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गोरखपुर के विकास को मिला नया बल, रामगढ़ ताल में चलेंगी ऑस्ट्रेलिया क्रूज - fishing business in ramgarh tal

रामगढ़ ताल में अब ऑस्ट्रेलिया और कोलकाता में संचालित होने वाले विशेष 100 सीटर क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट चलेंगे. गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इस क्रूज को चलाने के लिए टेंडर फाइनल कर दिया है.

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रामगढ़ ताल में चलेगी ऑस्ट्रेलिया क्रूज
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Published : Jun 24, 2022, 3:32 PM IST

गोरखपुर: शहर के बीचोबीच स्थित रामगढ़ ताल मौजूदा समय में पर्यटन के आकर्षण का बहुत बड़ा केंद्र बना हुआ है. एक समय में यह कूड़े कचरे के निस्तारण का बड़ा केंद्र था. लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के समय में इसके सृजन और विकास की योजना बनाई गई. बहादुर सिंह की मौत के बाद यह योजना थम गई. लेकिन इस अद्भुत आकर्षण वाली जगह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में एक बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में मौजूदा समय में विकसित करने का क्रम जारी है.

प्रतिदिन करीब 30 से 50 हजार पर्यटक इसके आकर्षण से खींचे चले आते हैं. यह ताल जो बेकार पड़ा हुआ था, आज वह गोरखपुर विकास प्राधिकरण और पर्यटन निगम के कमाई का बड़ा स्रोत भी बन गया है. विभागीय आंकड़ों की मानें तो करीब 15 करोड़ से ज्यादा की कमाई प्रतिवर्ष इन दोनों संस्थाओं को रामगढ़ ताल दे रहा है. साथ ही इससे सैकड़ों लोगों को भी रोजगार मिला है. चाहे वह मछली पालन का कारोबार हो या फिर रेस्टोरेंट्स, वाटर स्पोर्ट्स हो या फिर स्ट्रीट वेंडर कार्य सभी को रोजगार का अवसर मिला है.

रामगढ़ ताल में चलेगी ऑस्ट्रेलिया क्रूज
लेकिन इन सभी से अलग रामगढ़ ताल पर्यटकों को ऑस्ट्रेलिया और कोलकाता में संचालित होने वाले विशेष 100 सीटर क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के जरिए आकर्षित करेगा. गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इस क्रूज को चलाने के लिए टेंडर फाइनल कर दिया है. इस फर्म को रामगढ़ ताल में आधुनिक और बेहद आकर्षक क्रूज को संचालित करने का ठेका मिला हैं. इसे 3 माह के भीतर रामगढ़ ताल में उतारा जाएगा.

विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष इच्छा के अनुरूप रामगढ़ ताल को पर्यटकों के आकर्षण का विशेष केंद्र बनाया जा रहा है. इसके क्रम में इस क्रूज को रामगढ़ ताल में उतारा जा रहा है.

इसे भी पढ़े-गोरखपुर के रामगढ़ ताल में स्पीड बोट और जेट स्की की शुरुआत, रफ्तार से कीजिए बात

प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि, क्रूज संचालक इसके एवज में विकास प्राधिकरण को प्रतिमाह साढ़े सात लाख किराया का भुगतान करेगा. वहीं, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के जरिए भी प्राधिकरण को करीब साढ़े चार लाख महीने की आमदनी होगी. उन्होंने कहा कि, यह ताल न सिर्फ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा बल्कि रोजगार के भी कई अवसर उपलब्ध कराएगा. कई तरह के व्यवसाय ताल के इर्द-गिर्द हो रहे हैं. इसकी वजह से न सिर्फ गोरखपुर बल्कि आसपास के जिले और दूसरे प्रदेशों में भी इस की धमक पहुंच रही हैं.

कोलकाता और ऑस्ट्रेलिया के लुक जैसा क्रूज़ रामगढ़ ताल में चलाया जाएगा. इससे अब अतिरिक्त कमाई होगी. वहीं, वाटर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के संचालन से पर्यटन विभाग करीब एक करोड़ 28लाख की कमाई कर रहा हैं. यह जो भी गतिविधियां रामगढ़ ताल में संचालित हो रही हैं उससे करीब 200 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिला रहा है. फास्ट फूड सेंटर और ठेला पर 600 से 800 लोगों को रोजगार मिला है.

