गोरखपुर : सुरक्षित रेल संचालन पूर्वोत्तर रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके लिए बीते वर्षों में बड़ी लाइनों में सभी अनारक्षित समपारों को खत्म कर दिया गया है. अब रेल प्रशासन रक्षित समपारों को भी आरओबी और आरयूबी/एलएचएस का प्रावधान करके बन्द करने की तैयारी कर रहा है. ताकि रेल संचालन को तीव्र और दुर्घटना रहित बनाने की योजना सफल हो सके. इसी क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के गोरखपुर-देवरिया सदर खंड पर चौरी-चौरा और गौरीबाजार स्टेशनों के बीच समपार संख्या-145 ई. पर निर्माणाधीन सड़क ओवर ब्रिज पर गर्डर लॉन्चिंग का काम आज पूरा हो गया.
खराब मौसम में भी रेलवे ने पूरा किया लॉन्चिंग का काम
मात्र 3 घंटा 15 मिनट के कम समय में चार गर्डरों की लांचिंग सफलतापूर्वक की गयी. गर्डर लॉन्चिंग में 450 टन क्षमता वाले रोड क्रेन का उपयोग किया गया. कार्य के दौरान एक क्रेन को स्टैण्ड बाई के रूप में रखा गया था. लॉन्च किये गये चार गर्डरों में से प्रत्येक गर्डर की लम्बाई 39.5 मीटर और वजन 47 टन है.
गर्डर लॉन्चिंग का काम उप मुख्य इंजीनियर एन.के. सिंह और कार्यपालक इंजीनियर राम अवध की देख-रेख में सोमवार को दिन के 02.10 बजे से 05.25 बजे के बीच पूरा किया गया. बड़ी बात यह है कि गर्डर लांचिंग के दौरान मौसम प्रतिकूल था. जबकि तापमान 12 डिग्री सेन्टीग्रेट था.
रेल ओवरब्रिज का निर्माण होगा पूरा
इसी क्रम में गोरखपुर-देवरिया सदर रेल खंड पर सरदारनगर-चौरी-चौरा स्टेशन के मध्य समपार संख्या-149 स्पेशल निर्माणाधीन सड़क ओवरब्रिज पर भी गर्डर लॉन्चिंग का कार्य पूर्ण किया गया है. ओवर ब्रिज से रेल प्रशासन के लिये समपार फाटक बन्द करने के लिए मैनपावर के साथ ही खर्च में भी कमी होती है. इसके साथ ही रेल संचालन भी निर्बाध गति से होता है. इतना ही नही सड़क परिवहन भी रोड ओवर ब्रिज बन जाने से सुविधाजनक हो जायेगा और जाम लगने की समस्या से भी निजात मिलेगी.