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गोरखपुर में 300 प्राइमरी विद्यालयों को बनाया जाएगा इंग्लिश मीडियम स्कूल

जिले में 300 प्राथमिकों स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाने की प्रक्रिया अगले महीने शुरू की जा रही है. स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक भी इंग्लिश विषय में पारंगत होंगे. सरकार की यह कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार करने के लिए की जा रही है.

बीएन सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी,
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Published : Jul 20, 2019, 2:59 PM IST

गोरखपुर: जिले में कुल 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा. तो वहीं इन स्कूलों में शिक्षा की पूरी व्यवस्था इंग्लिश आधारित होगी और इसमें पढ़ाने वाले शिक्षक भी अंग्रेजी में पूरी तरह से पारंगत होंगे. इन शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग में पढ़ा रहे उन अध्यापकों के बीच से ही किया जा रहा है, जो अंग्रेजी पढ़ाने के इच्छुक हैं या जिनकी अंग्रेजी अच्छी है.

संवाददाता ने दी मामले की जानकारी.

पिछले वर्ष इस व्यवस्था को आनन-फानन में शुरू किया गया तो कुछ शिक्षक चयनित हुए और कुछ वंचित रह गए, लेकिन मौजूदा समय में भरपूर शिक्षकों के बगैर इन विद्यालयों को चला पाना संभव नहीं है. इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी अगले माह की 8 तारीख को एक बार फिर अंग्रेजी शिक्षक चयन की जिला स्तर पर परीक्षा कराने जा रहे हैं.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • जिले में 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा.
  • स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक अंग्रेजी में पारंगत होंगे.
  • शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा में पढ़ा रहे शिक्षकों के ही बीच से होगा.
  • सरकार की यह कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार करने के लिए शुरू की गई है.
  • प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों के बीच से अंग्रेजी के ज्ञानी शिक्षकों को ढूंढ पाने का भी बड़ा प्लेटफॉर्म सिद्ध हो रहा है.
  • इस योजना के माध्यम से जहां गरीबी में जी रहे तीव्र बुद्धि वाले बच्चों को पब्लिक स्कूलों के बराबर लाकर खड़ा किया जाएगा.
  • अगले महीने शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

तीन सौ विघालय इंग्लिश मीडियम के लिए चयनित हुए हैं. किताबें आ चुकी हैं. चयन प्रक्रिया चल रही है. अगले महीने आठ तारीख को प्रवेश परीक्षा है, फिर शिक्षकों का चयन होगा और स्कूलों में शिक्षकों को भेजा जाएगा.
बीएन सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

गोरखपुर: जिले में कुल 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा. तो वहीं इन स्कूलों में शिक्षा की पूरी व्यवस्था इंग्लिश आधारित होगी और इसमें पढ़ाने वाले शिक्षक भी अंग्रेजी में पूरी तरह से पारंगत होंगे. इन शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा विभाग में पढ़ा रहे उन अध्यापकों के बीच से ही किया जा रहा है, जो अंग्रेजी पढ़ाने के इच्छुक हैं या जिनकी अंग्रेजी अच्छी है.

संवाददाता ने दी मामले की जानकारी.

पिछले वर्ष इस व्यवस्था को आनन-फानन में शुरू किया गया तो कुछ शिक्षक चयनित हुए और कुछ वंचित रह गए, लेकिन मौजूदा समय में भरपूर शिक्षकों के बगैर इन विद्यालयों को चला पाना संभव नहीं है. इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी अगले माह की 8 तारीख को एक बार फिर अंग्रेजी शिक्षक चयन की जिला स्तर पर परीक्षा कराने जा रहे हैं.

