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बांसगांव लोकसभा सीट से आज नामांकन कर सकते हैं भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान

बांसगांव लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान सोमवार को नामांकन दाखिल कर सकते हैं. बता दें कि कमलेश पासवान तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं. बांसगांव लोकसभा सीट गोरखपुर जिले की दूसरी लोकसभा सीट है. इस सीट पर देवरिया जिले की दो विधानसभा सीट आती हैं.

समर्थकों के साथ चुनाव प्रचार करते भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान
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Published : Apr 22, 2019, 6:07 AM IST

गोरखपुर: जिले की बांसगांव लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान सोमवार को नामांकन दाखिल कर सकते हैं. मीडिया में आई खबरों के अनुसार कमलेश पासवान ने अपने समर्थकों से अपील की है कि नामांकन में भारी संख्या में भाग लें. बता दें कि कमलेश पासवान तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं.

दरअसल, गोरखपुर की तरह ही जिले की दूसरी बांसगांव लोकसभा सीट भी भाजपा के लिए आसान मानी जाती रही है. आजादी के बाद से ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर पांच बार भाजपा का कब्जा रहा है. भाजपा के मौजूदा प्रत्याशी कमलेश पासवान इस बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं. वह वर्ष 2009 व 2014 का पिछला दो लोकसभा चुनाव इसी क्षेत्र से जीत चुके हैं. इससे पहले वर्ष 1996 का लोकसभा चुनाव उनकी मां सुभावती पासवान ने जीता था, हालांकि उस समय वह समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी थीं.

गठबंधन से बसपा प्रत्याशी सदल प्रसाद से है मुकाबला

इस बार राजनीतिक हालात में थोड़ा बदलाव आया है. सपा-बसपा के मिलकर चुनाव लड़ने से मुकाबला कांटे का हो गया है. दोनों दलों के इस गठबंधन में बांसगांव सीट बसपा के कोटे में आई है. बसपा ने शुरुआत में यहां से दूधनाथ प्रसाद को टिकट दिया था. दूधनाथ इस क्षेत्र के लिए बाहरी थे और उनका पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य नहीं बन पा रहा था. संगठन स्तर से फीडबैक लेने के बाद बसपा ने उनकी जगह पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को उम्मीदवार बना दिया. सदल प्रसाद पिछली बार भी बसपा के प्रत्याशी थे और दूसरे नंबर पर थे. इससे पहले वह बांसगांव (सु) विधानसभा से ही चुनाव जीतकर उस समय की बसपा सरकार में राज्यमंत्री बने थे. टिकट बदलने के बाद से ही क्षेत्र में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि सदल प्रसाद के आने से यहां मुकाबला रोमांचक हो गया है.

सांसद को जिताने के लिए कार्यकर्ताओं ने झोंकी ताकत

वहीं जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान की डगर इस बार आसान लगती नहीं दिख रही है, जिसको देखते हुए बीजेपी ने व्यूह रचना तैयार की है, जिसमें चौरीचौरा विधानसभा के तीनों मंडल अध्यक्षों (सरदार नगर, विसुनपुर मटियारा, ब्रह्मपुर) द्वारा चौरीचौरा के लगभग प्रत्येक गांव में बूथ लेवल पर नियमित रूप से कई स्थानों पर चौपाल लगाई जा रही है. चौपाल में पीएम मोदी और सीएम योगी द्वारा किए गए कार्यों का हवाला देकर बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील की जा रही है.

सीएम योगी के कार्यों को गिनाकर मांग रहे वोट

इस व्यूह रचना में को सफल बनाने के लिए बीजेपी नेता सुभाष पासवान, राकेश वर्मा और अवधेश सहित चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कमलेश पासवान अपने छोटे भाई विधायक विमलेश पासवान के साथ स्वयं कमान संभाले हुए हैं. वह लोगों के बीच जाकर पीएम मोदी और सीएम योगी द्वारा किए गए कार्यों को जनता के बीच गिनाकर अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं.

बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में आने वाली पांच विधानसभा सीटें

विधानसभा सीट विजेता पार्टी

  • बांसगांव (सुरक्षित) विमलेश पासवान भाजपा
  • चौरीचौरा संगीता यादव भाजपा
  • चिल्लूपार विनय शंकर तिवारी बसपा
  • रुद्रपुर (देवरिया जिला) जय प्रकाश निषाद भाजपा
  • बरहज (देवरिया) सुरेश तिवारी भाजपा

गोरखपुर: जिले की बांसगांव लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान सोमवार को नामांकन दाखिल कर सकते हैं. मीडिया में आई खबरों के अनुसार कमलेश पासवान ने अपने समर्थकों से अपील की है कि नामांकन में भारी संख्या में भाग लें. बता दें कि कमलेश पासवान तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं.

दरअसल, गोरखपुर की तरह ही जिले की दूसरी बांसगांव लोकसभा सीट भी भाजपा के लिए आसान मानी जाती रही है. आजादी के बाद से ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर पांच बार भाजपा का कब्जा रहा है. भाजपा के मौजूदा प्रत्याशी कमलेश पासवान इस बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे हैं. वह वर्ष 2009 व 2014 का पिछला दो लोकसभा चुनाव इसी क्षेत्र से जीत चुके हैं. इससे पहले वर्ष 1996 का लोकसभा चुनाव उनकी मां सुभावती पासवान ने जीता था, हालांकि उस समय वह समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी थीं.

