गोरखपुर: जिले में कुल 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा. तो वहीं इन स्कूलों में शिक्षा की पूरी व्यवस्था इंग्लिश आधारित होगी और इसमें पढ़ाने वाले शिक्षक भी अंग्रेजी में पूरी तरह से पारंगत होंगे. इन शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग में पढ़ा रहे उन अध्यापकों के बीच से ही किया जा रहा है, जो अंग्रेजी पढ़ाने के इच्छुक हैं या जिनकी अंग्रेजी अच्छी है.
पिछले वर्ष इस व्यवस्था को आनन-फानन में शुरू किया गया तो कुछ शिक्षक चयनित हुए और कुछ वंचित रह गए, लेकिन मौजूदा समय में भरपूर शिक्षकों के बगैर इन विद्यालयों को चला पाना संभव नहीं है. इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी अगले माह की 8 तारीख को एक बार फिर अंग्रेजी शिक्षक चयन की जिला स्तर पर परीक्षा कराने जा रहे हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
- जिले में 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा.
- स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक अंग्रेजी में पारंगत होंगे.
- शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा में पढ़ा रहे शिक्षकों के ही बीच से होगा.
- सरकार की यह कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार करने के लिए शुरू की गई है.
- प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों के बीच से अंग्रेजी के ज्ञानी शिक्षकों को ढूंढ पाने का भी बड़ा प्लेटफॉर्म सिद्ध हो रहा है.
- इस योजना के माध्यम से जहां गरीबी में जी रहे तीव्र बुद्धि वाले बच्चों को पब्लिक स्कूलों के बराबर लाकर खड़ा किया जाएगा.
- अगले महीने शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
तीन सौ विघालय इंग्लिश मीडियम के लिए चयनित हुए हैं. किताबें आ चुकी हैं. चयन प्रक्रिया चल रही है. अगले महीने आठ तारीख को प्रवेश परीक्षा है, फिर शिक्षकों का चयन होगा और स्कूलों में शिक्षकों को भेजा जाएगा.
बीएन सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी