गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर रविवार को पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को ATS मंगलवार देर रात लेकर लखनऊ निकल गई. सूत्रों की मानें तो अब्बासी से मिल रही जानकारियों और दस्तावेजों के आधार पर उसके आतंकी कनेक्शन को और पुष्ट करने के लिए ATS ने इस तरह का कदम उठाया है. इस मामले में परिवार के तीन लोगों को भी उठाया गया है, जिनसे जांच-पड़ताल चल रही है. कयास यह भी लगाया जा रहा है कि कुछ समय पूर्व शामली जिले में मिले AK-47 और करतूतों के कनेक्शन को भी इस केस से जोड़ा गया है. ATS ने अपनी जांच के दौरान मुर्तुजा के सिविल लाइंस स्थित मकान पर अब अपना ताला भी लगा दिया है. इससे पहले घर में करीब एक घंटे तक ATS ने जांच भी की थी.
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बताया जा रहा है कि एटीएस के डिप्टी एसपी गोरखनाथ पुलिस के साथ मंगलवार रात में मुर्तजा के घर पहुंचे थे. जो सामान मुर्तजा के घर से एटीएस ने बरामद किया है, उसकी जानकारी उसके पिता को देते हुए कागजात पर पिता के हस्ताक्षर एटीएस ने लिए हैं. मुर्तजा के घर से एक एयर गन भी बरामद हुई थी, जिसे ATS अपने साथ लेकर गई है. मुर्तजा के पास से मिली धार्मिक पुस्तक को उसके परिजनों को लौटा दिया गया है. बताया जा रहा है कि मुर्तजा निशानेबाजी सीखने में जुटा हुआ था. वह इसका शौकीन था, इसलिए घर पर उसकी तीन बेशकीमती एयर गन और छर्रे एटीएस को मिले थे. ATS से पूछताछ में मुर्तजा ने निशानेबाजी सीखने की बात कही है.
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मिल रहे तत्थों और सबूतों के आधार पर फिलहाल यह बात साफ इशारा करती है कि वह किसी बड़ी साजिश को अंजाम देने की नियत से आया था. वह हथियार चलाने और अटैक के तौर तरीकों को भी इंटरनेट पर सर्च करता था. मुर्तजा के चाचा शहर के चर्चित डॉक्टर हैं. एक ही कैंपस में सभी का परिवार रहता है. जहां का नर्सिंग होम अब्बासी नर्सिंग होम के नाम से चलाया जाता है. इसलिए यहां आने-जाने वाले एक-एक मरीज पर पैनी नजर रखी जा रही है और उनका नाम भी नोट किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि मंदिर में घटना को अंजाम देने वाला मुर्तुजा का कनेक्शन आईएसआईएस (ISIS) और अंसार गजवा-वा-तुल जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों से जुड़ा हो सकता है. वह भारत-नेपाल बॉर्डर के कई संदिग्ध मदरसों और मरकज के भी संपर्क में रहा है. उसके लैपटॉप और बैग से मिले सुबूतों के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस का एंटी टेरेरिस्ट सेल (ATS) अलर्ट पर आ गया है.
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