गोरखपुरः नौकरी और प्रापर्टी के विवाद ने रिश्तों को कलंकित कर दिया. जिस मां ने बेटे को नौ माह कोख में रखा, जिन छोटे भाइयों को बड़े भाई ने दुलार दिया, उन छोटे भाइयों और मां ने नौकरी और प्रॉपर्टी के विवाद में बड़े बेटे की लोहे की रॉड से प्रहार कर हत्या कर दी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को 12 घंटे में गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया.
26 अक्टूबर को कर दी थी हत्या
गोरखपुर के पुलिस लाइन्स स्थित व्हाइट हाउस में एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ ने घटना का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गोरखपुर के कोतवाली इलाके के रहने वाले प्रेमशंकर उर्फ बच्चा की उनके दो छोटे भाइयों विधाता और हेमन्त उर्फ हूटर ने 26 अक्टूबर की शाम लोहे की रॉड और डंडे से पीटकर हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि इस घटना में प्रेमशंकर की मां कलावती भी शामिल थी. 27 अक्टूबर की सुबह पुलिस ने 12 घंटे के भीतर ही गोरखपुर के शास्त्री चौक से तीनों को गिरफ्तार कर लिया. उस समय वे कहीं भागने की फिराक में थे.
मकान में मांग रहे थे हिस्सा
एसपी सिटी डॉ. कौस्तुभ ने बताया कि कोतवाली इलाके के मियांबाजार निवासी प्रेमशंकर बक्शीपुर में बच्चा बैण्ड चलाते थे. रेलवे में कार्यरत पिता की मौत के बाद प्रेमशंकर को रेलवे में संविदा पर नौकरी मिल गई. इसके बाद से ही उनकी मां कलावती और दो भाई विधाता, हेमन्त उर्फ हूटर उनसे झगड़ा करने लगे. प्रेमशंकर ने अपनी कमाई से जमीन खरीदकर मकान बनवाया था. इसमें उसकी मां कलावती और दोनों भाई हिस्सा मांग रहे थे. 19 सितंबर को प्रेमशंकर ने जानमाल का खतरे होने की तहरीर पुलिस को दी थी. इसके बाद 151 की कार्रवाई की गई थी. मृतक की पत्नी मृदुला देवी की तहरीर पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. सभी आरोपियों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.