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MMMTU गोरखपुर छात्रों को सिखाएगा प्रबंधन के गुर, IIM इंदौर के साथ हुआ करार - एमएमएमयूटी गोरखपुर का आईआईएम इंदौर के साथ करार

मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय ने आईआईएम इंदौर के साथ एक समझौैता किया है. इस समझौते के हो जाने से छात्र प्रबंधन के गुर भी सीख पाएंगे. साथ ही उन्हें इंटर्नशिप करने भी मौका मिलेगा.

मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर.
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Published : Sep 16, 2019, 5:51 PM IST

Updated : Sep 16, 2019, 7:35 PM IST

गोरखपुर: एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को बेहतर प्रबंधन के गुर सिखाने के लिए आईआईएम लखनऊ के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहे हैं. वहीं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाने वाला मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर भी अपने प्रबंधन के विद्यार्थियों को बेहतर माहौल देने और उनके एक्सपोजर के लिए आईआईएम इंदौर के साथ एक साझा करार किया है.

एमएमएमटीयू गोरखपुर का आईआईएम इंदौर के साथ करार

इस करार के हो जाने के बाद यहां के विद्यार्थी आईआईएम में ट्रेनिंग कर सकेंगे तो उन्हें इंटर्नशिप का भी मौका प्राप्त होगा. कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने के अपने 5 वर्ष की अवधि में मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय लगातार विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर देश और दुनिया की संस्थाओं के साथ करार कर आगे बढ़ने में जुटा है.

छात्रों के लिए लाभकारी होगा करार
इस समझौते के हो जाने के बाद इससे होने वाले फायदे का ईटीवी भारत के साथ जिक्र करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर एसएन सिंह ने कहा कि प्रबंधन अध्ययन के लिहाज से आईआईएम इंदौर भारत का शीर्ष संस्थान है. ऐसे में इससे हुआ समझौता यहां के मैनेजमेंट के विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी होगा. यहां के छात्र और शिक्षक दोनों को पुस्तकालय, प्रयोगशाला में और ई- सुविधाओं का प्रयोग करने की अनंत संभावना और छूट भी होगी.

ये भी पढ़ें: बिहार के मालवीय से महात्मा गांधी को मिला था सहयोग, जानें पूरी कहानी

उन्होंने बताया कि छात्रों को इसके साथ ही इंटर्नशिप का भी मौका मिलेगा यहीं नहीं परास्नातक स्तर के छात्रों को शोध के क्षेत्र में बड़ा लाभ मिलेगा. इस समझौते की अवधि 5 साल रखी गई है, जिसे आपसी सहमति के आधार पर आगे भी बढ़ाया जा सकता है. वहीं विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस समझौते को मैनेजमेंट के छात्रों के लिए बड़ा ही लाभकारी बताया है.

ये भी पढ़ें: 3 दिवसीय दौरे पर आज गोरखपुर आएंगे सीएम योगी, बॉटलिंग प्लांट का करेंगे लोकार्पण

पिछले 2 वर्षों में एमएमएमयूटी ने विभिन्न राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ अकादमिक सहयोग के लिए परस्पर समझौते किए हैं, जिसमें जापान, स्पेन, पोलैंड, मिशिगन यूनिवर्सिटी, नार्थ डकोटा विश्वविद्यालय के अलावा एनआईटी सूरत, आईआईटी कानपुर समेत दर्जनों संस्थाएं और विश्वविद्यालय शामिल हैं, लेकिन यह समझौता इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हुआ है.

मैनेजमेंट के क्षेत्र में MMMTU का एक समझौता सिर्फ अमेरिका के एक विश्वविद्यालय से हुआ है. लेकिन अब आईआईएम इंदौर के साथ भी समझौता होने से विद्यार्थियों को बड़ा एक्सपोजर मिल सकेगा.
-प्रो. एसएन सिंह, कुलपति, एमएमएमटीयू

गोरखपुर: एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को बेहतर प्रबंधन के गुर सिखाने के लिए आईआईएम लखनऊ के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहे हैं. वहीं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाने वाला मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर भी अपने प्रबंधन के विद्यार्थियों को बेहतर माहौल देने और उनके एक्सपोजर के लिए आईआईएम इंदौर के साथ एक साझा करार किया है.

एमएमएमटीयू गोरखपुर का आईआईएम इंदौर के साथ करार

इस करार के हो जाने के बाद यहां के विद्यार्थी आईआईएम में ट्रेनिंग कर सकेंगे तो उन्हें इंटर्नशिप का भी मौका प्राप्त होगा. कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने के अपने 5 वर्ष की अवधि में मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय लगातार विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर देश और दुनिया की संस्थाओं के साथ करार कर आगे बढ़ने में जुटा है.

छात्रों के लिए लाभकारी होगा करार
इस समझौते के हो जाने के बाद इससे होने वाले फायदे का ईटीवी भारत के साथ जिक्र करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर एसएन सिंह ने कहा कि प्रबंधन अध्ययन के लिहाज से आईआईएम इंदौर भारत का शीर्ष संस्थान है. ऐसे में इससे हुआ समझौता यहां के मैनेजमेंट के विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी होगा. यहां के छात्र और शिक्षक दोनों को पुस्तकालय, प्रयोगशाला में और ई- सुविधाओं का प्रयोग करने की अनंत संभावना और छूट भी होगी.

