गोरखपुरः केंद्र सरकार पर दमनकारी नीति लागू करने का आरोप लगाते हुए रेलवे मजदूर यूनियन के सदस्यों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कार्यकर्ता मुख्यालय कार्यालय परिसर से यांत्रिक कारखाना, स्टोर डिपो, लोको लॉबी, सिंगल कारखाना, पुल कारखाना, निर्माण शाखा, आउटडोर शाखा, मेडिकल शाखा से गोरखपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे. जहां उन्होंने भारत सरकार के मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ नारेबाजी की और केंद्र सरकार का पुतला जलाया.
रेलवे मजदूर यूनियन के सदस्यों का कहना है कि निजीकरण, निगमीकरण पर रोक लगाया जाए. एनपीएस को समाप्त कर पुरानी पेंशन नीति को बहाल की जाए. साथ ही उच्च ग्रेड के विभिन्न पदों को सीधी भर्ती का 10 प्रतिशत पदों का एलडीसी ओपन टू ऑल के माध्यम से ट्रैक मैन तथा अन्य विभाग को 1800 कर्मचारियों की नियुक्ति की जाए.
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के सहायक महामंत्री और रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्ता ने कहा कि यह दमनकारी सरकार रेल और कर्मचारी के अस्तित्व को समाप्त करने पर पूर्ण रूप से अमादा है. हमारी मांग है कि कुछ महत्वपूर्ण गाड़ियों को निजी क्षेत्र में चलाए जाने के प्रस्ताव को वापस लिया जाए.