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UGC के पूर्व चेयरमैन ने CM Yogi के भाषण संग्रह "लोक आराधना की अभिव्यक्ति" का विमोचन करके कही ये बात

CM Yogi के भाषण संग्रह "लोक आराधना की अभिव्यक्ति" का UGC के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह और भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने किया.

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Published : May 24, 2023, 8:19 PM IST

गोरखपुर: मुख्यमंत्री के रूप में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के भाषणों और विचारों को, आप समाचार माध्यमों से खूब देखते और सुनते होंगे. लेकिन, उन्होंने कब क्या बोला और जनता जनार्दन को वहां किस भाव से देखते हैं, उनके लिए क्या सोच रखते हैं और क्या करना चाहते हैं, अगर इसको गहराई से जानना चाहते हैं तो इसके लिए आपको, एक पुस्तक पढ़नी पड़ेगी. जिसका नाम है "लोक आराधना की अभिव्यक्ति".

इस पुस्तक का बुधवार को गोरखपुर में दो खंडों में विमोचन किया गया. दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के गुरु गोरखनाथ साहित्यिक केंद्र में इस भाषण संग्रह का विमोचन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह और भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह की विशिष्ट उपस्थिति में किया.

इस अवसर पर यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि, अपने आराध्य की आराधना हम सभी करते हैं. ऐसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपने आराध्य के साथ जनता की आराधना ईश्वर की भांति करते हैं, जो उनके क्षण-प्रतिक्षण के चिंतन, कार्यशैली और हर अभिव्यक्ति में झलकती है. इस आराधना का प्रतिफल है कि उत्तर प्रदेश आज लोक कल्याण और विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.

प्रो. सिंह ने कहा कि सीएम योगी की हर विषय में स्पष्ट सोच है. उनके चिंतन में गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की प्रेरणा से गहन अध्ययन का पुट और जनहित के लिए डिवाइन कनेक्ट (अलौकिक जुड़ाव) परिलक्षित होता है. वह हर व्यक्ति के लौकिक-पारलौकिक परमार्थ की चिंता और तदनुरूप कार्य करते हैं. प्रो. सिंह ने 'लोक आराधना की अभिव्यक्ति' ग्रंथ को सभी के लिए प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि, हर व्यक्ति को इसका अध्ययन अवश्य करना चाहिए. इससे शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके संघर्ष, परिश्रम और साधना का भी भान होगा.

विमोचन समारोह में भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर अभिव्यक्ति इस बात को प्रमाणित करती है कि, लोक का मंगल ही उनके जीवन का ध्येय है. उनके चिंतन में दिव्यता है. लोक कल्याण की समग्रता व परिपूर्णता है. सीएम योगी की अभिव्यक्तियां समूचे समाज के लिए प्रेरक व मार्गदर्शक हैं. उनके लिए नर भी नारायण जितना महत्वपूर्ण है.

इसलिए मनसा, वाचा, कर्मणा उनकी हर अभिव्यक्ति जनता पर केंद्रित और समर्पित है. कैसे हर बच्चे को उत्कृष्ट शिक्षा मिले, कैसे हर व्यक्ति सुरक्षित रहे, हर व्यक्ति आत्मनिर्भर बने, विकास के हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया का सिरमौर बने, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हर चिंतन इन्हीं बिंदुओं पर केंद्रित रहता है. इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के प्रमथ नाथ मिश्र, डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह, राम जन्म सिंह, प्रो. राजेंद्र भारती, दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओपी सिंह समेत सैकड़ों बुद्धिजीवी लोग मौजूद रहे.

ये भी पढ़ेंः CM Yogi का बड़ा ऐलान, बोले- किसान सम्मान निधि जिनको नहीं मिली उनको पिछली किस्तों के साथ होगा भुगतान

गोरखपुर: मुख्यमंत्री के रूप में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के भाषणों और विचारों को, आप समाचार माध्यमों से खूब देखते और सुनते होंगे. लेकिन, उन्होंने कब क्या बोला और जनता जनार्दन को वहां किस भाव से देखते हैं, उनके लिए क्या सोच रखते हैं और क्या करना चाहते हैं, अगर इसको गहराई से जानना चाहते हैं तो इसके लिए आपको, एक पुस्तक पढ़नी पड़ेगी. जिसका नाम है "लोक आराधना की अभिव्यक्ति".

इस पुस्तक का बुधवार को गोरखपुर में दो खंडों में विमोचन किया गया. दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के गुरु गोरखनाथ साहित्यिक केंद्र में इस भाषण संग्रह का विमोचन, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह और भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह की विशिष्ट उपस्थिति में किया.

इस अवसर पर यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह ने कहा कि, अपने आराध्य की आराधना हम सभी करते हैं. ऐसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अपने आराध्य के साथ जनता की आराधना ईश्वर की भांति करते हैं, जो उनके क्षण-प्रतिक्षण के चिंतन, कार्यशैली और हर अभिव्यक्ति में झलकती है. इस आराधना का प्रतिफल है कि उत्तर प्रदेश आज लोक कल्याण और विकास के मार्ग पर तेजी से आगे बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है.

प्रो. सिंह ने कहा कि सीएम योगी की हर विषय में स्पष्ट सोच है. उनके चिंतन में गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ महाराज की प्रेरणा से गहन अध्ययन का पुट और जनहित के लिए डिवाइन कनेक्ट (अलौकिक जुड़ाव) परिलक्षित होता है. वह हर व्यक्ति के लौकिक-पारलौकिक परमार्थ की चिंता और तदनुरूप कार्य करते हैं. प्रो. सिंह ने 'लोक आराधना की अभिव्यक्ति' ग्रंथ को सभी के लिए प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि, हर व्यक्ति को इसका अध्ययन अवश्य करना चाहिए. इससे शीर्ष पद पर बैठे व्यक्ति की सफलता के पीछे उसके संघर्ष, परिश्रम और साधना का भी भान होगा.

विमोचन समारोह में भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हर अभिव्यक्ति इस बात को प्रमाणित करती है कि, लोक का मंगल ही उनके जीवन का ध्येय है. उनके चिंतन में दिव्यता है. लोक कल्याण की समग्रता व परिपूर्णता है. सीएम योगी की अभिव्यक्तियां समूचे समाज के लिए प्रेरक व मार्गदर्शक हैं. उनके लिए नर भी नारायण जितना महत्वपूर्ण है.

इसलिए मनसा, वाचा, कर्मणा उनकी हर अभिव्यक्ति जनता पर केंद्रित और समर्पित है. कैसे हर बच्चे को उत्कृष्ट शिक्षा मिले, कैसे हर व्यक्ति सुरक्षित रहे, हर व्यक्ति आत्मनिर्भर बने, विकास के हर क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश-दुनिया का सिरमौर बने, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हर चिंतन इन्हीं बिंदुओं पर केंद्रित रहता है. इस अवसर पर महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के प्रमथ नाथ मिश्र, डॉ. शैलेंद्र प्रताप सिंह, राम जन्म सिंह, प्रो. राजेंद्र भारती, दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ओपी सिंह समेत सैकड़ों बुद्धिजीवी लोग मौजूद रहे.

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