गोरखपुरः निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद ने पत्रकार वार्ता की. उन्होंने कहा कि गुजरात, मुंबई, कोलकाता, हरियाणा और दिल्ली में फंसे प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को सकुशल उनके घर पहुंचाया जाए. प्रवासी मजदूरों को लेकर केंद्र सरकार को आगाह किया कि हमारे प्रदेश के लोग दूसरे प्रदेश में कमाने के लिए जाते हैं, इसलिए अपने प्रदेश की आर्थिक गति सही नहीं होती है.
कानून बनाने की मांग
डॉ. संजय निषाद ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान अगर फैक्ट्री के मालिक श्रमिकों को 1 महीना खिला नहीं सकते, तो सरकार ऐसा कानून बनाए कि फैक्ट्री मालिकों से फैक्ट्री छीन ली जाए.
'अपने प्रदेश में ही मिले रोजगार'
निषाद ने कहा कि ऐसा पेड़ लगाएं जोकि रोजगार पैदा करे. प्रदेश में ही फैक्ट्री लगाएं जो मजदूरों को रोजगार दे. अगर मजदूरों को अपने प्रदेश में रोजगार मिलेगा तो अपना ही प्रदेश तरक्की करेगा. क्योंकि बाहर के प्रदेशों में लोग जाएंगे तो बाहर का प्रदेश ही तरक्की करेगा. निषाद ने कहा कि केंन्द्र में सात दशक तक कांग्रेस की सरकार रही. इस प्रदेश ने कई बार प्रधानमंत्री दिए लेकिन फिर भी यह प्रदेश पिछड़ा रह गया. श्रमिक कानून में 3 साल के लिए अस्थाई बदलाव योगी सरकार ने किया है.
12 घंटे काम करने पर डेढ़ गुना मजदूरी
मजदूर 12 घंटे काम करेगा तो डेढ़ गुनी मजदूरी मिलेगी. यानी उसे अब घंटे के हिसाब से मजदूरी मिलेगी. योगी सरकार ने बहुत ही अच्छा और सराहनीय कदम उठाया है. उन्होंने ने मजदूरों के हित में प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से मांग की कि सबसे पहले उन गरीब एवं असहाय माता के बेटों को उनके घरों पर सकुशल पहुंचाने का प्रबंध राज्य व केंद्र सरकार को करना चाहिए. सरकार के पास असीमित संसाधन है.