गोरखपुर: देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी कि 'जीडीपी' की बढ़ोत्तरी में एमएसएमई का अहम रोल है. मौजूदा समय में विकास दर की इस प्रक्रिया में एमएसएमई की कुल 29 प्रतिशत भागीदारी है. यही नहीं देश से होने वाले निर्यात में भी इसकी भागीदारी है.
विकास दर में एमएसएमई की भागीदारी
- एमएसएमई के माध्यम से 11 करोड़ युवाओं को रोजगार देने में सफलता पाई गई है.
- एमएसएमई का तात्पर्य सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग से है.
- एमएसएमई लगाने के लिए सरकार उद्यमियों को प्रेरित कर रही है.
- एसबीआई बैंक उद्यमियों को उद्योग लगाने में हर संभव मदद कर रहा है.
- पीएम मोदी का लक्ष्य है कि साल 2025 तक देश की इकॉनमी को 5 मिलियन डॉलर तक पहुंचा दिया जाए.
- इस लक्ष्य को पाने के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट में एमएसएमई का कंट्रीब्यूशन 50 से बढ़कर 75 प्रतिशत करना होगा.
देश की विकास दर में उत्तर प्रदेश का भी अहम रोल है, क्योंकि यह देश का सबसे बड़ा प्रांत है. जहां से 300 बिलियन डॉलर इकॉनमी जनरेट होती है. उद्योगों की स्थापना और रोजगार का सृजन देश की विकास दर का पैमाना तय करता है.
-जीएस राणा, जीएम, एसबीआई