गोरखपुरः समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 13 नवंबर को गोरखपुर पहुंचेंगे. अखिलेश यादव के आगमन से पहले शुक्रवार को ETV BHARAT से समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य और अखिलेश यादव की रथयात्रा के पूर्वांचल प्रभारी संजय लाठर ने खास बातचीत की.
संजय लाठर ने कहा कि आने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में समाजवादी पार्टी बेहतरीन प्रदर्शन करेगी. बीजेपी और योगी के गढ़ पूर्वांचल में सपा जीत का परचम लहराएगी. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में विकास की जितनी भी योजनाओं का योगी-मोदी फीता काट रहे हैं, वह सब अखिलेश यादव की सरकार की देन है. उन्होंने कहा कि शनिवार को गोरखपुर पहुंच रहे अखिलेश यादव अपनी रथ यात्रा की शुरुआत गोरखपुर से कर रहे हैं. इसके बाद वह बुद्ध की धरती कुशीनगर में 2 दिन रथयात्रा से चलेंगे. लाठर ने उम्मीद जताई कि कार्यकर्ताओं को सहेजने और उनमें उत्साह भरने के लिए यह रथयात्रा बेहद कामयाब होगी.
लाठर ने कहा कि जिस प्रकार हरदोई से अपनी रथ यात्रा की शुरुआत कर बुंदेलखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अखिलेश यादव ने साधने का कार्य किया है. उसी तरह राप्ती से लेकर गंडक नदी के किनारे को साधने के लिए अखिलेश यादव गोरखपुर पहुंच रहे हैं.
गोरखपुर में रथयात्रा को विधानसभा क्षेत्रों में नहीं ले जाने के सवाल पर लाठर ने कहा कि योगी के मजबूत किले को भेदने के लिए अखिलेश यादव बहुत जल्द यहां कार्यक्रम बनाएंगे. लेकिन इसकी शुरुआत वह शनिवार को ही कर देंगे. उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट से उतरने के बाद माडापार तिराहे पर अखिलेश यादव की रथ से ही एक सभा होगी. जिसमें गोरखपुर क्षेत्र के 9 विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी के कार्यकर्ता पदाधिकारी भाग लेंगे.
इसे भी पढ़ें-UP के किसानों को योगी सरकार ने दिया तोहफा, मिलेगी बड़ी राहत
लाठर ने कहा कि सपा भाजपा से यह जानना चाहती है कि साढ़े पांच लाख करोड़ का प्रति वर्ष के बजट के हिसाब से 5 वर्ष के कार्यकाल में 25 से 27 लाख करोड़ का होता है. आखिर इन पैसों का योगी सरकार ने कहां उपयोग किया. नौजवानों, किसानों के इस पैसे को बीजेपी सरकार ने उद्योगपतियों को लुटाने के लिए क्यों दे दिया. लाठर ने कहा कि इस सरकार में न तो नौजवान खुश है और न ही किसान. सभी को बस चुनाव का इंतजार है. जिसमें भारतीय जनता पार्टी को अपने झूठे वादे और काले कारनामे का खामियाजा हार के रूप में भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 2017 की परिस्थितियां कुछ और थी. लेकिन इस बार का माहौल बदला हुआ है. बीजेपी के क्रियाकलापों से जनता ऊब चुकी है. इसलिए अखिलेश यादव अपनी रथयात्रा के माध्यम से समाजवादी पार्टी के लिए फिर जनसमर्थन जुटाने में कामयाब होंगे ऐसी पूरी उम्मीद है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप