गोरखपुर: एक जिला एक उत्पाद के तहत रेडीमेड गारमेंट को भी शुमार किया गया है. इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के मकसद से कचहरी क्लब मैदान में मंडलायुक्त जयंत नारलीकर ने 6 दिवसीय प्रदर्शनी एवं बिक्री का उद्घाटन किया.
किफायती दामों पर मिल रहा कपड़ा
प्रदर्शनी में गोरखपुर जिले में रेडिमेड गारमेंट का उत्पादन करने वाले उद्यमियों के उत्पादों को विभिन्न स्टालों के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है. स्टालों का संबंधित अधिकारियों के साथ मंडलायुक्त जयंत नारलीकर ने अवलोकन किया और एक-एक स्टॉल पर पहुंचकर उत्पादन क्षमता, रोजगार सहित अन्य बारीकियों की जानकारी प्राप्त की. मेड इन गोरखपुर के विभिन्न ब्रांडों के बारे में अधिकारियों के साथ स्थानीय लोग भी प्रदर्शनी में पहुंचकर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. लोगों को किफायती दामों में गोरखपुर में बने कपड़ों के बारे में जानने का अवसर मिल रहा है.
मेड इन गोरखपुर ब्रांड को मिल रही नई पहचान
मंडलायुक्त जयंत नारलीकर ने बताया कि "प्रदेश सरकार ने रेडिमेड गारमेंट को एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले के दूसरे उत्पाद के रूप में मंजूरी दी है. जिला उद्योग विभाग की ओर से आयोजित रेडीमेड गारमेंट की छह दिवसीय प्रदर्शनी मेड इन गोरखपुर ब्रांड को नई पहचान मिलेगी." गीडा, गोरखनाथ इंडस्ट्रियल एरिया और इंडस्ट्रियल एस्टेट के अलावा जिले के पीपरोली, सहजनवा, पिपरापुर, आजाद चौक, भटहट, पिपराइच, बालापार इलाके में काफी संख्या में रेडीमेड गारमेंट की मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां हैं. आगामी 17 से 19 मार्च तक भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के संस्थान निट्रा के विशेषज्ञों द्वारा प्रदर्शनी स्थल पर ट्रेनिंग कैंप का भी आयोजन किया जाएगा.
गोरखपुर के उद्यमी माया शंकर शुक्ला ने बताया कि "गोलघर की तर्ज पर यहां के स्थानों पर सामान उपलब्ध रहेंगे लेकिन मूल्य में बड़ा अंतर होगा. जो ब्रांडेड सामान लोग हजार, पंद्रह सौ रुपए में खरीदते हैं. हम उन्हें मात्र 3 सौ से 5 सौ रुपये में मुहैया करा रहे हैं. स्थानीय स्तर पर एक से बढ़कर एक डिजाइन के उत्पाद तैयार किए गए हैं. इस प्रदर्शनी में बेहतर उत्पादों को जब स्थानीय लोग देखेंगे और इसके बारे में जानेंगे तो निश्चित रूप से इन उत्पादों को पहचान मिलेगी."