गोरखपुर : जिले के चौरी चौरा तहसील में सब्जी मंडी लगाने को लेकर सपा और बीजेपी के नेताओं के बीच राजनीति गरमा गई है. इसके बाद उप जिलाधिकारी पवन कुमार ने गुरुवार को नवीन मंडी का निरीक्षण किया. उन्होंने नवीन मंडी में ही सब्जी मंडी लगाने की बात कही है.
कोरोना की वजह से शिफ्ट की थी सब्जी मंडी
चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के गांवों से छोटे व्यापारी मंडी में खरीदारी करने आते हैं. क्षेत्र के अधिकतर गांवों के किसान अपने खेतों में हरी सब्जियों को उगाकर मंडी में बेचते हैं. बीते वर्षों में सब्जी मंडी गोरखपुर-देवरिया मार्ग पर स्थित स्टेट बैंक के पास कुंदन मार्केट में लगाई जाती थी. कोरोना काल में संक्रमण को देखते हुए तत्कालीन तहसीलदार रत्नेश तिवारी और उप जिलाधिकारी अर्पित गुप्ता ने मंडी को कुंदन मार्केट में न लगाकर नवीन मंडी स्थल में लगाने का आग्रह किसानों से किया था. इसके बाद से चौरी चौरा मंडी उत्पादन परिसर से किसान और व्यापारी नवीन मंडी आ गए थे.
ऐसे शुरू हुआ विवाद
कुछ महीने से मंडी को दुबारा कुंदन मार्केट में लगाने की बात शुरू हो गई. नवीन मंडी में किसानों को कम कर देना पड़ रहा है. यहां जगह भी अधिक है और सरकारी नियंत्रण में होने के कारण अधिक सुगमता दिख रही है. इस कारण कई व्यापारी नवीन मंडी में ही सब्जी मार्केट लगाने की बात कर रहे हैं.
नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर
सब्जी मंडी को कुंदन मार्केट और नवीन मंडी में लगाने को लेकर के व्यापारियों में गुटबाजी हो गई है. कुछ व्यवसायों ने बीजेपी नेता दीपू जयसवाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की कि सब्जी मंडी को अंदर मार्केट में लगाया जाए. नवीन मंडी में जाने के रास्ते में रेलवे क्रॉसिंग है. इससे व्यापारियों और किसानों को असुविधा हो सकती है. व्यापारियों का दूसरा गुट सपा के वरिष्ठ नेता मुरली लाल यादव के नेतृत्व में जिले के आला अधिकारियों से मिला. इन्होंने गुहार लगाई कि सब्जी मंडी को नवीन मंडी स्थल पर ही रहने दिया जाए. नवीन मंडी में व्यापारियों को सरकारी जगह मिल रही है. इस कारण वह कुंदन मार्केट में न जाकर नवीन मंडी में ही सब्जी मार्केट लगाने की बात कर रहे हैं. इस दौरान सपा और बीजेपी के नेता एक-दूसरे पर सब्जी मंडी लगाने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.
यह बोले उपजिलाधिकारी
इस मामले में उपजिलाधिकारी पवन कुमार ने नवीन मंडी स्थल और कुंदन मार्केट का निरीक्षण किया है. जिलाधिकारी पवन कुमार ने ईटीवी भारत से कहा कि मंडी को एक अन्य जगह पर भी लगाने की बात सामने आई है. उन्होने निरीक्षण किया है. कुछ लोग निजी लाभ के लिए अवैध तरीके से मंडी लगाना चाहते हैं. लेकिन मंडी को नवीन मंडी स्थल पर ही लगाया जाएगा. ताकि छोटे किसानों को पूर्ण रूप से शुल्क न देना पड़े. व्यापारियों को सरकारी लाभ मिल सके.