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उन्होंने बताया कि छात्रों को इसके साथ ही इंटर्नशिप का भी मौका मिलेगा यहीं नहीं परास्नातक स्तर के छात्रों को शोध के क्षेत्र में बड़ा लाभ मिलेगा. इस समझौते की अवधि 5 साल रखी गई है, जिसे आपसी सहमति के आधार पर आगे भी बढ़ाया जा सकता है. वहीं विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस समझौते को मैनेजमेंट के छात्रों के लिए बड़ा ही लाभकारी बताया है.

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पिछले 2 वर्षों में एमएमएमयूटी ने विभिन्न राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ अकादमिक सहयोग के लिए परस्पर समझौते किए हैं, जिसमें जापान, स्पेन, पोलैंड, मिशिगन यूनिवर्सिटी, नार्थ डकोटा विश्वविद्यालय के अलावा एनआईटी सूरत, आईआईटी कानपुर समेत दर्जनों संस्थाएं और विश्वविद्यालय शामिल हैं, लेकिन यह समझौता इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हुआ है.

मैनेजमेंट के क्षेत्र में MMMTU का एक समझौता सिर्फ अमेरिका के एक विश्वविद्यालय से हुआ है. लेकिन अब आईआईएम इंदौर के साथ भी समझौता होने से विद्यार्थियों को बड़ा एक्सपोजर मिल सकेगा.
-प्रो. एसएन सिंह, कुलपति, एमएमएमटीयू

Intro:गोरखपुर। एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को बेहतर प्रबंधन का गुण सिखाने के लिए आईआईएम लखनऊ के साथ ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहे हैं, तो इंजीनियरिंग के क्षेत्र में आपने बेहतर प्रदर्शन के लिए जाना जाने वाला मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर भी अपने प्रबंधन के विद्यार्थियों को बेहतर माहौल देने और उनके एक्सपोजर के लिए आईआईएम इंदौर के साथ एक साझा करार किया है। इसके हो जाने के बाद यहां के विद्यार्थी आईआईएम में ट्रेनिंग कर सकेंगे तो उन्हें इंटर्नशिप का भी मौका प्राप्त होगा। कॉलेज से विश्वविद्यालय बनने के अपने 5 वर्ष की अवधि में मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय लगातार विद्यार्थियों के भविष्य को लेकर देश और दुनिया की संस्थाओं के साथ करार कर आगे बढ़ने में जुटा है।

नोट--कम्प्लीट पैकेज, वॉइस ओवर अटैच है


Body:इस समझौते के हो जाने के बाद इससे होने वाले फायदे का ईटीवी भारत के साथ जिक्र करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर एसएन सिंह ने कहा कि प्रबंधन अध्ययन के लिहाज से आईआईएम इंदौर भारत का शीर्ष संस्थान है। ऐसे में इससे हुआ समझौता यहां के मैनेजमेंट के विद्यार्थियों के लिए काफी लाभकारी होगा। यहां के छात्र और शिक्षक दोनों को पुस्तकालय, प्रयोगशाला में और ई- सुविधाओं का प्रयोग करने की अनंत संभावना और छूट भी होगी। साथ ही इंटर्नशिप का मौका भी मिलेगा। यही नहीं परास्नातक स्तर के छात्रों को शोध के क्षेत्र में बड़ा लाभ मिलेगा। इस समझौते की अवधि 5 साल रखी गई है। जिसे आपसी सहमति के आधार पर आगे भी बढ़ाया जा सकता है। विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस समझौते को मैनेजमेंट के छात्रों के लिए बड़ा ही लाभकारी बताया है।

बाइट-शुभम वर्मा, छात्र, एमएमएमटीयू
बाइट-शिवम सिंह, छात्र, एमएमएमयूटी


Conclusion:पिछले 2 वर्षों में एमएमएमयूटी ने विभिन्न राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ अकादमिक सहयोग के लिए परस्पर समझौते किए हैं। जिसमें जापान, स्पेन, पोलैंड, मिशिगन यूनिवर्सिटी, नार्थ डकोटा विश्वविद्यालय के अलावा एनआईटी सूरत, आईआईटी कानपुर समेत दर्जनों संस्थाएं और विश्वविद्यालय शामिल हैं। लेकिन यह समझौता इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हुआ है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसएन सिंह का कहना है कि मैनेजमेंट के क्षेत्र में उनका एक समझौता सिर्फ अमेरिका के एक विश्वविद्यालय से हुआ है। लेकिन अब आईआईएम इंदौर के साथ भी समझौता होने से विद्यार्थियों को बड़ा एक्सपोजर मिल सकेगा।

बाइट--प्रो0 एसएन सिंह, कुलपति, एमएमएमयूटी, गोरखपुर
Last Updated : Sep 16, 2019, 7:35 PM IST
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