ETV Bharat / state

चाचा के साथ मिलकर भाइयों ने दिव्यांग भाई को जिंदा जलाकर मार डाला, प्रधान को फंसाने की थी साजिश - जल मिशन योजना

गोरखपुर में चाचा और सगे भाइयों द्वारा दिव्यांग को जिंदा जलाकर मार डालने (Divyang Was Burnt Alive) का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई कर रही है.

गोरखपुर में जमीन
गोरखपुर में जमीन
author img

By

Published : Aug 4, 2023, 6:49 PM IST

एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया.

गोरखपुर: पैसे और प्रापर्टी की बढ़ती चाहत में रिश्ते भुलाए जा रहे हैं. ऐसा ही जनपद में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. जहां चाचा और सगे भाइयों ने मिलकर परिवार के एक दिव्यांग को 31 जुलाई को जिंदा जलाकर मार डाला था. इसके बाद आरोप गांव के प्रधान और उसके पति पर लगाया था. शुक्रवार को एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई कर रही है.

चौरी-चौरा थाना क्षेत्र के देवीपुर गांव निवासी दिव्यांग सुरेश की जलाकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मृतक के भाई और चाचा ने ग्राम प्रधान और प्रधान पति पर आरोप लगाया था. पुलिस परिजनों की तहरीर पर मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी. एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि गांव में ग्राम समाज की जमीन पर कई वर्षों से मृतक दिव्यांग सुरेंद्र के चाचा और उसके भाइयों का कब्जा है. इन लोगों ने जमीन पर कब्जे की नियत से एक झोपड़ी बनाकर वहां भैंस पाल रखी थी. भैंसों की देखरेख दिव्यांग सुरेंद्र करता था. दिव्यांग होने की वजह से सुरेंद्र का कोई विरोध नहीं करता था. वहीं इस जमीन पर जल मिशन योजना के तहत एक पानी की टंकी बनाई जानी थी. जिसका भूमि पूजन 31 जुलाई सोमवार को ही होना था.

एसपी ने बताया कि जमीन की पैमाइश के दौरान महिला ग्राम प्रधान और उसके पति के साथ दिव्यांग सुरेंद्र यादव के चाचा रामजीत यादव और भाइयों का विवाद हुआ था. इसी बात को लेकर परिजनों ने दिव्यांग के हिस्से की प्रॉपर्टी हड़पने की नियत से खुद ही आधी रात झोपड़ी में सो रहे सुरेंद्र को जिंदा जलाकर मार डाला और आरोप प्रधान और उसके पति पर लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने साक्ष्यों और ग्रामीणों से पूछताछ के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच शुरू की थी. जब मामले का खुलासा हुआ तो परिजन सहित ग्रामीण भी हैरान रह गये. घटना के खुलासे के बाद ग्रामीणों ने कहा कि कोई अपना कैसे लालच में इस हद तक नीचे गिर सकता है कि अपने ही खून का इतनी बेरहमी से कत्ल कर देगा.

एसपी नार्थ ने बताया कि पुलिस घटना के सभी पहलुओं पर जांच कर रही थी. मामला शुरू से संदिग्ध नजर आ रहा था. परिजनों द्वारा लगातार ग्राम प्रधान और उसके पति पर आरोप लगाने की कोशिश की जा रही थी. मृतक के चाचा और भाइयों से भी पूछताछ की गई. इस दौरान पुलिस ने मृतक के चाचा और भाईयों से कड़ाई से पूछताछ की. जिसके बाद इस हत्याकांड का खुलासा हो गया. इसमें मृतक के चाचा और सगे भाई सहित दो चचेरे भाई भी शामिल हैं.

यह भी पढे़ं- हत्यारे छात्र ने इंस्टाग्राम पर भेजा था मैसेज, हत्या करने से पहले देखी थी मिर्जापुर वेब सीरीज

यह भी पढे़ं- Extortion in Agra: कारोबारी से मांगी 50 लाख रुपये की रंगदारी, नहीं देने पर जान से मारने की दी धमकी

एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया.

गोरखपुर: पैसे और प्रापर्टी की बढ़ती चाहत में रिश्ते भुलाए जा रहे हैं. ऐसा ही जनपद में रिश्तों को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है. जहां चाचा और सगे भाइयों ने मिलकर परिवार के एक दिव्यांग को 31 जुलाई को जिंदा जलाकर मार डाला था. इसके बाद आरोप गांव के प्रधान और उसके पति पर लगाया था. शुक्रवार को एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई कर रही है.

चौरी-चौरा थाना क्षेत्र के देवीपुर गांव निवासी दिव्यांग सुरेश की जलाकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में मृतक के भाई और चाचा ने ग्राम प्रधान और प्रधान पति पर आरोप लगाया था. पुलिस परिजनों की तहरीर पर मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी. एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि गांव में ग्राम समाज की जमीन पर कई वर्षों से मृतक दिव्यांग सुरेंद्र के चाचा और उसके भाइयों का कब्जा है. इन लोगों ने जमीन पर कब्जे की नियत से एक झोपड़ी बनाकर वहां भैंस पाल रखी थी. भैंसों की देखरेख दिव्यांग सुरेंद्र करता था. दिव्यांग होने की वजह से सुरेंद्र का कोई विरोध नहीं करता था. वहीं इस जमीन पर जल मिशन योजना के तहत एक पानी की टंकी बनाई जानी थी. जिसका भूमि पूजन 31 जुलाई सोमवार को ही होना था.

एसपी ने बताया कि जमीन की पैमाइश के दौरान महिला ग्राम प्रधान और उसके पति के साथ दिव्यांग सुरेंद्र यादव के चाचा रामजीत यादव और भाइयों का विवाद हुआ था. इसी बात को लेकर परिजनों ने दिव्यांग के हिस्से की प्रॉपर्टी हड़पने की नियत से खुद ही आधी रात झोपड़ी में सो रहे सुरेंद्र को जिंदा जलाकर मार डाला और आरोप प्रधान और उसके पति पर लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था. सूचना पर पहुंची पुलिस ने साक्ष्यों और ग्रामीणों से पूछताछ के आधार पर सभी बिंदुओं पर जांच शुरू की थी. जब मामले का खुलासा हुआ तो परिजन सहित ग्रामीण भी हैरान रह गये. घटना के खुलासे के बाद ग्रामीणों ने कहा कि कोई अपना कैसे लालच में इस हद तक नीचे गिर सकता है कि अपने ही खून का इतनी बेरहमी से कत्ल कर देगा.

एसपी नार्थ ने बताया कि पुलिस घटना के सभी पहलुओं पर जांच कर रही थी. मामला शुरू से संदिग्ध नजर आ रहा था. परिजनों द्वारा लगातार ग्राम प्रधान और उसके पति पर आरोप लगाने की कोशिश की जा रही थी. मृतक के चाचा और भाइयों से भी पूछताछ की गई. इस दौरान पुलिस ने मृतक के चाचा और भाईयों से कड़ाई से पूछताछ की. जिसके बाद इस हत्याकांड का खुलासा हो गया. इसमें मृतक के चाचा और सगे भाई सहित दो चचेरे भाई भी शामिल हैं.

यह भी पढे़ं- हत्यारे छात्र ने इंस्टाग्राम पर भेजा था मैसेज, हत्या करने से पहले देखी थी मिर्जापुर वेब सीरीज

यह भी पढे़ं- Extortion in Agra: कारोबारी से मांगी 50 लाख रुपये की रंगदारी, नहीं देने पर जान से मारने की दी धमकी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.