गोरखपुर: शहर में अपने मकान का सपना देख रहे लोगों के लिए गोरखपुर विकास प्राधिकरण (Gorakhpur Development Authority) यानी कि जीडीए दिवाली के अवसर पर तीन ग्रुप हाउसिंग के नए प्रोजेक्ट को लांच करने जा रहा है. इसके साथ ही करीब ढाई हजार एकड़ क्षेत्रफल में नया गोरखपुर बनाए जाने का भी प्लान तैयार हो चुका है. ग्रुप हाउसिंग के तीनों प्रोजेक्ट में 450 से ज्यादा आवास बनाए जाएंगे, जो शहर के तारामंडल क्षेत्र में निर्मित होंगे.
जीडीए बोर्ड (GDA Board) की बैठक में इस प्रोजेक्ट पर मुहर लग चुकी है और उनके नाम भी तय किए जा चुके हैं. जीडीए के उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि गोरक्ष एंक्लेव नाम से पहला प्रोजेक्ट रामगढ़ ताल के किनारे चंपा देवी पार्क के पास बनाया जाएगा, जिसमें टू और थ्री बीएचके के 90 फ्लैट्स होंगे. इसके अलावा दूसरा प्रोजेक्ट राप्ती ग्रीन्स के नाम से चिड़ियाघर के सामने लांच किया जाएगा, जिसमें 72 आवास बनाए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि तीसरा प्रोजेक्ट काफी बड़ा होगा, जो चिड़ियाघर के करीब जीडीए की 7 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा, जिसमें 300 आवास होंगे. उन्होंने कहा कि इन प्रोजेक्ट्स को लांच करने के लिए रेरा में आवेदन किया जा चुका है. उम्मीद है कि दिवाली से पहले रेरा की अनुमति भी मिलेगी और जीटीए इन प्रोजेक्ट को लांच भी कर लेगा. ग्रीनवुड अपार्टमेंट जो तीसरा प्रोजेक्ट है, वह शायद दीपावली के बाद, लेकिन नवंबर माह में लांच हो जाएगा.
उन्होंने बताया कि बोर्ड की बैठक में जीडीए के अध्यक्ष मंडलाआयुक्त रवि कुमार एनजी, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद, जीडीए सचिव उदय प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता पीपी सिंह, बोर्ड के नामित सदस्य दुर्गेश बजाज, पवन त्रिपाठी और राधेश्याम श्रीवास्तव भी शामिल थे.
इसके अलावा नया गोरखपुर बसाए जाने के संबंध में जीडी उपाध्यक्ष ने कहा कि करीब ढाई हजार एकड़ क्षेत्रफल में गोरखपुर से कुशीनगर मार्ग पर सोनबरसा के पास इस प्रोजेक्ट को शुरू किया जाएगा. शहर के बीचो-बीच मेट्रो सिटी की तर्ज पर एक सिटी सेंटर भी बनाया जाएगा. जहां होटल, माल, मल्टीप्लेक्स, स्कूल, ग्रुप हाउसिंग, रिसॉर्ट, आवासी कॉलोनी, बिजनेस हाल, अस्पताल और पेट्रोल पंप आदि की सुविधाएं होंगी.
इन सुविधाओं के लिहाज से ही महायोजना 2031 का प्रावधान किया जा रहा है और भू उपयोग भी निर्धारित किया जा रहा है. इसके बाद रियल एस्टेट कारोबारियों को इस ओर आकर्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि करीब डेढ़ लाख की आबादी इस क्षेत्र में बसाने की योजना है, जिसमें गोरखपुर और आस-पास के जिलों के लोग आकर बस सकेंगे. नए गोरखपुर के मानचित्र से गोरखपुर शहर की दूरी 13 किलोमीटर, कुशीनगर एयरपोर्ट 45 किलोमीटर और गोरखपुर एयरपोर्ट अधिकतम 5 किलोमीटर की दूरी पर होगा.
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