहां सनातन धर्म की परंपरा और हिंदुत्व की रक्षा को लेकर यहां से संदेश निकलेगा वही धर्म आचार्यों को भी अपने उथल-पुथल होने वाले विचारों में सुधार की उम्मीद बढ़ेगी.
धर्म सभा करके गोरखपुर पहुंच रहे शंकराचार्य
गोरखपुर में 2 दिन रुकने के बाद शंकराचार्य की यात्रा बंगाल की ओर बढ़ जाएगी और फिर वह अपने पूरी मठ की ओर लौट जाएंगे. अपनी इस यात्रा में शंकराचार्य सनातन धर्म को लेकर धर्माचार्य, वेदाचार्य और प्रबुद्ध जनों से सीधा संवाद स्थापित करके उनकी जिज्ञासा को शांत करेंगे. अपनी इस यात्रा के दौरान शंकराचार्य 25 अक्टूबर को नेपाल के भैरहवा में भी 2 दिन बिताकर गोरखपुर पहुंचेंगे. उनके आगमन को लेकर आयोजन समिति से जुड़े हुए लोग सभी प्रकार की तैयारियों को पूर्णता प्रदान कर रहे हैं. जिससे इस धार्मिक आयोजन में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं और लोगों को शंकराचार्य से मिलने और उनको सुनने में कोई परेशानी न हो. धर्म सभा के दौरान शंकराचार्य से 8 से 10 लोगों को सवाल पूछने की अनुमति होगी जिससे लोगों की जिज्ञासा शांत होगी.
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शंकराचार्य के स्वागत में आयोजकों ने पालकी का इंतजाम किया है जिस में बैठा कर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा इस दौरान बैंड बाजा की धुन में भी उनके स्वागत में बजरंगी शंकराचार्य की यात्रा कई मायनों में खास होगी उनकी मौजूदगी और धर्म सभा से जहां सनातन धर्म की परंपरा और हिंदुत्व की रक्षा को लेकर यहां से संदेश निकलेगा वही धर्म आचार्यों को भी अपने उथल-पुथल होने वाले विचारों में सुधार की उम्मीद बढ़ेगी.
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शंकराचार्य के स्वागत में आयोजकों ने पालकी का इंतजाम किया है जिस में बैठाकर उन्हें कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा. इस दौरान स्वगत में बैंड बाजा की धुन भी बजेगी. शंकराचार्य की यात्रा कई मायनों में खास होगी. उनकी मौजूदगी और धर्म सभा से जहां सनातन धर्म की परंपरा और हिंदुत्व की रक्षा को लेकर यहां से संदेश निकलेगा वही धर्म आचार्यों को भी अपने उथल-पुथल होने वाले विचारों में सुधार की उम्मीद बढ़ेगी. गोरखपुर में गोलघर काली मंदिर से उनके जुलूस की शुरुआत होगी.