गोरखपुरः जनपद के गुलरिहा इलाके भटहट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात एक चिकित्सक समेत तीन स्वास्थ्य कर्मिकों से एक प्रशिक्षु दारोगा ने बदसलूकी की. बताया जा रहा है कि क्षेत्र के एक प्रशिक्षु दारोगा का बैक डेट में मेडिकल लीव सर्टिफिकेट न बनाने पर डॉक्टरों के साथ बदसलूकी और गाली गलौज करने का मामला प्रकाश में आया है. चिकित्सक को फोन पर गाली-गलौज एवं धमकी देने एवं का आडियो क्लिप भी वायरल हो रहा है.
पीडितों ने गुलरिहा थाने पर तहरीर और आडियो क्लिप देकर प्रशिक्षु दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. गुलरिहा पुलिस ने डॉक्टर की तहरीर पर दरोगा के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरु किया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
देवरिया जनपद के खुखुंदू थाना क्षेत्र के खखड़ी गांव निवासी आशुतोष चौहान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भटहट पर वरिष्ठ चिकित्साधिकारी के पद पर तैनात हैं. पुलिस को दिए तहरीर में उन्होंने ने बताया है कि ड्यूटी के दौरान गुलरिहा थाना क्षेत्र के भैरवां निवासी रंजीत कुमार कन्नौजिया पुत्र राम दरश कन्नौजिया पहुंचे. बता दें कि रंजीत पुलिस विभाग में प्रशिक्षु दारोगा है. इन दिनों वह मुरादाबाद में प्रशिक्षण ले रहा है. वह कुछ दिनों पहले छुट्टी पर आया था.
आरोप है कि प्रशिक्षु दारोगा ने चिकित्सक से दाहिने पैर में लिगामेंट टिपर का कारण दिखाते हुए मेडिकल लीव सर्टिफिकेट बनाने का दबाव बनाने लगे. चिकित्सक ने असमर्थता व्यक्त करते हुए ओपीडी के पर्चे पर दर्द की दवा लिख कर दे दिया. आरोप है कि 24 नवंबर की शाम को रंजीत कनौजिया ने एक मोबाइल नंबर से फोन करके चिकित्सक से गाली-गलौज की.
चिकित्सक का कहना है कि धमकी दिए जाने बाद से ही वे कार्यस्थान पर सरकारी ड्यूटी करने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. चिकित्सक ने उसी दिन पूरे मामले की जानकारी अधीक्षक एके चौरसिया को अवगत कराया. चार दिन बाद अधीक्षक द्वारा संतोषजनक कार्रवाई न करने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने पुलिस से गुहार लगाई है.
प्रयोगशाला सहायक ने भी तहरीर
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भटहट पर प्रयोगशाला सहायक पद पर तैनात प्रवीण पाण्डेय ने भी पुलिस को तहरीर दे कर प्रशिक्षु दारोगा के खिलाफ मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत करने की मांग की है. प्रयोगशाला सहायक का आरोप है कि बीते 16 नवंबर को रंजीत कन्नौजिया स्वास्थ्य केन्द्र पर आए और कोरोना जांच से पहले उनको कोरोना पॉजिटिव करने को कहा गया, जिस पर सहायक ने असंवैधानिक बताते हुऐ इनकार कर दिया गया.
ऑप्टोमेट्रिस्ट पर बैक डेट में मेडिकल लीव सर्टिफिकेट बनाने का दबाव
इसी प्रकार आप्टोमेट्रिस्ट (आरबीएसके) अकरम ने पुलिस को दी तहरीर में लिखा है कि 16 नवंबर को रंजीत कन्नौजिया ने उनसे बैक डेट में मेडिकल लीव सर्टिफिकेट बनाने के लिए दबाव बनाने लगे. जो कि सरकारी नियमों के विरुद्ध है. अकरम ने भटहट पुलिस को तहरीर देकर मेडिकल प्रोटेक्शन के तहत केस दर्ज करने की मांग की है.
गुलरिहा पुलिस ने आरोपी प्रशिक्षु दारोगा के खिलाफ धारा 504, 507 के तहत मुकदमा कायम कर जांच शुरु कर दिया है.