गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर में भी प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है. स्कूल खुले एक महीने से ऊपर का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी तमाम स्कूलों में बच्चों को जूते-मोजे नहीं मिल सके हैं. वहीं 400 ऐसे स्कूलों के भवन हैं, जो पढ़ने लायक नहीं है. यह पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं और हादसे को दावत दे रहे हैं.
जल्द ध्वस्त किए जाएंगे जर्जर भवन
- बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने इन स्कूलों के बच्चों को नजदीक के दूसरे स्कूलों में शिफ्ट करते हुए पढ़ाने का आदेश शिक्षकों को दिया है.
- जहां कहीं व्यवस्था नहीं बन पा रही है, वहां किराए पर भी भवन लेकर स्कूल को संचालित करने की बात बीएसए ने कही है.
- जिन चार सौ स्कूलों की हालत खस्ता है, उनके भवन काफी पुराने हो चुके हैं.
- बारिश के समय में जर्जर भवन टपकते थे.
- जर्जर भवनों के प्लास्टर टूटकर गिरने की घटना कई बार सामने आ चुकी थी.
- बीएसए ने इन स्कूलों की रिपोर्ट संकलित करते हुए इन्हें ध्वस्त करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए निदेशालय और शासन को पत्राचार कर दिया है.