गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले में जनता दरबार लगाया. इसमें दूरदराज से फरियादी अपनी-अपनी समस्याओं के निस्तारण के लिए सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया, लेकिन इस बार भी उन्हें मायूसी ही हाथ लगी. एक बार नहीं 6-6 बार मुख्यमंत्री से मिलने के बाद भी समस्याएं जस की तस बनी हुई है. केवल आश्वासन के सिवा मंदिर कार्यालय और मुख्यमंत्री से कुछ भी नहीं मिला.
- समस्याओं से ग्रसित पीड़ितों को जब भी यह जानकारी मिलती है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में है, वह सभी बड़ी आशा और उम्मीद के साथ मंदिर पहुंचकर मुख्यमंत्री के जनता दर्शन लगाने की प्रतीक्षा करते हैं.
- जनता दर्शन में सीधे मुख्यमंत्री फरियादियों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत होते हैं.
- फरियादी बकायदा लिखित रूप से अपनी समस्या लिखकर सीएम को देते हैं और संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के लिए आदेश देने को कहते हैं.
- सच यह है कि एक बार नहीं बल्कि कई बार मिलने के बाद भी दूरदराज से आए फरियादियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता है..
- फरियादियों को केवल आश्वासन देकर मंदिर से लौटा दिया जाता है.
- मुख्यमंत्री खुद फरियादियों को आश्वासन देकर कार्रवाई करने की बात कहते हैं.
- गोरखपुर के ग्रामीण अंचल से आए फरियादी राजेंद्र सिंह ने बताया कि लोकायुक्त से एक वैकेंसी के तहत उन्होंने फार्म भरा था और नियुक्ति भी होनी थी, लेकिन अधिकारियों के हीलाहवालीकी वजह से वह वर्षों से अपनी नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
मैं मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत रूप से चार बार मिलकर अपनी समस्या से अवगत करा चुका हूं. वहीं, मुख्यमंत्री के जन सुनवाई केंद्र पर भी दो बार मिलकर अपनी समस्या को बता चुका हूं. मैं सुबह से ही लाइन में खड़ा था, लेकिन मुख्यमंत्री से मिलने का सौभाग्य नहीं मिला.
- राजेंद्र सिंह, फरियादी