गोरखपुरः पूरी दुनिया में गोरखपुर की एक अलग तस्वीर पेश करने वाले रामगढ़ ताल की सुंदरता और सफाई का जिम्मा फ्रांस की सरकार उठाने को तैयार है, लेकिन इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अनुमति का इंतजार है. गोरखपुर दौरे पर गुरुवार को आए फ्रांसीसी राजदूत इमैनुअल लेनिन ने इस बात का साफ संकेत दिया है. गोरखपुर के जिलाधिकारी के विजेंद्र पण्डियन ने रामगढ़ताल को लेकर लेनिन से बात की तो उन्होंने इस पर सकारात्मक संदेश दिया. उन्होंने कहा कि वह इस ताल को देखने के लिए ही गोरखपुर आए हैं. इसकी खूबसूरती के वे कायल हो गए हैं. जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पाण्डियन से इस ताल को स्वच्छ और सुंदर बनाने की इच्छा उनके सामने रखी. उनके प्रस्ताव पर लेनिन ने कहा कि इस संबंध में वह मुख्यमंत्री से बात कर लें. सरकार की सहमति मिलने पर वहां की कंपनी फ्रांसीसी तकनीक से इस प्राकृतिक ताल को स्वच्छ करेगी।
दो कंपनियां दिल्ली सरकार के साथ कर रहीं काम
लेनिन कहा कि फ्रांस की दो कंपनियां दिल्ली सरकार के साथ मिलकर दो ताल को स्वच्छ कर रही है. वह इस ताल को भी साफ कर देंगी. लेनिन के गोरखनाथ मंदिर के दर्शन करने के बाद डीएम ने उनसे जिले के विकास और जरूरतों पर चर्चा किया. वह अपनी महिला अधिकारी ओलीविया के साथ मंदिर से निकलने के बाद शहर घूमने गए थे. इस दौरान जिलाधिकारी उनके साथ थे. डीएम ने उन्हें जगह-जगह चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी. डीएम इमैनुअल को लेकर रामगढ़ताल के किनारे भी पहुंचे. वहां उन्हें नया सवेरा प्रोजेक्ट के तहत बनी पूरी जेट्टी का भ्रमण कराया.
राजदूत ने फ्रांसीसी तकनीक के बारे में बताया
फ्रांसीसी राजदूत ने कई स्थानों पर फोटो खींचे. उन्होंने ताल की सुंदरता की सराहना करते हुए फ्रांसीसी तकनीक के बारे में बताया. कहा कि उस तकनीक से रामगढ़ताल के पानी को स्वच्छ कर कुछ हिस्सा पीने के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. बाकी हिस्सा ताल में चला जाएगा. अभी ताल का पानी दोबारा प्रयोग नहीं किया जाता. जिलाधिकारी ने इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री के सामने रखने की बात कही है.
गोरखपुर में कार्यरत विदेशी कंपनियों की ली जानकारी
जिलाधिकारी से फ्रांसीसी राजदूत ने गोरखपुर में निवेश सेक्टर की जानकारी ली। इस पर डीएम ने टेक्सटाइल और स्टील से जुड़ी कंपनियों के लिए संभावना बताई। लेनिन ने ऑटोमोबाइल और रियल स्टेट सेक्टर में निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी ली। बताया कि इसमें उनके देश की कंपनी निवेश कर सकती है। निवेश के लिए जमीन की उपलब्धता के बारे में डीएम ने उन्हें आश्वस्त किया.
विदेशी कंपनियों के बारे में पूछा
फ्रांसीसी राजदूत ने डीएम से गोरखपुर में काम कर रहीं विदेशी कंपनियों की भी जानकारी ली. डीएम ने उन्हें बताया कि खाद सेक्टर में जापान की कंपनी काम कर रही है। कोकाकोला भी गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में बाटलिंग प्लांट लगाने जा रही है। कई विदेशी कंपनियों के आउटलेट हैं। भविष्य में भी कई कंपनियां आ सकती हैं। अपने दौरे से उत्साहित इमैनुअल ने कहा कि वह पांच साल बाद गोरखपुर आना चाहेंगे, जिससे वह बदले हुए गोरखपुर को देख सकें।