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गोरखपुर: पिपराइच चीनी मिल में मजदूरों का हंगामा, परिसर में किया जोरदार प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पिपराइच चीनी मील में पुराने मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर मील परिसर में जोरदार हंगामा किया. समायोजन के लिए श्रमिकों ने प्रबंध निदेशक को संबोधित करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा.

पिपराइच चीनी मिल में मजदूरों का हंगामा, परिसर में किया जोरदार प्रदर्शन
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Published : Nov 8, 2019, 1:52 PM IST

गोरखपुरः पूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन के बैनर तले दर्जनों मजदूरों ने प्रदर्शन किया. नव निर्मित पिपराइच चीनी मिल परिसर में हंगामा कर अपने समायोजन की मांग उठाई. प्रधान प्रबंधक जितेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी मजदूरों को शांत कराया. जिसमें बंद चीनी मिलों के वीआरएस प्राप्त कर्मचारियों को उपयोगिता के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक अस्थायी संविदा पर समायोजित किया जाएगा. श्रमिकों ने उत्तर प्रदेश चीनी एंव गन्ना विकास निगम लखनऊ के नाम एक ज्ञापन प्रधान प्रबंधक को सौंपा.

पिपराइच चीनी मिल में मजदूरों का हंगामा, परिसर में किया जोरदार प्रदर्शन

जानें क्या है पूरा मामला-

  • गोरखपुर पिपराइच चीनी मिल में मांगों को लेकर मजदूरों ने किया हंगामा.
  • बंद चीनी मिलों के बीआरएस प्राप्त कर्मचारियों को अस्थायी करने की मांग की है
  • उपयोगिता के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक अस्थायी संविदा पर समायोजित किया जाएगा.
  • मिल मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों ने मांगों को लेकर हंगामा किया है.
  • संघर्ष समिति के संयोजक रविशंकर सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे.
  • हंगामे के बाद तत्कालीन प्रबंध निदेशक विमल कुमार और मजदूर यूनियन में समझौता हुआ.

इस संघर्ष समिति के संयोजक रविशंकर सिंह, हनुमान, तेज प्रताप, दीनानाथ सहित उनके साथियों ने बताया कि हम लोग पुरानी चीनी मिल के कर्मचारी और उनके परिवार का हिस्सा हैं. हम लोगों ने पुरानी चीनी मिल को अपने जीवन का अमुल्य समय दिया है. सपा-बसपा की सरकार में पूर्वांचल के पिपराइच सहित कई चीनी मिलों को बन्द कर दिया. मिलों में काम करने वालों को जबरन सेवा निवृत्त कर दिया गया. प्रदेश में जब योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो पिपराइच में चीनी मिल का नये सिरे से निर्माण शुरु हुआ तो पुनः जीवन में एक आस जगी. लेकिन आज हम लोगों की दरकिनार करके बाहरी लोगों को समायोजित करने का श्रमिकों ने आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया.

गोरखपुरः पूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन के बैनर तले दर्जनों मजदूरों ने प्रदर्शन किया. नव निर्मित पिपराइच चीनी मिल परिसर में हंगामा कर अपने समायोजन की मांग उठाई. प्रधान प्रबंधक जितेन्द्र श्रीवास्तव ने सभी मजदूरों को शांत कराया. जिसमें बंद चीनी मिलों के वीआरएस प्राप्त कर्मचारियों को उपयोगिता के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक अस्थायी संविदा पर समायोजित किया जाएगा. श्रमिकों ने उत्तर प्रदेश चीनी एंव गन्ना विकास निगम लखनऊ के नाम एक ज्ञापन प्रधान प्रबंधक को सौंपा.

पिपराइच चीनी मिल में मजदूरों का हंगामा, परिसर में किया जोरदार प्रदर्शन

जानें क्या है पूरा मामला-

  • गोरखपुर पिपराइच चीनी मिल में मांगों को लेकर मजदूरों ने किया हंगामा.
  • बंद चीनी मिलों के बीआरएस प्राप्त कर्मचारियों को अस्थायी करने की मांग की है
  • उपयोगिता के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक अस्थायी संविदा पर समायोजित किया जाएगा.
  • मिल मजदूर यूनियन के बैनर तले मजदूरों ने मांगों को लेकर हंगामा किया है.
  • संघर्ष समिति के संयोजक रविशंकर सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे.
  • हंगामे के बाद तत्कालीन प्रबंध निदेशक विमल कुमार और मजदूर यूनियन में समझौता हुआ.