इस झील के सामने एक फाइव स्टार होटल बहुत जल्द खुलने की तैयारी में हैं. सूत्रों की माने तो रामगढ़ ताल में अभी विकास की जितनी योजनाएं संचालित हो रही हैं, वह मुख्यमंत्री की मंशा की 50 प्रतिशत भी नहीं है, क्योंकि सीएम योगी आदित्यनाथ इस ताल से सी प्लेन भी चलाने का ऐलान कर चुके हैं. लोग सी प्लेन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

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गोरखपुर: शहर के बीचोबीच स्थित रामगढ़ ताल मौजूदा समय में पर्यटन के आकर्षण का बहुत बड़ा केंद्र बना हुआ है. एक समय में यह कूड़े कचरे के निस्तारण का बड़ा केंद्र था. लेकिन प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के समय में इसके सृजन और विकास की योजना बनाई गई. बहादुर सिंह की मौत के बाद यह योजना थम गई. लेकिन इस अद्भुत आकर्षण वाली जगह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में एक बेहतर पर्यटन स्थल के रूप में मौजूदा समय में विकसित करने का क्रम जारी है.

प्रतिदिन करीब 30 से 50 हजार पर्यटक इसके आकर्षण से खींचे चले आते हैं. यह ताल जो बेकार पड़ा हुआ था, आज वह गोरखपुर विकास प्राधिकरण और पर्यटन निगम के कमाई का बड़ा स्रोत भी बन गया है. विभागीय आंकड़ों की मानें तो करीब 15 करोड़ से ज्यादा की कमाई प्रतिवर्ष इन दोनों संस्थाओं को रामगढ़ ताल दे रहा है. साथ ही इससे सैकड़ों लोगों को भी रोजगार मिला है. चाहे वह मछली पालन का कारोबार हो या फिर रेस्टोरेंट्स, वाटर स्पोर्ट्स हो या फिर स्ट्रीट वेंडर कार्य सभी को रोजगार का अवसर मिला है.

रामगढ़ ताल में चलेगी ऑस्ट्रेलिया क्रूज
लेकिन इन सभी से अलग रामगढ़ ताल पर्यटकों को ऑस्ट्रेलिया और कोलकाता में संचालित होने वाले विशेष 100 सीटर क्रूज और फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के जरिए आकर्षित करेगा. गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने इस क्रूज को चलाने के लिए टेंडर फाइनल कर दिया है. इस फर्म को रामगढ़ ताल में आधुनिक और बेहद आकर्षक क्रूज को संचालित करने का ठेका मिला हैं. इसे 3 माह के भीतर रामगढ़ ताल में उतारा जाएगा.

विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष इच्छा के अनुरूप रामगढ़ ताल को पर्यटकों के आकर्षण का विशेष केंद्र बनाया जा रहा है. इसके क्रम में इस क्रूज को रामगढ़ ताल में उतारा जा रहा है.

इसे भी पढ़े-गोरखपुर के रामगढ़ ताल में स्पीड बोट और जेट स्की की शुरुआत, रफ्तार से कीजिए बात

प्रेम रंजन सिंह ने कहा कि, क्रूज संचालक इसके एवज में विकास प्राधिकरण को प्रतिमाह साढ़े सात लाख किराया का भुगतान करेगा. वहीं, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट के जरिए भी प्राधिकरण को करीब साढ़े चार लाख महीने की आमदनी होगी. उन्होंने कहा कि, यह ताल न सिर्फ पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा बल्कि रोजगार के भी कई अवसर उपलब्ध कराएगा. कई तरह के व्यवसाय ताल के इर्द-गिर्द हो रहे हैं. इसकी वजह से न सिर्फ गोरखपुर बल्कि आसपास के जिले और दूसरे प्रदेशों में भी इस की धमक पहुंच रही हैं.

कोलकाता और ऑस्ट्रेलिया के लुक जैसा क्रूज़ रामगढ़ ताल में चलाया जाएगा. इससे अब अतिरिक्त कमाई होगी. वहीं, वाटर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स के संचालन से पर्यटन विभाग करीब एक करोड़ 28लाख की कमाई कर रहा हैं. यह जो भी गतिविधियां रामगढ़ ताल में संचालित हो रही हैं उससे करीब 200 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार मिला रहा है. फास्ट फूड सेंटर और ठेला पर 600 से 800 लोगों को रोजगार मिला है.

इस झील के सामने एक फाइव स्टार होटल बहुत जल्द खुलने की तैयारी में हैं. सूत्रों की माने तो रामगढ़ ताल में अभी विकास की जितनी योजनाएं संचालित हो रही हैं, वह मुख्यमंत्री की मंशा की 50 प्रतिशत भी नहीं है, क्योंकि सीएम योगी आदित्यनाथ इस ताल से सी प्लेन भी चलाने का ऐलान कर चुके हैं. लोग सी प्लेन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.

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