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मानव जीवन और स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद वरदानः डॉ. एसएन सिंह

गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय में बड़े ही उत्साह से भगवान धन्वंतरि की जयंती मनायी गयी. इस मौके पर कई लोगों ने अपनी राय रखी.

गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय
गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय
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Published : Nov 2, 2021, 4:25 PM IST

गोरखपुर: दिवाली से दो दिन पहले पड़ने वाले धनतेरस के पर्व पर भले ही लोग सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं. लेकिन इसका वास्तविक जुड़ाव भारतीय चिकित्सा पद्धति को पूरी दुनिया में स्थापित करने वाले भगवान धन्वंतरि के जन्मदिन से है.

इस अवसर पर गोरखपुर में प्रतिवर्ष गोरखनाथ मंदिर की ओर से संचालित नर्सिंग कॉलेज में उनकी जयंती मनायी जाती है. पहली बार स्थापित हुए गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय में भी बड़े ही उत्साह से भगवान धन्वंतरि की जयंती मनायी गयी.

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के आयुर्वेद सेवाओं के निदेशक डॉ. एसएन सिंह बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शामिल थे. इस मौके पर सिंह ने कहा कि मानव जीवन और स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद वरदान है. निरोगी काया के लिए योग एवं आयुर्वेद भारतीय ज्ञान परम्परा की दुनिया के लिए अद्वितीय है.

भारतीय ज्ञान-परम्परा में भगवान धन्वंतरि आरोग्य के देवता एवं अमृतमय औषधियों के जनक हैं. आज आवश्यकता है आयुर्वेद को युगानुकूल प्रस्तुत करने की. भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आधुनिकीकरण एवं अत्याधुनिकीकरण के अन्तर्गत आयुर्वेद के साथ-साथ भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का कायाकल्प किया जा रहा है. अलग से आयुष मन्त्रालय का गठन एवं नये-नये आयुष विश्वविद्यालयों की स्थापना इस दिशा में बढ़ाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं.

गुरु श्री गोरक्षनाथ काॅलेज ऑफ नर्सिंग के विशाल सभागार में आयोजित भगवान धन्वंतरि जयन्ती समारोह में संचालित महन्त दिग्विजयनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय एवं गुरु श्री गोरक्षनाथ इन्स्टिच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, एलोपैथिक चिकित्सालय एवं आयुर्वेद काॅलेज की ओर से धन्वंतरि जयन्ती समारोह आयोजित की गयी.

समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व कुलपति और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति प्रो. उदय प्रताप सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में आयुर्वेद और एलोपैथ चिकित्सालय का संचालन पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा में क्रान्तिकारी शुभारम्भ है.

स्वास्थ्य सेवा का यह एक नया अध्याय है. विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेयी ने कहा कि धन्वंतरि जयन्ती हमारे किए आरोग्यता प्रदान करने के संकल्प का दिन है. हम इस परिसर में सस्ती, विश्वसनीय, गुणवत्तापूर्ण और आमजन को सुलभ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

इसे भी पढ़ेः गोरखनाथ नर्सिंग कॉलेज में सेवा शपथ समारोह

एलोपैथी चिकित्सालय के सीएमएस कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएम सिन्हा ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय की तर्ज पर हम यहां अत्याधुनिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं. महन्त अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. कामेश्वर सिंह और गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजिथा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया.

समारोह में महापौर सीताराम जायसवालए, डॉ. अवधेश अग्रवाल, डॉ. अमित मिश्रा, प्रो. शोभा गौड़, प्रो. आरडी राय, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. दिनेश कुमार सिंह, डॉ. प्रभाशंकर मल्ल, डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा, डॉ. प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी सहित कई तोग उपिस्थत थे.

गोरखपुर: दिवाली से दो दिन पहले पड़ने वाले धनतेरस के पर्व पर भले ही लोग सोने-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करते हैं. लेकिन इसका वास्तविक जुड़ाव भारतीय चिकित्सा पद्धति को पूरी दुनिया में स्थापित करने वाले भगवान धन्वंतरि के जन्मदिन से है.

इस अवसर पर गोरखपुर में प्रतिवर्ष गोरखनाथ मंदिर की ओर से संचालित नर्सिंग कॉलेज में उनकी जयंती मनायी जाती है. पहली बार स्थापित हुए गुरु गोरखनाथ चिकित्सा विश्वविद्यालय में भी बड़े ही उत्साह से भगवान धन्वंतरि की जयंती मनायी गयी.

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के आयुर्वेद सेवाओं के निदेशक डॉ. एसएन सिंह बतौर मुख्यअतिथि के रूप में शामिल थे. इस मौके पर सिंह ने कहा कि मानव जीवन और स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद वरदान है. निरोगी काया के लिए योग एवं आयुर्वेद भारतीय ज्ञान परम्परा की दुनिया के लिए अद्वितीय है.

भारतीय ज्ञान-परम्परा में भगवान धन्वंतरि आरोग्य के देवता एवं अमृतमय औषधियों के जनक हैं. आज आवश्यकता है आयुर्वेद को युगानुकूल प्रस्तुत करने की. भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आधुनिकीकरण एवं अत्याधुनिकीकरण के अन्तर्गत आयुर्वेद के साथ-साथ भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का कायाकल्प किया जा रहा है. अलग से आयुष मन्त्रालय का गठन एवं नये-नये आयुष विश्वविद्यालयों की स्थापना इस दिशा में बढ़ाए गए महत्वपूर्ण कदम हैं.

गुरु श्री गोरक्षनाथ काॅलेज ऑफ नर्सिंग के विशाल सभागार में आयोजित भगवान धन्वंतरि जयन्ती समारोह में संचालित महन्त दिग्विजयनाथ आयुर्वेद चिकित्सालय एवं गुरु श्री गोरक्षनाथ इन्स्टिच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, एलोपैथिक चिकित्सालय एवं आयुर्वेद काॅलेज की ओर से धन्वंतरि जयन्ती समारोह आयोजित की गयी.

समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व कुलपति और महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति प्रो. उदय प्रताप सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में आयुर्वेद और एलोपैथ चिकित्सालय का संचालन पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा में क्रान्तिकारी शुभारम्भ है.

स्वास्थ्य सेवा का यह एक नया अध्याय है. विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल बाजपेयी ने कहा कि धन्वंतरि जयन्ती हमारे किए आरोग्यता प्रदान करने के संकल्प का दिन है. हम इस परिसर में सस्ती, विश्वसनीय, गुणवत्तापूर्ण और आमजन को सुलभ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

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एलोपैथी चिकित्सालय के सीएमएस कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सीएम सिन्हा ने कहा कि गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय की तर्ज पर हम यहां अत्याधुनिक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं. महन्त अवेद्यनाथ पैरामेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. कामेश्वर सिंह और गुरु श्री गोरक्षनाथ कालेज आफ नर्सिंग की प्राचार्या डॉ. डीएस अजिथा ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया.

समारोह में महापौर सीताराम जायसवालए, डॉ. अवधेश अग्रवाल, डॉ. अमित मिश्रा, प्रो. शोभा गौड़, प्रो. आरडी राय, डॉ. डीपी सिंह, डॉ. दिनेश कुमार सिंह, डॉ. प्रभाशंकर मल्ल, डॉ. प्रकाश चन्द्र शर्मा, डॉ. प्रकाश चन्द्र त्रिपाठी सहित कई तोग उपिस्थत थे.

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