इस संघर्ष समिति के संयोजक रविशंकर सिंह, हनुमान, तेज प्रताप, दीनानाथ सहित उनके साथियों ने बताया कि हम लोग पुरानी चीनी मिल के कर्मचारी और उनके परिवार का हिस्सा हैं. हम लोगों ने पुरानी चीनी मिल को अपने जीवन का अमुल्य समय दिया है. सपा-बसपा की सरकार में पूर्वांचल के पिपराइच सहित कई चीनी मिलों को बन्द कर दिया. मिलों में काम करने वालों को जबरन सेवा निवृत्त कर दिया गया. प्रदेश में जब योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो पिपराइच में चीनी मिल का नये सिरे से निर्माण शुरु हुआ तो पुनः जीवन में एक आस जगी. लेकिन आज हम लोगों की दरकिनार करके बाहरी लोगों को समायोजित करने का श्रमिकों ने आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया.

Intro:गोरखपुर के पिपराइच चीनी मील के पुराने मजदूरों ने अपनी मांगा को लेकर मील परिसर में हंगामा किया. समायोजन के लिए श्रमिकों ने प्रबंधक निदेशक को संबोधित एक सौपा.
पिपराइच गोरखपुरः पूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन के बैनर तले दर्जनों मजदूरों ने नव निर्मित पिपराइच चीनी मिल परिसर में हंगामा कर अपने समायोजन की मांग उठाई. प्रधान प्रबंधक जितेन्द्र श्रीवास्तव ने मजदूरों को शान्त कराया. श्रमिकों ने अंत में प्रवंध निदेशक, उत्तर प्रदेश चीनी एंव गन्ना विकास निगम लखनऊ के पद नाम से संबोधित एक ज्ञापन प्रधान प्रवंधक को दिया और वापस लौट गए.
Body:इस संघर्ष समिति के संयोजक रविशंकर सिंह, हनुमान, तेज प्रताप, दीनानाथ, कमलेश, राम अवध, महेन्द्र सिंह सहित उनके साथियों ने बताया कि हम लोग पूरानी चीनी मिल के कर्मचारी तथा उनके परिवार का हिस्सा हैं. हम लोगों ने पुरानी चीनी मिल को अपने जीवन का अमुल्य समय दिया है. सपा बसपा की सरकार में पूर्वांचल के पिपराइच सहित कई चीनी मिलों को बन्द कर दिया. मिलों में काम करने वालों को जबरन सेवा निवृत्त कर दिया गया. प्रदेश में जब योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी तो पिपराइच में चीनी मिल का नये सिरे से निर्माण शुरु हुआ तो पुनः जीवन में एक आस जगी.
रविशंकर सिंह ने बताया कि 27.10.18 को तत्कालीन प्रवंध निदेशक विमल कुमार दूबे तथापूर्वांचल चीनी मिल मजदूर यूनियन के बीच एक समझौता हुआ था. जिसमें बंद चीनी मिलों के बीआरएस प्राप्त कर्मचारियों को उपयोगिता के आधार पर 65 वर्ष की आयु तक अस्थायी संविदा पर समायोजित किया जाएगा. उन्होंने उसी दिन विभाग के विशेष सचिव को पत्र भी लिखा था. लेकिन आज हम लोगों की दरकिनार करके बाहरी लोगों को समायोजित करने का श्रमिकों ने आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया. श्रमिकों ने अपने समायोजन की मांग की तथा अपना मांग पत्र भी दिया.

Conclusion:बताते चलें पिपराइच की पुरानी चीनी मिल बर्षों पहले बन्द हो गई थी. भापजा सरकार ने चीनी मिल का नये सिरे निर्माण कराया. चीनी मिल का ट्रायल पिछले वर्ष ही हुआ था.
इस सम्बन्ध में पिपराइच चीनी मिल के प्रधान प्रवंधक जीतेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने लोगों को शांत कराते हुए कहा यहां से कुछ नहीं होगा. आप लोगों का मांग पत्र शासन को भेज दिया जायेगा. वहां से जो भी निर्देश मिलेगा उसका पालन किया जायेगा.

रफिउल्लाह अन्सारी-- 8318103822
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