गोरखपुर: G-20 की अध्यक्षता कर रहे भारत के लिए, वर्ष 2023 कई मायने में खास है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अपनी अध्यक्षता के कार्यकाल को बहुत बेहतर और यादगार बनाने में जुटा हुआ है. इसके लिए जहां कई तरह के आयोजनों का केंद्र वाराणसी बन रहा है. आगरा और लखनऊ में भी कार्यक्रम होंगे तो, पंडित दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को, विदेश मंत्रालय के सौजन्य से 'जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट: एंगेजिंग यंग माइंडस' सेमिनार के आयोजन की जिम्मेदारी मिली है. यह आयोजन 24 मई को विश्व विद्यालय के संवाद भवन में किया जाएगा.
भारत मौजूदा दौर में जब जी20 की अध्यक्षता कर रहा है तो, ऐसे में गोरखपुर विश्वविद्यालय जो देश भर से चुने गए 75 विश्वविद्यालयों में से एक है उसे 'जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट: एंगेजिंग यंग माइंडस' सेमिनार आयोजित करने की जिम्मेदारी मिलनी अपने आप में बड़ी बात है. इस आयोजन का संदेश न सिर्फ गोरखपुर बल्कि पूरे पूर्वांचल हो जाएगा, जिससे युवा वर्ग खासकर लाभान्वित होगा.
इस उपलब्धि के बाद आयोजन को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह ने, शुक्रवार को प्रशासनिक भवन में सेमिनार की तैयारियों की समीक्षा की, जिसमें जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यकर्म के समन्वयक प्रो हर्ष सिंहा, प्रो अजय सिंह, प्रो दीपक त्यागी, प्रो विनय सिंह और कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, डॉ रामवंत गुप्ता शामिल हुए. इस कार्यक्रम के संदर्भ में समन्वयक प्रोफेसर हर्ष सिन्हा ने ईटीवी भारत को बताया कि विदेश मंत्रालय और उसकी सहयोगी संस्था, रिसर्च एवं इन्फॉर्मेशन सिस्टम फ़ॉर डेवलपिंग कन्ट्रीज, जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम के अंतर्गत, व्याख्यानमाला का आयोजन कर देश भर के युवाओं और विद्यार्थियों से, जी20 और भारत की अध्यक्षता एवं भूमिका के बारे में, सीधे संवाद करने की जो योजना बनाया है, उसे यहां जमीन पर उतारा जाएगा.
इसी कड़ी में गोरखपुर विश्वविद्यालय को चुना गया है जो, गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल के लोगों के लिए गर्व का विषय है. प्रोफेसर सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष आयोजन की थीम वसुधैव कुटुम्बकम (One Earth,One Family,One Future) है. G20 के विमर्श विषयों की श्रृंखला बहुत विस्तृत है, जिसमें आर्थिकी, विकास, शिक्षा,संस्कृति, धर्म-दर्शन, कृषि, डिजिटल अर्थव्यवस्था, आपदा न्यूनीकरण, पर्यावरण एवं सतत विकास, इंटरनेशनल टैक्सेशन, वित्तीय सुधार, व्यापार, सिविल सोसाइटी, श्रम कानूनों में सुधार, संसदीय परम्परा, ऑडिट, स्टार्टअप तथा थिंक 20, अर्बन 20, यूथ 20, साइंस 20, वूमेन 20 जैसे विषय प्रमुख हैं. उन्होंने बताया कि 24 मई को आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के, वर्तमान या पूर्व किसी एक राजनयिक का आगमन होगा जो इसकी महत्ता और गंभीरता को दर्शाता है.