जानिए क्या है पूरा मामला

  • जिले में 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया जाएगा.
  • स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक अंग्रेजी में पारंगत होंगे.
  • शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा में पढ़ा रहे शिक्षकों के ही बीच से होगा.
  • सरकार की यह कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार करने के लिए शुरू की गई है.
  • प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों के बीच से अंग्रेजी के ज्ञानी शिक्षकों को ढूंढ पाने का भी बड़ा प्लेटफॉर्म सिद्ध हो रहा है.
  • इस योजना के माध्यम से जहां गरीबी में जी रहे तीव्र बुद्धि वाले बच्चों को पब्लिक स्कूलों के बराबर लाकर खड़ा किया जाएगा.
  • अगले महीने शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

तीन सौ विघालय इंग्लिश मीडियम के लिए चयनित हुए हैं. किताबें आ चुकी हैं. चयन प्रक्रिया चल रही है. अगले महीने आठ तारीख को प्रवेश परीक्षा है, फिर शिक्षकों का चयन होगा और स्कूलों में शिक्षकों को भेजा जाएगा.
बीएन सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी

Intro:ओपनिंग पीटीसी...

गोरखपुर। प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर इंग्लिश मीडियम की शिक्षा व्यवस्था देने की शासन की मंशा गोरखपुर में परवान नहीं चढ़ पा रही है। शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है। स्कूलों का भी चयन किया जा चुका है लेकिन प्राथमिक शिक्षा के इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए शिक्षकों का चयन अभी तक नहीं हो पाया है। यही वजह है कि ऐसे स्कूलों पर ताले लटक रहे हैं और सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। एक बार फिर इंग्लिश के पारंगत शिक्षकों को ढूंढने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग परीक्षा कराने जा रहा है जिनका चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।

नोट--कम्प्लीट पैकेज, वॉइस ओवर अटैच है।


Body:गोरखपुर जिले में कुल 300 प्राथमिक स्कूलों को इंग्लिश मीडियम का स्कूल बनाया जाएगा। इन स्कूलों में शिक्षा की पूरी व्यवस्था इंग्लिश आधारित होगी तो इसमें पढ़ाने वाले शिक्षक भी अंग्रेजी में पूरी तरह से पारंगत होंगे। इन शिक्षकों का चयन कहीं बाहर से नहीं बल्कि बेसिक शिक्षा में पढ़ा रहे उन अध्यापकों के बीच से ही किया जा रहा है जो अंग्रेजी पढ़ाने के इच्छुक हैं या जिनकी अंग्रेजी अच्छी है। पिछले वर्ष इस व्यवस्था को आनन-फानन में शुरू किया गया तो कुछ शिक्षक चयनित हुए और कुछ वंचित रह गए। लेकिन मौजूदा समय में भरपूर शिक्षकों के बगैर इन विद्यालयों को चला पाना संभव नहीं है। इसलिए बेसिक शिक्षा अधिकारी अगले माह की 8 तारीख को एक बार फिर अंग्रेजी शिक्षक चयन की जिला स्तर पर परीक्षा कराने जा रहे हैं। इसमें जो चयनित होगा वहीं इंग्लिश मीडियम के स्कूल में पढ़ा पाएगा।

बाइट--बीएन सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी, गोरखपुर


Conclusion:सरकार की यह कोशिश प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार और पब्लिक स्कूलों को टक्कर देने की नियत से शुरू हुई है। तो वही प्राथमिक स्कूलों में पढ़ा रहे योग्यतम शिक्षकों के बीच से अंग्रेजी के ज्ञानी शिक्षकों को ढूंढ पाने का भी यह एक बड़ा प्लेटफॉर्म सिद्ध हो रहा है। इसके माध्यम से जहां गरीबी में जी रहे तीव्र बुद्धि वाले बच्चों को पब्लिक स्कूलों के बराबर लाकर खड़ा किया जाएगा तो गुरुजी लोगों की तीव्र बुद्धि का आंकलन इस परीक्षा के माध्यम से होगा। फिलहाल अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाई का दौर अगले महीने से ही होता नजर आएगा जब शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। हालांकि इसे शैक्षिक सत्र शुरू होने से पहले पूर्ण कर लिया जाना चाहिए था।

क्लोजिंग पीटीसी...
मुकेश पांडेय
Etv भारत, गोरखपुर
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