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गोरखपुर में डायरिया से 4 लोगों की मौत, जिला अस्पताल में नहीं मिल रहे बेड - गोरखपुर जिला अस्पताल

तपती गर्मी और उमस ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. इस बीच गोरखपुर में डायरिया से 4 लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जिसे लेकर गोरखपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने लोगों से गर्मी में सावधानी बरतने को कहा है.

Gorakhpur district hospital
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Published : Jun 22, 2023, 6:52 AM IST

गोरखपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने लोगों को गर्मी से बचाव करने को कहा.

गोरखपुरः बढ़ते तापमान की वजह से गर्मी और लू की तपन लोगों को बेहद परेशान कर रही है. आलम यह है कि गर्मी से अब लोग बीमार पड़ने लगे हैं. अस्पतालों में मरीजों से बेड फुल हो गए हैं. चाहे सरकारी हों या निजी अस्पताल, यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. लेकिन, इसमें लापरवाही बरतने वालों पर यह जान पर बन आ रही है. गोरखपुर जिला अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक, यहां डायरिया से 4 लोगों की मौत होने की बात सामने आई है, जिसकी पुष्टि खुद गोरखपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने की. इसके लिए वह गर्मी से बचाव में लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे हैं.

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र ठाकुर के अनुसार, लोगों को सड़क पर खुले खाद्य पदार्थ का सेवन, धूप और गर्मी के मौसम में खुद का बचाव करनी चाहिए. तभी डायरिया आदि की बीमारियों से लोग बच सकेंगे. बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए मेडिसिन और बाल रोग विभाग में बेड्स की संख्या बढ़ाई गई है. इसे 25 की जगह 40 किया गया है. 23 बेड का स्पेशल वार्ड है. जरूरत पड़ी तो उसे भी लोगों की सेवा के लिए खोला जाएगा.

उन्होंने बताया गर्मी से परेशान मरीजों की वजह से पूरी ओपीडी भरी हुई है. 25% से अधिक मरीज उल्टी, दस्त और बुखार के से परेशान होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. चेस्ट, आईसीयू, पीडियाट्रिशियन, हृदय रोग और सभी प्राइवेट वार्ड भी पूरी तरह फुल हैं. गौरतलब है कि डॉक्टर इस संकट का कारण मौसम को तो बता रहे हैं. लेकिन, खुले तौर पर उसे हीटवेव नहीं कह रहे. वहीं, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में 250 बेड के अलावा 50 बेड की संख्या बढ़ाई गई है.

गोरखपुर मेडिकल कॉलेज नेहरू अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश कुमार राय ने कहा, बढ़ती गर्मी की देन है कि मेडिसिन विभाग में मरीजों की संख्या काफी बढ़ी हुई है. बच्चों पर इसका असर पड़े, तो उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जाए. वहीं, सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि इंसेफलाइटिस वार्ड के बेड को आरक्षित किया गया है. इसके अलावा पूरे जिले के सीएचसी और पीएचसी पर भी व्यवस्थाओं को बढ़ाया गया है. यहां आने वाले मरीजों को हर सुविधा दी जा रही है. उन्होंने लोगों से बचाव के तरीकों को अपनाने की अपील किया है.

ये भी पढ़ेंः गोरखपुर से महिलाओं को लाकर वाराणसी में करवाते थे चोरी, मास्टरमाइंड सहित 6 गिरफ्तार

गोरखपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने लोगों को गर्मी से बचाव करने को कहा.

गोरखपुरः बढ़ते तापमान की वजह से गर्मी और लू की तपन लोगों को बेहद परेशान कर रही है. आलम यह है कि गर्मी से अब लोग बीमार पड़ने लगे हैं. अस्पतालों में मरीजों से बेड फुल हो गए हैं. चाहे सरकारी हों या निजी अस्पताल, यहां मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. गर्मी से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. लेकिन, इसमें लापरवाही बरतने वालों पर यह जान पर बन आ रही है. गोरखपुर जिला अस्पताल के आंकड़ों के मुताबिक, यहां डायरिया से 4 लोगों की मौत होने की बात सामने आई है, जिसकी पुष्टि खुद गोरखपुर जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने की. इसके लिए वह गर्मी से बचाव में लापरवाही को जिम्मेदार बता रहे हैं.

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेंद्र ठाकुर के अनुसार, लोगों को सड़क पर खुले खाद्य पदार्थ का सेवन, धूप और गर्मी के मौसम में खुद का बचाव करनी चाहिए. तभी डायरिया आदि की बीमारियों से लोग बच सकेंगे. बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए मेडिसिन और बाल रोग विभाग में बेड्स की संख्या बढ़ाई गई है. इसे 25 की जगह 40 किया गया है. 23 बेड का स्पेशल वार्ड है. जरूरत पड़ी तो उसे भी लोगों की सेवा के लिए खोला जाएगा.

उन्होंने बताया गर्मी से परेशान मरीजों की वजह से पूरी ओपीडी भरी हुई है. 25% से अधिक मरीज उल्टी, दस्त और बुखार के से परेशान होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. चेस्ट, आईसीयू, पीडियाट्रिशियन, हृदय रोग और सभी प्राइवेट वार्ड भी पूरी तरह फुल हैं. गौरतलब है कि डॉक्टर इस संकट का कारण मौसम को तो बता रहे हैं. लेकिन, खुले तौर पर उसे हीटवेव नहीं कह रहे. वहीं, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में 250 बेड के अलावा 50 बेड की संख्या बढ़ाई गई है.

गोरखपुर मेडिकल कॉलेज नेहरू अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजेश कुमार राय ने कहा, बढ़ती गर्मी की देन है कि मेडिसिन विभाग में मरीजों की संख्या काफी बढ़ी हुई है. बच्चों पर इसका असर पड़े, तो उन्हें तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जाए. वहीं, सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने बताया कि इंसेफलाइटिस वार्ड के बेड को आरक्षित किया गया है. इसके अलावा पूरे जिले के सीएचसी और पीएचसी पर भी व्यवस्थाओं को बढ़ाया गया है. यहां आने वाले मरीजों को हर सुविधा दी जा रही है. उन्होंने लोगों से बचाव के तरीकों को अपनाने की अपील किया है.

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