गोरखपुर: गोरखपुर जोन में आने वाले 17 जिलों में पुलिस ने सफेदपोश चोले में छिपे भू-माफिया की कमर तोड़ने में कोई कोताही नहीं बरती है. पुलिस ने पिछले 6 महीनों में कई बड़ी कार्रवाइयों को अंजाम देते हुए सफेदपोशों को जहां बेनकाब किया है, वहीं गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, महाराजगंज, बलरामपुर जैसे जिलों में भी बड़े माफिया को शिकंजे में कसते हुए उनकी करोड़ों की संपत्ति जब्त कर दी है. पुलिस अपनी लगातार कार्रवाई से ऐसे लोगों में भय भी पैदा कर रही है. 80 के दशक में पुलिस पर भारी पड़े माफिया की वजह से गोरखपुर क्षेत्र अमेरिका के शिकागो तक अपनी धमक जमाने में कायम हुआ था. लेकिन, मौजूदा समय में इस क्षेत्र से अपराधियों का अब सफाया होता जा रहा है.
फिलहाल, गोरखपुर पुलिस ने जो कार्रवाई की है, उसमें सफेद पोशों में सपा, बसपा और सत्ता पक्ष का भी चोला पहनकर माफियागिरी करने वालों को भी नहीं बख्शा गया है. पुलिस ने इन पर कार्रवाई कर साफ संदेश दिया है कि कानून से बड़ा कोई नहीं होता. गोरखपुर में ही एक सफेदपोश माफिया से करीब 416 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त कर सबसे बड़ी कार्रवाई का रिकॉर्ड बनाया गया है. एडीजी जोन के आंकड़े जोन में ऐसे माफिया के खिलाफ हुई कार्रवाई को दर्शाते हैं.
जिले की पुलिस ने सपा नेता जवाहिर यादव पर गैंगस्टर एक्ट के तहत प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी 416 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों को जब्त कर लिया है. यह प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जाती है. इसी प्रकार डॉ. अभिषेक यादव जिनके पिता राजनीतिक संरक्षण में नर्सिंग कॉलेज में फर्जीवाड़ा करने के दोषी पाए गए थे. उनकी 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली गई.
ड्रग्स का कारोबार करने वाली महिला माफिया किशन कुमार पंडिताइन की 13 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त हुई है. बसपा नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुधीर सिंह की भी 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति पुलिस ने जब्त की है. इसी प्रकार भूमाफिया ओम प्रकाश पांडेय की दो करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त हुई है. वहीं, कइयों की संपत्ति जब्त करने के लिए कोर्ट के आदेश का इंतजार हो रहा है. गोरखपुर जोन में आने वाले अन्य जिलों में हुईं कार्रवाइयों की बात करें तो बहराइच में 113 करोड़ रुपये की जब्ती भू-माफिया और सफेदपोशों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए की गई.
देवरिया में 5 करोड़ 14 लाख रुपये, कुशीनगर में 7 करोड़ 90 लाख रुपये, महराजगंज में 6 करोड़ 15 लाख रुपये, बस्ती में तीन करोड़ 17 लाख रुपये, संत कबीर नगर में दो करोड़ 72 लाख रुपये, सिद्धार्थनगर में 3 करोड़ 8 लाख रुपये, गोंडा में 3 करोड़ 5 लाख रुपये और बलरामपुर में करीब एक करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर पुलिस ने आर्थिक अपराध और भू-माफिया में शामिल नेताओं की कमर तोड़ दी है. यही वजह है कि अपने कारनामे से अकूत संपत्ति अर्जित करने वाले और लोगों की जमीन पर कब्जा करने वाले नेताओं की हिम्मत टूट चुकी है.
गोरखपुर में विकास प्राधिकरण ने भी पुलिस के सहयोग से ऐसे माफिया की अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया है. एडीजी जोन अखिल कुमार का इन कार्रवाइयों पर कहना है कि जिला प्रशासन यानी कि जिला अधिकारी स्तर से जिन भी माफिया पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया और उनकी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश हुआ, पुलिस ने प्रशासन के साथ मिलकर मौके पर जाकर कार्रवाइयों को अंजाम दिया. उन्होंने कहा कि ऐसे माफिया के खिलाफ कार्रवाई होगी जो जनता को परेशान करते हैं. सरकार की नीतियों के तहत ऐसे लोग बख्से नहीं जाएंगे.
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