गोरखपुरः सहजनवा तहसील के पाली ब्लॉक और पीपीगंज को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग, बखिरा झील के बढ़ते जलस्तर की वजह से पूरी तरह जलमग्न हो गया है. सैकड़ों परिवार पानी से गिरे हुए नजर आ रहे हैं, उनके खेत खलिहान पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. वहीं इस जलमग्न मुख्य मार्ग पर लोग जान जोखिम में डालकर आने जाने को मजबूर हैं.
ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का खौफ
मानसून की दस्तक के बाद ग्रामीण इलाकों के किसानों की धड़कन तेज हो जाती है कभी राप्ती, आमी, रोहिणी तो कभी बखीरा झील के बढ़ते जलस्तर से सैकड़ों गांव बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं. गोरखपुर मुख्यालय से महज 35 किलोमीटर दूर सहजनवा के पाली ब्लॉक के बक्सा मटियाला मुख्य मार्ग का नजारा देखकर ग्रामीण खौफज़दा हैं. मुख्य मार्ग के चारों तरफ केवल पानी ही पानी नजर आ रहा है और इस लोग जान जोखिम में डालकर अपने जरूरी कामों के लिए इस मुख्य मार्ग पर आवागमन कर रहे हैं.
सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद
यह मुख्य मार्ग सैकड़ों गांवों को जोड़ता है, जहां लोगों को रहने और आने जाने में परेशानी हो रही है. वहीं किसानों की सैकड़ों एकड़ खेत जलमग्न हो गए हैं. किसी का मक्का तो किसी के धान के खेत पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं. अब इन ग्रामीणों को सरकारी मदद की दरकार है. जनप्रतिनिधि के माध्यम से यहां के लोगों ने उच्च अधिकारियों को इस समस्या से अवगत करा दिया था, लेकिन अभी तक इस समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है. अब देखना होगा कि कब तक इन सैकड़ों गांवों के लोगों को सरकारी मदद मिलती है.
ग्रामीण शत्रुघ्न यादव ने बताया कि रोज जान जोखिम में डालकर सैकड़ों लोग इस मुख्य मार्ग का प्रयोग कर रहे हैं. सैकड़ों गांव को यह मुख्य मार्ग जोड़ता है. ऐसे में यहां के लोग बखिरा झील के बढ़ते जलस्तर से काफी डरे हुए हैं. अभी तक उनकी सैकड़ों एकड़ खेती पूरी तरह जलमग्न हो गई है. अब उन्हें अपनी और अपने मवेशियों की चिंता सता रही है. अगर यही आलम रहा तो हजारों लोगों को घर छोड़ना पड़ेगा.