गठबंधन से बसपा प्रत्याशी सदल प्रसाद से है मुकाबला

इस बार राजनीतिक हालात में थोड़ा बदलाव आया है. सपा-बसपा के मिलकर चुनाव लड़ने से मुकाबला कांटे का हो गया है. दोनों दलों के इस गठबंधन में बांसगांव सीट बसपा के कोटे में आई है. बसपा ने शुरुआत में यहां से दूधनाथ प्रसाद को टिकट दिया था. दूधनाथ इस क्षेत्र के लिए बाहरी थे और उनका पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सामंजस्य नहीं बन पा रहा था. संगठन स्तर से फीडबैक लेने के बाद बसपा ने उनकी जगह पूर्व मंत्री सदल प्रसाद को उम्मीदवार बना दिया. सदल प्रसाद पिछली बार भी बसपा के प्रत्याशी थे और दूसरे नंबर पर थे. इससे पहले वह बांसगांव (सु) विधानसभा से ही चुनाव जीतकर उस समय की बसपा सरकार में राज्यमंत्री बने थे. टिकट बदलने के बाद से ही क्षेत्र में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि सदल प्रसाद के आने से यहां मुकाबला रोमांचक हो गया है.

सांसद को जिताने के लिए कार्यकर्ताओं ने झोंकी ताकत

वहीं जीत की हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में उतरे भाजपा प्रत्याशी कमलेश पासवान की डगर इस बार आसान लगती नहीं दिख रही है, जिसको देखते हुए बीजेपी ने व्यूह रचना तैयार की है, जिसमें चौरीचौरा विधानसभा के तीनों मंडल अध्यक्षों (सरदार नगर, विसुनपुर मटियारा, ब्रह्मपुर) द्वारा चौरीचौरा के लगभग प्रत्येक गांव में बूथ लेवल पर नियमित रूप से कई स्थानों पर चौपाल लगाई जा रही है. चौपाल में पीएम मोदी और सीएम योगी द्वारा किए गए कार्यों का हवाला देकर बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील की जा रही है.

सीएम योगी के कार्यों को गिनाकर मांग रहे वोट

इस व्यूह रचना में को सफल बनाने के लिए बीजेपी नेता सुभाष पासवान, राकेश वर्मा और अवधेश सहित चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है. वहीं अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कमलेश पासवान अपने छोटे भाई विधायक विमलेश पासवान के साथ स्वयं कमान संभाले हुए हैं. वह लोगों के बीच जाकर पीएम मोदी और सीएम योगी द्वारा किए गए कार्यों को जनता के बीच गिनाकर अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं.

बांसगांव लोकसभा क्षेत्र में आने वाली पांच विधानसभा सीटें

विधानसभा सीट विजेता पार्टी

  • बांसगांव (सुरक्षित) विमलेश पासवान भाजपा
  • चौरीचौरा संगीता यादव भाजपा
  • चिल्लूपार विनय शंकर तिवारी बसपा
  • रुद्रपुर (देवरिया जिला) जय प्रकाश निषाद भाजपा
  • बरहज (देवरिया) सुरेश तिवारी भाजपा
Intro:चौरी चौरा ।सीएम के जिले की दूसरी सीट के लिए कमलेश पासवान अपने समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल कर सकते हैं मीडिया में आई खबरों के अनुसार उन्होंने जनता से अपील की है आज के नामांकन कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचा जाए

दो बार से लोकसभा सांसद रहे कमलेश पासवान की डगर इस बार मुश्किल में फसती दिख रही है इसको देखते हुए बीजेपी ने व्यू रचना तैयार की जिसमें चौरीचौरा विधानसभा के तीनों मंडल अध्यक्ष (सरदार नगर,विसुनपुर मटियारा, ब्रह्मपुर)द्वारा चौरीचौरा के लगभग प्रत्येक गांव में बूथ लेवल पर युद्ध स्तर पर नियमित रूप से कई स्थानों पर चौपाल लगाई जा रही है और सीएम योगी और नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए कार्य का हवाला देकर बीजेपी के पक्ष में वोट करने की अपील की जा रही है इस बिल रचना में सुभाष पासवान , राकेश वर्मा अवधेश सहित बीजेपी चौरीचौरा विधानसभा के जमीनी कार्यकर्ताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है

वहीं अन्य विधानसभा क्षेत्रों में कमलेश पासवान स्वयं कमान सम्भलते हुए अपने छोटे भाई विधायक विमलेश पासवान के साथ लोगों के बीच जाकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति के लाभ को गिना कर अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैंBody:
एसी में रहने वाला व्यक्ति यदि वैसाख की गर्मी में लू की तपेडे खाये तो उसे युद्ध नही महा युद्ध कहने में अतियोक्ति नही होगी।यही कारण है कि इस महायुद्ध लोकसभा बांसगांव की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है सिर पर सांसद कमलेश पासवान और पीछे उनके छोटे भाई विधायक पगड़ी वाली पोशाक में जिनके वहाँ पहुच रहे है वह अचम्भित हो जा रहा है इस प्रकार पूरे लोकसभा बांसगांव में बीजेपी ने एक व्यूह की रचना कर लिया है जिसको तोड़ना गठबंधन और अन्य दलों के लिए चुनौती बन गया है
Conclusion:मायावती के दिये गए भाषण का प्रभाव भी दिख रहा है सपा बसपा में दो दल मिलगये है लेकिन स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं के दिल नही मिल पा रहे है बीएसपी के कई जमीनी कार्यकर्ताओ की सक्रियता नही दिख रही है
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