गोरखपुरः लगभग 7 माह से बंद चल रहे विद्यालयों को सोमवार से शासन के निर्देश पर खोल दिया गया. इसके बाद विद्यालयों में रौनक दिखाई देने लगी है. अभिभावकों की सहमति पर सोशल डिस्टेंसिंग के बीच लगभग 50 फीसद छात्र पढ़ते नजर आए. इस समय तीन-तीन घंटे के दो शिफ्टों में पढ़ाई कराई जा रही है. यूपी बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई के माध्यमिक विद्यालयों ने पूरी तैयारी के बीच अपने-अपने विद्यालयों को खोला है, लेकिन अधिकतर कक्षा में छात्रों की कम संख्या है.
समस्या पर प्रिंसिपल को करें सूचित
शहर में यूपी बोर्ड के स्कूल मारवाड़ बिजनेस सेंटर कॉलेज और आईसीएसई बोर्ड के स्टेपिंग स्टोन गर्ल्स इंटर कॉलेज में माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के अपर सचिव शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी विनोद कृष्ण, डीआईओएस ज्ञानेंद्र सिंह भदोरिया औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान दोनों ही अधिकारियों ने क्लासरूम और आइसोलेट इंटर का भी गहनता से निरीक्षण किया और छात्रों से बात कर उनकी सहमति को जाना. वहीं छात्र-छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल प्रधानाचार्य से संपर्क करें साथ ही उचित दूरी, मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य रूप से करते रहें.
कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन
दोनों ही अधिकारियों ने विद्यालय प्रबंधन से कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का कढ़ाई के साथ पालन कराते हुए बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए. बच्चों के विद्यालय आने और जाने के समय उनकी थर्मल स्कैनिंग, आक्सोमीटर आदि से जांच कराई जाए. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल सूचित करते हुए उन्हें उचित स्वास्थ्य व्यवस्था मुहैया कराई जाए.
स्टेपिंग स्टोन स्कूल में बेहतर व्यवस्था
स्टेपिंग स्टोन की वाइस प्रिंसिपल स्नेहिता चौहान ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार प्रॉपर गाइडलाइन के हिसाब से अभिभावकों की सहमति के बाद क्लास 9th और 10th के 800 में से लगभग 200 छात्र-छात्राओं को विद्यालय बुलाया गया था. विद्यालय गेट पर ही उनकी थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजेशन और जो बच्चे मास्क नहीं पहन कर आए हैं उन्हें मास्क भी दिया जा रहा है. बच्चों को जागरूक किया जा रहा है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई के साथ पालन करें.
स्कूल आकर छात्राएं खुश
क्लास 10 की छात्रा दीप्ति ने बताया कि स्कूल आने से पहले वह काफी डरी हुई थी और अभिभावक भी डरे हुए हैं, लेकिन स्कूल गेट से ही हम लोगों को पूरी तरीके से प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है. क्लास में आने से पहले क्लास को अच्छी तरीके से सैनिटाइज कराया गया है. वहीं एक बेंच पर केवल एक ही छात्र को बैठने दिया जा रहा है, काफी दिनों बाद स्कूल आकर अच्छा लग रहा है.
समुचित व्यवस्था के निर्देश
माध्यमिक शिक्षा परिषद के अपर सचिव विनोद कृष्ण ने बताया कि शासन के द्वार 19 अक्टूबर से जनपद के सभी स्कूल खोलने के निर्देश दिए गए थे. इसी क्रम में आज हम लोगों ने विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया है और विद्यालय प्रबंधन से कड़े शब्दों में कहा है कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई के साथ पालन कराते हुए समुचित सुरक्षा व्यवस्था विद्यालय आने वाले छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जाए.
कोताही न बरतने की सलाह
जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि स्कूलों के निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं से बात की जा रही है. वहीं विद्यालयों में अभी देखा जा रहा है कि आइसोलेशन सेंटर में क्या-क्या व्यवस्थाएं की गई हैं. फर्स्ट एड बॉक्स है कि नहीं साथ ही स्कूल प्रशासन को सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं कि सुरक्षा मानकों के साथ किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए.