गोरखपुर : लोकसभा चुनाव में रूपहले पर्दे के कलाकारों को उत्तर प्रदेश की भूमि बेहद रास आ रही है. बॉलीवुड के अभिनेता-अभिनेत्री हों या फिर भोजपुरी फिल्मों के, उन्हें तो इस जमीन ने जीत का स्वाद चखा ही दिया है. अब दक्षिण भारतीय फिल्मों के अभिनेता भी यूपी की भूमि को अपनी राजनीतिक भूमि बनाने की ओर बढ़ चले हैं. जनपद के रहने वाले दिनेश जायसवाल, जो दक्षिण भारत के कई फिल्मों में बतौर अभिनेता कार्य कर चुके हैं, अब खलीलाबाद लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे.
दिनेश जयसवाल का कहना है कि राजनीति विकास के लिए की जाती है लेकिन उनके गांव और आस-पास में राजनेताओं का कहीं भी कोई रोल दिखाई नहीं देता, इसलिए वह चुनाव लड़ने खुद उतर पड़े हैं. बता दें कि, दिनेश जायसवाल का गांव गोरखपुर जनपद में ही पड़ता है, लेकिन वह अपना राजनीतिक कार्य क्षेत्र संत कबीर नगर जनपद की खलीलाबाद लोकसभा सीट को बना रहे हैं. वजह यह है कि चुनावी परिसीमन की दृष्टि से उनका गांव इसी लोकसभा में आता है.
फिल्मों के प्रति शुरू से था लगाव
अभिनेता दिनेश का कहना है कि, उनका शुरू से ही फिल्मों की तरफ झुकाव था. गांव में अव्यवस्था और बेकारी थी, इसलिए बाहर पैसे कमाने के लिए जाना पड़ा. हैदराबाद शहर ने उन्हें स्वीकारा,पहचान और पैसा दोनों दिया. यही नहीं, फिल्मी दुनिया में भी पहचान दिलाई. उन्होंने कहा कि सामाजिक क्षेत्र में वह 1997 से ही सक्रिय हैं. मौजूदा दौर में भी दर्जनों ई-रिक्शा उनके खर्चे पर क्षेत्र के लोगों की सेवा कर रहे हैं, तो कई तरह के और कार्य भी संचालित हैं.
निर्दलीय लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
किसी भी दल से चुनाव न लड़ने के सवाल पर अभिनेता दिनेश ने कहा कि दल में बंधन है. अगर व्यक्ति में ताकत हो तो किसी भी गठबंधन और बंधन को तोड़ते हुए वह अपनी इच्छा अनुसार विकास को आगे बढ़ा सकता है. उनका कहना है कि उन्होंने साउथ इंडिया की एकटकाराम, इक्का आटा ना दे और अपार्टमेंट जैसी तेलुगू भाषा की फिल्मों में बतौर अभिनेता कार्य किया, जिसमें उनकी अभिनेत्री अनुष्का और प्रिया थीं.
विकास कराने का किया वादा
अभिनेता ने कहा कि जल्द ही उनकी एक हिंदी फिल्म आ रही है, जिसका नाम 'सत्यवीर' है, जो पूरी तरह से सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्म है. चुनाव में उतरने के साथ उन्होंने भरोसा जताया है कि अगर क्षेत्र की जनता ने उन्हें अपना प्रतिनिधि चुने तो वह किसी की तरह से उन्हें शिकायत का मौका नहीं देंगे. जनकल्याण के साथ राष्ट्रीय मुद्दा और विकास उनकी प्राथमिकता में होगा.