गोरखपुरः स्वच्छ भारत अभियान के तहत शहरों को अपनी बेहतर रैंक हासिल करने के लिए कई तरह के प्रयास करने पड़ रहे हैं. वहीं, गोरखपुर नगर निगम थ्री पी मॉडल के जरिए लोगों तक पहुंचा रहा है, जिससे शहर को साफ सुथरा बनाया जाएगा. टॉप रैंक हासिल करके निगम शहर में सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए, सरकार से और भी प्रोत्साहन को प्राप्त करने का लक्ष्य लेकर चला रहा है.
गोरखपुर में डोर टू डोर अभियान के अंतर्गत सोर्स सेग्रीकेशन सहित, शतप्रतिशत डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का निर्देश नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने मातहतों को दिया है.गोरखपुर में कुल 80 वार्ड हैं. इन वार्ड में अलग-अलग टीम जोनल अधिकारियों के नेतृत्व में थ्री पी मॉडल को लागू कराने के लिए क्रियाशील होंगी, जिससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस शहर को स्वच्छता के पैमाने पर पहले पायदान पर लाने में सफलता मिल सके.
थ्री पी मॉडल का यह अभियान 31 मार्च तक चलेगा, जिसमें तीन चरण होंगे. थ्री पी मॉडल (Pray-Persuade-Penalise) पर आधारित होगा, जिसके तहत चलने वाले डोर टू डोर अभियान में लोगों के घर पहुंचने वाली निगम की टीम स्वच्छता के लिए इसके साथ लोगों से प्रार्थना करेगा. नहीं करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही नहीं मानने वालों को दंडित भी किया जाएगा. यही 3P मॉडल लागू किया जा रहा है.
इसके लिए नगर आयुक्त द्वारा स्वच्छ भारत मिशन में प्रयुक्त वाहनों को आकर्षक झांकी और स्वच्छता गीत के साथ झंडा दिखाकर, नगर निगम के प्रमुख मार्गों पर व्यापक जनजागरूकता सुनिश्चित करने के लिए, उनके संबंधित वार्डों के लिए रवाना भी किया जा रहा है. इसके साथ ही साथ नगर आयुक्त द्वारा डोर टू डोर कर्मचारियों को प्रातः 10ः00 बजे तक जन सहभागिता के अन्तर्गत, सोर्स सेग्रीकेशन सहित शतप्रतिशत डोर टू डोर कूडा़ कलेक्शन का निर्देश दिया है.
नगर आयुक्त द्वारा लोगों को जूट के थैले भी बांटकर उन्हे पाॅलिथीन का उपयोग न करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. साथ ही साथ लोगों से स्वच्छता परमों धर्मः के अंतर्गत अपने ऐतिहासिक विरासतों की स्वछता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर जागरूक किया जाएगा. इस थ्री पी मॉडल के लिए नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने सहायक नगर आयुक्त/नोडल अधिकारी डॉ. मणि भूषण तिवारी, लेखाधिकारी/जोनल अधिकारी श्री रवि सिंह, अधिशाषी अभियन्ता एनडी पाण्डेय, अधिशाषी अभियन्ता/जोनल अधिकारी देवेन्द्र कुमार, जोनल सफाई अधिकारी अखिलेश, समस्त जोनल सफाई निरीक्षक, समस्त सफाई सुपरवाईजर, नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी को स्वच्छ भारत मिशन के इस नगरीय अभियान को पूरी करने की जिम्मेदारी दी है.