गोरखपुर: चलती ट्रेन में डॉक्टर से परामर्श लेना अब पहले की अपेक्षा 5 गुना महंगा हो गया है. पूर्वोत्तर रेलवे ने अपने क्षेत्र में डॉक्टरों की फीस में भारी इजाफा कर दिया है. यही नहीं दवा का मूल्य भी अलग से देना होगा और यह शुल्क यात्री मित्र कार्यालय में जमा होगा. लावारिस यात्री और जहरखुरानी के शिकार लोगों को फिलहाल इससे छूट दी गई है.
डॉक्टरों की फीस में भारी इजाफा
- रेलवे में यात्रियों की सुविधा के लिए यह व्यवस्था तीन साल पहले लागू की गई थी.
- गर्मी के दिनों में रोजाना दो से तीन डॉक्टर बुलाए जाते थे.
- अप्रैल में कुल 28 मरीज, मई में 33 और जून में 41 यात्रियों ने सफर के दौरान डॉक्टर बुलाकर इलाज कराया.
- खास बात यह है कि इन डॉक्टरों को गोरखपुर, बस्ती, गोंडा और लखनऊ के स्टेशन पर ही बुलाया जाता है.
- बाकी जगहों पर अभी यह व्यवस्था लागू नहीं हो पाई है, जहां शुरू करने के लिए रेलवे प्रयासरत है.
पहले जिन डॉक्टरों को बुलाया जाता था, उनको 20 रुपये टोकन मनी के रूप में फीस दी जाती थी, अब बढ़ाकर 100 रुपये कर दिया गया है.
-पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनईआर