गोरखपुर : प्रदेश सरकार के आबकारी मंत्री राजा जय प्रताप सिंह ने कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में कठोर कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा है कि निश्चित रूप से यह घटना विभागीय अधिकारियों की बड़ी चूक का नतीजा है. अगर जिम्मेदार लोग सही से निगरानी करते तो शायद ऐसी घटना को रोका जा सकता था.
दरअसल, आबकारी मंत्री गोरखपुर सर्किट हाउस में पहुंचे थे, जहां उन्हें सीएम योगी के साथ बैठक में भाग लेना था. इससे पहले उन्होंने मीडिया को इस घटना पर अपना जवाब दिया.
आबकारी मंत्री ने कहा कि कुशीनगर की घटना के मामले में आरोपी को पकड़ लिया गया है. साथ ही इस रैकेट के संचालन से जुड़े अन्य लोगों को भी पकड़ने की कोशिश चल रही है. उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों के ऊपर जहरीली और अवैध शराब को बनने और बेचने से रोकने की जिम्मेदारी है, इस घटना के साथ उनकी जिम्मेदारी की जवाबदेही तय हुई है और सब के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
आबकारी मंत्री ने कहा कि आगे अभियान चलाकर ऐसी घटनाओं को रोकने का प्रयास होगा. उन्होंने कहा कि सहारनपुर की घटना में करीब 38 लोगों के मृत्यु की सूचना है, लेकिन जहां तक जहरीली शराब पीने का मामला है तो यह घटना उत्तराखंड राज्य की सीमा में घटित होने की बात सामने आई है, जिसपर वहां के मंत्रियों और अधिकारियों ने कार्रवाई की है.
पुलिस और आबकारी की मिलीभगत के कारण हो रही ऐसी घटनाओं के सवाल पर मंत्री ने कहा कि हर छापेमारी के लिए विभागीय निर्देश है कि दोनों टीमें संयुक्त रूप से छापेमारी करें लेकिन ऐसा नहीं होता है तभी इस तरह की घटनाएं भी होती हैं. इस घटना के बाद शासन स्तर पर कई तरह के कड़े फैसले किए जा रहे हैं. जिससे आजीवन कारावास की सजा भी लोग भुगतेंगे.