गोरखपुरः एक तरफ गोरखपुर में लोग दीपावली और धनतेरस की खुशियां मनाने में जुटे हुए हैं. वहीं, बेमौसम हुई बरसात और अक्टूबर माह में आई बाढ़ ने जिले के 300 से अधिक गांव के लोगों के चेहरे से इस त्यौहार की खुशियां दूर कर दी हैं. बाढ़ में फंसे लोगों का सब कुछ बर्बाद हो गया है. घर पानी में डूब गया तो, जो भी जीवन की कमाई घर के अंदर रखे हुए थे वह सब बर्बाद हो गया है. यही वजह है कि त्यौहार को लेकर मायूसी झेल रहे ऐसे लोगों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद उनके सांसद और विधायक पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री बांट रहे हैं. उन्हें तरह-तरह से मदद पहुंचा रहे हैं, जिससे वह बाढ़ की समस्या से निजात भी पा सकें और कुछ देर के लिए ही अपने गम को भुला सकें.
जिले की 6 तहसीलों के लोग बाढ़ से प्रभावित थे, जिनकी आबादी भी एक लाख के करीब हैं. यही वजह है कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में विधायक, लोगों के बीच दिवाली से पहले खाद्य सामग्री पहुंचाने में जुटे हुए हैं. गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा के विधायक विपिन सिंह और सांसद रवि किशन भी बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंच रहे हैं और उन्हें राहत सामग्री वितरित कर रहे हैं.
इस वितरण व्यवस्था में मानवता सबसे अधिक गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र के भाजपा विधायक विपिन सिंह की सक्रियता और मेहनत देखने को मिल रही है, जो एक आम आदमी की तरह बाढ़ पीड़ितों के बीच में मौजूद रहकर अपने हाथों से उन्हें आटा, चावल, आलू एवं अन्य खाद्य सामग्रियों की मदद खुद पहुंचाते देखे जा सकते हैं. जहां एक तरफ सांसद रवि किशन शुक्ला और अन्य विधायक अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से इस कार्य में जुटे हैं, वहीं विपिन सिंह की खुद की मौजूदगी बाढ़ पीड़ितों का ताकत बढ़ाती है. ऐसे राहत शिविर में पहुंचे हुए बाढ़ पीड़ित सामग्री पाकर संतोष की स्थिति में नजर आए. महिलाएं कुछ ज्यादा ही राहत महसूस कर रही थी.
घर बार डूबने से रोजी रोटी कमाने के लिए उनके पुरुष घर से बाहर बाजार में परेशान हैं, तो घर की व्यवस्था, बच्चों को दो वक्त का भोजन देना इन महिलाओं के सिर पर है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद विधायक, सांसद के पहुंचने और मदद मिलने से इनके चेहरे से मायूसी गायब हो रही है. आर्थिक मदद के लिए जो नुकसान हुआ है उसका भी आंकलन किए जाने से यह भविष्य की उम्मीद लेकर इन राहत शिविरों से जा रहे हैं. एक-एक बाढ़ पीड़ित का टोकन बना हुआ है. उन्हें मदद उसके हिसाब से पहुंचाई जा रही है और नुकसान का आकलन भी राजस्व विभाग की टीम उसी अनुसार करेगी.
इस दौरान विधायक विपिन सिंह ने कहा कि वह बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने के लिए जाते रहते हैं, लेकिन जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्देश हो तो कहीं से कोई कोर कसर नहीं होनी चाहिए. उनके स्तर से जो मदद के लिए सामग्री आ रही है उसे लोगों तक पहुंचाने में वह जुटे हैं. वहीं, सांसद रवि किशन ने कहा कि योगी और मोदी जी के राज्य में किसी भी तरह से गरीब को खाने पीने सामग्री की कोई कमी नहीं होने वाली है. जहां भी जिसे भी जरूरत होगी, सूचना मिलते ही वहां मदद पहुंचाई जाएगी.
जिले में बेसमय अक्टूबर में आई भयंकर बाढ़ से 120 से अधिक गांव बाढ़ में पूरी तरह डूबे रहे हैं. यहां के लोगों ने घर बार छोड़कर शरणालय में शरण ली. उनके घर पूरी तरह से बाढ़ में डूबने की वजह से, खाने-पीने संबंधी जरूरी सभी सामान डूब गए, जिससे जहां उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ी है वहीं अन्य समस्याएं भी उनके सामने उठ खड़ी हुई है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के समस्त विधायकों और सांसदों को बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करने के लिए आगे आने को कहा है. प्रशासनिक व्यवस्था को अपनी निगरानी में पीड़ितों तक विधायक, सांसद पहुंचाएं जिससे दीवाली के अवसर पर पीड़ितों का दर्द बांटा जा सके.