गोरखपुर: फरवरी में धार्मिक आयोजन के दौरान बिदके जिस हाथी ने एक मासूम समेत तीन लोगों की जान ली थी. उसी ने एक बार फिर शुक्रवार को विनोद वन में दहशत मचा दी. विनोद वन में अभिरक्षा के दौरान हाथी बिगड़ गया. इसके बाद वन कर्मियों में अफरा तफरी मच गई. जिस महावत की देखरेख में इस हाथी को रखा गया था, उसी पर हमलावर हो गया. हाथी के पटकने से बड़हलगंज थाना क्षेत्र के साऊखोर निवासी इस्तखार अहमद उर्फ मांगू गंभीर रूप से घायल हो गया. जबकि, दूसरे महावत मुस्तफा को भी हल्की चोटें आई हैं. घायल मांगू को एंबुलेंस से बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. जिसके कंधे की हड्डी टूट गई है, वहीं दाहिने आंख पर भी चोट लगी है.
दो जंजीरों को तोड़कर किया हमला, काबू करने में लगे 6 घंटेः इस दौरान हाथी के दहशत से कई घंटे तक कसया मार्ग पर आवागमन को रोक दिया गया था. इसके बाद ट्रॅकुलाइजर इंजेक्शन के माध्यम से वन विभाग कर्मियों ने हाथी को किसी तरह से काबू किया. इस मामले में डीएफओ विकास यादव ने बताया कि मौजूदा मौसम में हाथी उत्तेजित हो जाते हैं. इसी दौर से यह हाथी गुजर रहा है. फरवरी में जब इसने लोगों की जान ली थी, उसके बाद से इसे विनोद वन में लाकर संरक्षित और सुरक्षित किया गया था. इसे मजबूत जंजीरों से जकड़ कर बांध दिया गया था. लेकिन, उत्तेजना के बाद इसने दो मजबूत जंजीरों को तोड़ दिया और महावत पर यह हमलावर हो गया. किसी तरह इसे नियंत्रित करने का प्रयास किया गया. आखिरकार ट्रॅकुलाइजर इंजेक्शन और अन्य उपायों से इसे करीब 6 घंटे की मशक्कत में नियंत्रित किया गया है. फिलहाल सुरक्षा के सारे उपाय मौके पर मौजूद हैं, जिससे हाथी के बिगड़ने पर इसे नियंत्रित किया जा सके.
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दो महिलाओं समेत तीन की ली थी जान: बता दें कि यह हाथी इससे पहले 16 फरवरी 2023 को मोहम्मदपुर माफी में कलश यात्रा के दौरान बिदक गया था. इसने दो महिलाओं समेत तीन लोगों को मार दिया था. जिसमें, एक मासूम की भी जान गई थी. इसके बाद 17 फरवरी को पड़कर वन कर्मियों ने विनोद वन में लाकर सुरक्षित रखा था. जहां यह शुक्रवार को यह फिर बिदक गया.
15 महावत सुरक्षा में तैनात, कुसमी जंगल सील : इस हाथी का नाम गंगाराम बताया जा रहा है. यह बीजेपी के एक विधायक का हाथी है, जो इसके पहले भी कई लोगों की जान ले चुका है. डीएफओ विकास यादव ने बताया कि यह समय हाथी में उत्तेजना पैदा करने वाला होता है, जिसे मस्त समय कहा जाता है. हाथी फिर ना बिगड़े, इसके लिए 15 महावत को विनोद वन में तैनात किया गया है और सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने कुसमी जंगल को सील कर दिया है. कुशीनगर जाने वाले वाहनों को देवरिया मार्ग से होकर निकाला जा रहा है. इसके रख रखाव पर काफी खर्च भी किया जा रहा है. इसे गोरखपुर के अशफाक उल्ला खान चिड़ियाघर में भी ट्रांसफर करने की योजना बनाई जा रही है. जिसके, लिए एक बाड़ा तैयार किया जा रहा है. उसके पहले इसने फिर अपना एक और रौद्र रूप दिखा दिया है, जिससे वन कर्मियों समेत महावत सभी में दहशत पैदा हो गई है.
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