गोरखपुर : इस बार रावण स्मार्ट धनुष के कमांड से धूं-धूंकर जल उठेगा. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट(ITM) गीडा के छात्र ने दशहरे के मौके पर भगवान श्रीराम के नाम का एक स्मार्ट धनुष बनाया है. इसके माध्यम से रावण का पुतला दहन किया जाएगा. इस स्मार्ट धनुष की कई खासियत है. पुतले में आग लगाने के लिए इसमें बाण लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है. यह वॉयस कमांड से संचालित होता है.
वॉयस कमांड पर करता है काम : धनुष को बनाने वाले इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के छात्र प्रशांत शर्मा ने बताया है कि धनुष को बाण की आवश्यकता नहीं है. यह वॉयस कमांड से संचालित होता है. धनुष को मोबाइल नेटवर्क से जोड़ा गया है. स्मार्ट धनुष के सामने एक माइक लगा है जो हमारे द्वारा दिए गए वॉयस कमांड को सेन्स कर रावण के पुतले में लगे ट्रिगर तक एक्टिवेट होने का संकेत भेजता है. स्मार्ट धनुष के सिग्नल मिलने पर रावण के पुतले में हीट जनरेट होता है. इसकी वजह से रावण के पुतले में आग लग जाती है.
धनुष बनाने में इन चीजों का हुआ इस्तेमाल : प्रशांत आईटीएम गीडा में डेटा साइंस का छात्र है. उसने बताया कि स्मार्ट धनुष को बनाने में, ब्लूटूथ, माइक, मोटर गियर, बैटरी, एंटीना का इस्तेमाल किया गया है. संस्थान के निदेशक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि दशहरा बुराई पर अच्छाई के विजय का प्रतीक है. इस डिजिटल युग में बढ़ते तकनीकी का प्रयोग करके संस्थान के छात्रों ने एक स्मार्ट धनुष तैयार किया है. इससे रावण के पुतले का दहन स्मार्ट और सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है.
पहले भी कई आविष्कार कर चुके हैं छात्र : संस्थान के निदेशक ने बताया कि कॉलेज के डिजाइन एंड इन्नोवेशन सेंटर में कंप्यूटर साइंस के छात्र हों, या फिर अन्य कोर्स के छात्र. वह अपना शोध करते रहते हैं. इसके पूर्व भी मिसाइल, आर्मी कैंप, security jacket, सिक्योरिटी रिंग छात्र बना चुके हैं. धनुष एक नया और सफल प्रयोग है. छात्र की इस उपलब्धि पर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया ,सचिव श्यामबिहारी अग्रवाल ,कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया ,संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल आदि ने खुशी जताई.
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