गोरखपुरः ब्राजील में आयोजित होने वाले विश्व बैडमिंटन डेफ चैंपियनशिप में गोरखपुर की 'आदित्या यादव' अपना कमाल दिखाएंगी. जुलाई माह में आयोजित होने वाले इस चैंपियनशिप में आदित्य भारतीय टीम की हिस्सा होंगी. साथ ही वह जूनियर डेफ बैडमिंटन चैंपियनशिप टीम का नेतृत्व भी करेंगी. मात्र 15 वर्ष की उम्र में बैंडमिंटन की दुनिया में अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर देने वाली आदित्या बोलने में सक्षम नहीं है. लेकिन उनकी प्रतिभा की गूंज खेल जगत में काफी दूर तक सुनाई देती है.
आदित्या के खेल की तारीफ बैडमिंटन की साइना नेहवाल से लेकर कई बड़े खिलाड़ियों ने की है. कई चैंपियनशिप में आदित्या ने गोल्ड से लेकर सिल्वर और ब्रांज मेडल हासिल किया है. वह ओलंपिक चैंपियनशिप के लिए भी क्वालीफाई कर चुकी हैं. इसके प्रशिक्षण के लिए उन्हें पत्र भी प्राप्त हो चुका है. इसके लिए वह 7 मई से अहमदाबाद स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में भाग लेंगी.
ये भी पढ़ेंः जब पूरा देश सो रहा था, तब गोरखपुर की इस बिटिया के दम पर ब्राजील में लहरा रहा था तिरंगा
आदित्या ने 8 वर्ष की उम्र से बैडमिंटन में जिले स्तर से खेलना प्रारंभ किया. ये सफर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गया है. आदित्या के पिता दिग्विजय नाथ यादव ही उनके कोच की भूमिका निभाते हैं. वो रेलवे में बतौर बैडमिंटन प्रशिक्षक के रूप में तैनात हैं. वह बताते हैं कि आदित्या ब्राजील में 10 जुलाई से आयोजित होने वाले तीसरे विश्व डेफ यूथ और छठी विश्व डेफ ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रतिभाग करेंगी. आदित्या इससे पहले भी 15 मई 2022 को ब्राजील में आयोजित डेफ ओलंपिक में टीम स्पर्धा में भारत को स्वर्ण पदक दिला चुकी हैं. इसके अलावा थाईलैंड में आयोजित एशिया पेसिफिक डेफ यूथ चैंपियनशिप में भी आदित्या ने गोल्ड मेडल हासिल किया था.
दिग्विजय यादव ने कहा, 'साल 2023 में 15 से 19 फरवरी तक इंदौर में चले नेशनल डेफ बैडमिंटन चैंपियनशिप में दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीतने में आदित्या सफल रही हैं. अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर आदित्या का चयन लगातार विभिन्न कैंपों के लिए हो रहा है. वह सामान्य खिलाड़ियों के वर्ग में भी खेल रही हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि ब्राजील की चैंपियनशिप में आदित्या बैडमिंटन की एक अलग चैंपियन बनकर उभरेंगी. वह दिन दूर नहीं, जब वह डेफ के साथ सामान्य खिलाड़ियों के वर्ग में भी देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतेगी.'
ये भी पढ़ेंः बच्चों के लिए लखनऊ जंक्शन पर वीडियो गेम्स की सुविधा शुरू