गोरखपुरः खाद्य सामग्री, विभिन्न प्रकार के रासायनिक खनिज पदार्थ के ट्रांसपोर्टेशन के बाद रेलवे अब नेपाल में ऑटोमोबाइल ट्रांसपोर्टेशन को आसान बनाने में जुटा हुआ है. पूर्वोत्तर रेलवे नौतनवा रेलवे स्टेशन को केंद्र बनाकर कंटेनर के माध्यम से छोटे-बड़े वाहन पहुंचाएगा, जहां से नेपाल में उसका ट्रांसपोर्टेशन आसानी किया जा सकेगा. इस व्यवस्था से भारत नेपाल के सीमावर्ती जिले भी लाभान्वित होंगे. इसके लिए सफलतापूर्वक टेस्टिंग और ट्रायल कर लिया गया है. डिमांड के अनुकूल सप्लाई को बहुत जल्द रेलवे गति प्रदान करेगा.
इस सुविधा से एक तरफ सड़क पर जहां यातायात का बोझ कम होगा, वहीं ऑटोमोबाइल एजेंसीज, कंपनी और नेपाल राष्ट्र के भी कई तरह के खर्चे बचेंगे. बीते शुक्रवार को नौतनवा में बने कंटेनर टर्मिनल (Nautanwa Container Terminal) पर पहली बार जिप्सम लदा 80 कंटेनर उतारा गया था. इससे भारतीय रेलवे की आमदनी तो बढ़ेगी ही साथ ही देश की अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी. भारत और नेपाल की व्यापारिक गतिविधियाें को बढ़ाने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर रेलवे ने नौतनवा स्टेशन पर कंटेनर टर्मिनल को तैयार किया है.
8 घंटे में उतरे 80 कंटेनरः गौरतलब है कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को कंकोर कंटेनर टर्मिनल अंकलेश्वर (गुजरात) से मालगाड़ी के जरिए 40 फ्लैट वैगन पर जिप्सम लदा 80 कंटेनर पहुंचा था. रात 11 बजे पहुंची मालगाड़ी से महज आठ घंटे में सभी कंटेनर उतार लिए गए. कंटेनर में कुल 1580 टन जिप्सम लदा था. कंटेनर लदी मालगाड़ी से जिप्सम की ढुलाई से रेलवे को करीब 25 लाख रुपये की आमदनी हुई है.
बता दें कि नेपाल से सटा नौतनवा रेलवे स्टेशन व्यापारिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है. कंटेनर टर्मिनल खुल जाने से विदेशों में बंदरगाहों पर उतरे कंटेनर मालगाड़ियों के माध्यम से सीधे नौतनवा पहुंच जाएंगे. इस नई व्यवस्था से लोडिंग और अनलोडिंग में कम समय लगेगा. मैन पावर की आवश्यकता भी कम हो जाएगी. इससे सामान कम समय में आसानी से सुरक्षित नेपाल के विभिन्न शहरों तक पहुंच जाएगा.
रेलवे की आय में वृद्धिः पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर को इस माध्यम से बड़ा लाभ होगा. इससे रेलवे भी अपनी आय में वृद्धि करेगा. नेपाल राष्ट्र को भी इससे बचत होगी. इस ट्रांसपोर्टेशन से सड़क मार्ग से लंबी दूरी तय करने में समय और टोल की भी बचत होगी. अभी तक पूर्व मध्य रेलवे के रक्सौल स्थित कंटेनर रेल टर्मिनल में कंटेनर उतर रहे थे. नौतनवा में प्रत्येक माह लगभग 15 रेक माल आता है. इसमें प्रमुख रूप से आयरन ब्लेड, जिप्सम, खाद, दवाइयां, खेलकूद के सामान और नमक लोड रहता है. इसके अलावा न्यू माडिफाइड गुड्स वैगन (एनएमजी) से आटोमाेबाइल्स की भी ढुलाई शुरू हो गई है.
आटोमाेबाइल्स की भी ढुलाई शुरूः वहीं अब बंदरगाहों और भारतीय कंपनियों से आटोमोबाइल्स (कार, मोटरसाइकिल और वैन आदि) भी सीधे नेपाल सीमा नौतनवां तक पहुंचने लगेंगे. भारतीय रेलवे में वर्ष 2024 तक माल लदान को दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए माल ढुलाई में कई तरह की रियायतें भी दे रहा है. मंडल वाणिज्य निरीक्षक एसपी सिंह, माल अधीक्षक पुरुषोत्तम, जितेंद्र कुमार और यातायात निरीक्षक पीके दूबे की देखरेख में कंटेनर उतारे गए थे.
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