गोरखपुर : अपराध की दुनिया का बड़ा नाम और उत्तर प्रदेश के टॉप 61 माफिया की सूची में शामिल माफिया विनोद कुमार उपाध्याय पर शनिवार को एडीजी जोन गोरखपुर ने एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. हत्या, हत्या के प्रयास समेत दर्जनों मामले में वांछित इस फरार माफिया पर ₹50 हजार का इनाम पुलिस ने पहले से घोषित कर रखा था, लेकिन न तो यह अभी तक पुलिस के हाथ लग पाया और न ही इसकी गिरफ्तारी हो पाई है. इसके कोर्ट में भी हाजिर होने की बीच बीच में खबरें आती रहती थीं, लेकिन अभी तक विनोद पुलिस की पकड़ में नहीं आया. पुलिस ने इसके खिलाफ इनाम की राशि अब बढ़ा दी है, हालांकि इस बीच विनोद उपाध्याय की तमाम संपत्तियों को पुलिस ने सीज कर दिया है. इससे जुड़े और इसके सगे भाई की भी संपत्ति पुलिस ने सीज कर इस पर दबाव बनाने का प्रयास किया, लेकिन न तो विनोद कोर्ट में हाजिर हुआ और न ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर पाई है.
अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार ने जिले के इस टॉप-10, कुख्यात, मोस्टवांटेड अपराधी पर इनाम घोषित किया है. विनोद कुमार उपाध्याय के कई पते ठिकाने को पुलिस ने इसमें शामिल किया है, जिसमें उपाध्याय का पुरवा, थाना- माया बाजार, जिला अयोध्या, रेल विहार काॅलोनी, थाना-शाहपुर और धर्मशाला बाजार, थाना- गोरखनाथ शामिल है. इस अपराधी को पुलिस रेग्युलेशन एक्ट के तहत 464 (क) में निहित प्राविधानों के अनुसार, बन्दी बनाने या गिरफ्तारी के लिए परिणामजनक सूचना देने वाले, अराजपत्रित पुलिस कर्मियों, ग्राम चौकीदारों, आम नागरिकों को पूर्व स्वीकृत 50 हजार रुपये की धनराशि के पुरस्कार के स्थान पर, बढ़ाकर एक लाख रुपये की धनराशि देने का निर्णय लिया गया है.
वसूली, धमकी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने के मामले में फरार विनोद पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था. गुलरिहा, शाहपुर थाना पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच व एसटीएफ की टीम ने गोरखपुर, लखनऊ, देवरिया के साथ ही आस-पास के जिलों में गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दो माह पूर्व छापेमारी का बड़ा अभियान चलाया था, लेकिन सफल नहीं हो पाई थी.