गोरखपुर: जहां एक तरफ कांग्रेस प्रदेश में अपना अस्तित्व तलाश रही है, वहीं मुख्यमंत्री के शहर गोरखपुर में जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर किराएदारी का पैसा न देने को लेकर मकान मालिक ने ताला बंद कर दिया है. ऐसे में कार्यालय पर आ रहे कार्यकर्ता भी इस कार्रवाई से आश्चर्यचकित हैं. वहीं कुछ महीनों बाद ही विधानसभा 2022 का चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस के लिए कार्यालय बंद होना किसी चुनौती से कम नहीं है. इस मामले लेकर सभी बड़े पदाधिकारियों ने चुप्पी साध ली है.
साल 2019 में लोकसभा चुनाव के पहले पुर्दिलपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर ताला लगा दिया गया था. जिसके बाद जिला कांग्रेस कमेटी का कार्यालय ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक किराए के कॉन्प्लेक्स में चल रहा था. 31 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा की गोरखपुर के चंपा देवी पार्क में रैली के बाद मकान मालिक ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय पर ताला लगा दिया.
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वहीं पार्टी कार्यालय पर पहुंचे एनएसयूआई के महानगर अध्यक्ष आदित्य शुक्ला ने बताया कि वह कार्यालय पर आए थे और वहां पर उन्होंने ताला लटका हुआ देखा. आसपास के लोगों से पता किया तो पता चला कि मकान मालिक ने किराए न मिलने के कारण कार्यालय पर ही ताला लगा दिया है. इस पर उन्होंने उच्च पदाधिकारियों को जब फोन किया तो कोई भी संतोषजनक जवाब देने को तैयार नहीं था. इसको लेकर जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान से भी मुलाकात कर कार्यकर्ताओं को होने वाली समस्याओं से अवगत कराएंगे.