गोरखपुर (gorakhpur): भाजपा (bjp) के वरिष्ठ नेता और योगी सरकार में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्रीराम चौहान ने आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए विपक्ष के मंदिर प्रेम पर जोरदार टिप्पणी की है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा के ऊपर चुनाव आता देख राम मंदिर और हिंदुत्व के मुद्दे को उठाने का आरोप लगाते हैं, उन लोगों से वह पूछना चाहता हैं कि जब उनकी सरकार थी तो वह सिर्फ टोपी और कब्रिस्तान की चिंता क्यों करते थे. आज ऐसी कौन सी परिस्थिति आ गई है कि अपने मूल एजेंडे से विपक्ष हटकर मंदिरों की शरण में माथा टेकने को मजबूर हुआ है.
श्रीराम चौहान ने कहा कि चुनाव न होता तो अखिलेश यादव महंत नरेंद्र गिरि के देहावसान के बाद उनके पास शरणागत होने नहीं जाते. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व का ज्वार जागृत हो चुका है. जाग्रत हिंदू समाज, सनातन धर्मावलंबी निश्चित रूप से नया गुल खिलाने के लिए और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत दिलाने के लिए आतुर दिखाई दे रहा है.
मंड़ी शुल्क को ढाई से घटाकर एक प्रतिशत किया
उन्होंने कहा कि किसान तीन बातों को लेकर पीड़ित रहता था, जिसके निदान को लेकर योगी सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं. पहले मंडी समिति में ढाई प्रतिशत टैक्स लगता था, जिसे घटाकर 1 प्रतिशत कर दिया गया है. मंडी के इंस्पेक्टर पहले किसानों को मंडी में अनाज, फल, सब्जियां लाकर बेचने के लिए मजबूर करते थे, लेकिन अब किसान कहीं पर भी अपने उत्पाद को अपनी कीमत पर बेच सकता है. यही वजह है कि किसान नीति का विरोध करने वाले लोग कहीं न कहीं भारतीय जनता पार्टी के विरोध की मानसिकता से ग्रसित हैं. किसान कानून में कहीं कोई कमी नहीं है. मंडियों में यूजर चार्जर बढ़ाए जाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि फिलहाल ऐसी कोई व्यवस्था नहीं अपनाई गई है. पहले से ही ज्यादा उत्पादों पर शुल्क कम कर दिया गया है. अगर कहीं ऐसी कोई बात है तो उसकी समीक्षा होगी.